अंबाला: जेजेपी विधायक देवेंद्र बबली (devender babli) की माफी का कोई खास असर किसानों पर नहीं पड़ा है. बबली ने माफी तो मांग ली, लेकिन किसान अभी भी टोहाना थाने के बाहर धरने पर बैठे हैं. रात भर किसान राकेश टिकैत (rakesh tikait), गुरनाम चढूनी और योगेंद्र यादव (yogendra yadav) के नेतृत्व में टोहाना थाने के बाहर धरने पर बैठे रहे.
बता दें कि ये धरना 2 गिरफ्तार किसान नेताओं की रिहाई को लेकर दिया जा रहा है. वहीं अब इस मामले पर हरियाणा के गृहमंत्री अनिल विज ने बड़ा बयान दिया है.
हरियाणा के गृहमंत्री अनिल विज ने कहा वो कह रहे हैं कि जिनको गिरफ्तार किया है, उन्हें छोड़ दो. अब छोड़ने का काम तो अदालत करती है, हम कैसे छोड़ दें. अदालत में वो अपनी एप्लीकेशन लगाएं. जो माननीय अदालत फैसला करेगी वही होगा.
ये भी पढ़िए: टोहाना में धरना दे रहे राकेश टिकैत का बड़ा बयान, 'किसान आंदोलन को दिल्ली से यहां लाना चाहती है सरकार'
बता दें कि टोहाना पुलिस ने देवेंद्र बबली के आवास का घेराव करने की कोशिश कर रहे कुछ किसानों को गिरफ्तार किया था. पुलिस ने बाद में दो किसान नेताओं के अलावा सभी किसानों को रिहा कर दिया. जिन किसान नेताओं को गिरफ्तार किया गया है, वो रवि आजाद और विकास सिन्सर हैं. जिनकी रिहाई की किसान मांग कर रहे हैं.
ये भी पढ़िए: माफी मांगने के बाद पहली बार बोले देवेंद्र बबली,कहा- किसानों पर मैंने नहीं सरकार ने केस दर्ज करवाया
किसान नेता राकेश टिकैत तो यहां तक ऐलान कर चुके हैं कि जबतक वो इस मामले को सुलझा नहीं लेंगे तबतक वो धरने से उठने वाले नहीं हैं. टिकैत ने कहा कि गृहमंत्री मुख्यमंत्री बनना चाहते हैं, इसलिए पहले दोनों अपना तालमेल सही कर लें. वहीं उन्होंने हरियाणा सरकार पर आरोप जड़ते हुए कहा कि सरकार किसान आंदोलन को दिल्ली से खींचकर यहां लाना चाहती है, ताकि किसान दिल्ली का पेंडा छोड़ दें.