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CID को लेकर सीएम और अनिल विज में ठनी, विज बोले- वेबसाइटों से सरकार नहीं चलती

सीआईडी किसे रिपोर्ट करेगा इसको लेकर हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल और गृहमंत्री अनिल विज के बीच ठन गई है. अनिल विज ने साफ किया है कि सीआईडी हमेशा से गृह मंत्रालय का हिस्सा रहा है.

anil vij reaction on cid
CID को लेकर सीएम और अनिल विज में ठनी
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Published : Jan 8, 2020, 12:48 PM IST

Updated : Jan 8, 2020, 1:01 PM IST

अंबाला: क्राइम इनवेस्टिगेशन डिपार्टमेंट यानी कि सीआईडी पर मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर और गृहमंत्री अनिल विज के बीच तनातनी बढ़ गई है. सीएम मनोहर लाल के सीआईडी पर जारी किए गए लेटर के बाद गृहमंत्री अनिल विज ने इस पर अपनी प्रतिक्रिया दी है.

क्या कहा गृहमंत्री अनिल विज ने ?

सरकारें वेबसाइटों से नहीं चला करती हैं. सरकारें रूल एंड लॉ से चलती हैं और हरियाणा बिजनेस ऑफ एलोकेशन में पेज नंबर 30 पर होम डिपार्टमेंट के अंदर रूल 5 में साफ लिखा है कि सीआईडी इसका अभिन्न अंग है.

'मुख्यमंत्री हैं सुप्रीम'
अनिल विज ने आगे कहा कि वैसे तो अभी तक ये ही लिखा हुआ है कि सीआईडी गृह मंत्रालय के पास रहता है, लेकिन ये भी सच है कि मुख्यमंत्री सुप्रीम हैं. वो चाहे तो ऐसा कर सकते हैं, लेकिन इसके लिए भी मुख्यमंत्री को पहले कैबिनेट में रूल लाना पड़ेगा. जिसके बाद उसे विधानसभा से पास करवाना पड़ेगा, लेकिन अभीतक ऐसा नहीं किया गया है. जिसका मतलब ये साफ है कि सीआईडी उनके ही पास है.

अफसरशाही से नहीं कोई झगड़ा-गृहमंत्री
गृहमंत्री ने ये भी साफ किया कि उनका अफसरशाही से कोई झगड़ा नहीं है. बस काम ना करने वालों को ठीक करना उनका धर्म और कर्म है. जो वो अपनी आखिरी सांस तक करते रहेंगे.

क्लिक कर सुने क्या बोले गृहमंत्री अनिल विज ?

ये भी पढ़िए: CID पर हरियाणा सरकार ने साफ किया रुख, मुख्यमंत्री मनोहर लाल के पास ही रहेगा विभाग

सीआईडी पर सीएम और गृहमंत्री में तनातनी!

बता दें कि मंगलवार को सबसे पहले हरियाणा सरकार की आधिकारिक वेबसाइट पर सीआईडी विभाग को मुख्यमंत्री मनोहर लाल के पास दिखाया गया. जिसके बाद सीएम मनोहर लाल खट्टर की ओर से भी लेटर जारी किया गया. जिसमें सीआईडी को मुख्यमंत्री के पास दिखाया गया. ऐसा तब किया गया जब हाल ही में गृहमंत्री अनिल विज ने सीआईडी को अपने अंडर होने की बात कही थी. यही नहीं अनिल विज ने सीआईडी को फिसड्डी बताते हुए उसके सुधार के लिए कमेटी का भी गठन किया था. सीआईडी में सुधार के लिए अनिल विज ने गृह सचिव की अध्यक्षता में 3 सदस्यीय कमेटी का गठन किया था

अंबाला: क्राइम इनवेस्टिगेशन डिपार्टमेंट यानी कि सीआईडी पर मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर और गृहमंत्री अनिल विज के बीच तनातनी बढ़ गई है. सीएम मनोहर लाल के सीआईडी पर जारी किए गए लेटर के बाद गृहमंत्री अनिल विज ने इस पर अपनी प्रतिक्रिया दी है.

क्या कहा गृहमंत्री अनिल विज ने ?

सरकारें वेबसाइटों से नहीं चला करती हैं. सरकारें रूल एंड लॉ से चलती हैं और हरियाणा बिजनेस ऑफ एलोकेशन में पेज नंबर 30 पर होम डिपार्टमेंट के अंदर रूल 5 में साफ लिखा है कि सीआईडी इसका अभिन्न अंग है.

'मुख्यमंत्री हैं सुप्रीम'
अनिल विज ने आगे कहा कि वैसे तो अभी तक ये ही लिखा हुआ है कि सीआईडी गृह मंत्रालय के पास रहता है, लेकिन ये भी सच है कि मुख्यमंत्री सुप्रीम हैं. वो चाहे तो ऐसा कर सकते हैं, लेकिन इसके लिए भी मुख्यमंत्री को पहले कैबिनेट में रूल लाना पड़ेगा. जिसके बाद उसे विधानसभा से पास करवाना पड़ेगा, लेकिन अभीतक ऐसा नहीं किया गया है. जिसका मतलब ये साफ है कि सीआईडी उनके ही पास है.

अफसरशाही से नहीं कोई झगड़ा-गृहमंत्री
गृहमंत्री ने ये भी साफ किया कि उनका अफसरशाही से कोई झगड़ा नहीं है. बस काम ना करने वालों को ठीक करना उनका धर्म और कर्म है. जो वो अपनी आखिरी सांस तक करते रहेंगे.

क्लिक कर सुने क्या बोले गृहमंत्री अनिल विज ?

ये भी पढ़िए: CID पर हरियाणा सरकार ने साफ किया रुख, मुख्यमंत्री मनोहर लाल के पास ही रहेगा विभाग

सीआईडी पर सीएम और गृहमंत्री में तनातनी!

बता दें कि मंगलवार को सबसे पहले हरियाणा सरकार की आधिकारिक वेबसाइट पर सीआईडी विभाग को मुख्यमंत्री मनोहर लाल के पास दिखाया गया. जिसके बाद सीएम मनोहर लाल खट्टर की ओर से भी लेटर जारी किया गया. जिसमें सीआईडी को मुख्यमंत्री के पास दिखाया गया. ऐसा तब किया गया जब हाल ही में गृहमंत्री अनिल विज ने सीआईडी को अपने अंडर होने की बात कही थी. यही नहीं अनिल विज ने सीआईडी को फिसड्डी बताते हुए उसके सुधार के लिए कमेटी का भी गठन किया था. सीआईडी में सुधार के लिए अनिल विज ने गृह सचिव की अध्यक्षता में 3 सदस्यीय कमेटी का गठन किया था

Intro:हरियाणा के गृह मंत्री अनिल विज के पास सीआईडी है या नहीं इसको लेकर विवाद बना हुआ है । एक तरफ सरकारी वेबसाइट पर सीआईडी मुख्यमंत्री के पास होना अपडेट कर दिया गया है। इस पर अनिल विज का कहना है मुख्यमंत्री चाहे तो वह सीआईडी गृह मंत्री से वापस ले सकते हैं लेकिन वह कैबिनेट की मीटिंग के बिना नहीं हो सकता ।
इसलिए सीआईडी अभी तक उन्हीं के पास है।


Body:सरकारे वेबसाइट से नहीं रूल ऑफ लॉ से चलती है यह कहना है हरियाणा के गृह मंत्री अनिल विज का।

बता दे कि सीआईडी विज से वापस ले मुख्यमंत्री के पास आ गया है ऐसा सरकारी वेबसाइट पर अपडेट किया गया है लेकिन कैबिनेट की मीटिंग के बिना यह संभव नहीं।

इसको लेकर अनिल विज ने स्पष्ट किया कि मुख्यमंत्री सुप्रीम होते हैं चाहे तो ऐसा कर सकते हैं और सीआईडी उनसे वापस ले सकते हैं लेकिन कानून के मुताबिक बिना कैबिनेट के पास ऐसा हो नहीं सकता और अभी तक कोई मीटिंग इस बारे नहीं हुई है। गृहमंत्री ने कहा अफसरशाही से उनका कोई झगड़ा नहीं है काम ना करने वालों को ठीक करना मेरा धर्म और कर्म है यह मैं आखिरी सांस तक करता रहूंगा।

बाइट अनिल विज गृह मंत्री

वहीं केंद्रीय ट्रेड यूनियनों के आह्वान पर देशव्यापी हड़ताल को लेकर प्रदेश के गृहमंत्री अनिल विज ने कहा की हड़ताल पहली बार नहीं बल्कि पहले भी काफी बार हो चुकी है और कर्मचारी अपनी मांगों को लेकर हड़ताल करते हैं लेकिन प्रशासन पूरी तरह चुस्त है और नजर बनाये हुए है।

बाइट अनिल विज गृह मंत्री


Conclusion:
Last Updated : Jan 8, 2020, 1:01 PM IST
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