अंबाला: जम्मू कश्मीर की पूर्व सीएम और पीडीपी अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती के कश्मीर और पाकिस्तान को लेकर दिए गए बयान ने हलचल मचा दी है. उनके बयान पर विपक्ष के नेताओं ने उन्हें घेरना शुरू कर दिया है. वहीं अपने बयानों को लेकर चर्चा में रहने वाले हरियाणा के गृह एवं स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने भी महबूबा मुफ्ती पर निशाना साधा है.
महबूबा मुफ्ती ने अपने बयान में कहा कि कश्मीर समस्या के समाधान के लिए पाकिस्तान को भी बातचीत में शामिल किया जाना चाहिए. उन्होंने सवाल खड़े किये हैं कि अगर भारत सरकार तालिबान से बात कर सकती है तो पाकिस्तान से क्यों नहीं. इस पर हरियाणा के गृहमंत्री अनिल विज ने कहा कि ये बहुत ही गैरजिम्मेदाराना बयान है.
उन्होंने कहा कि हमें लगता है इनकी जड़ें अभी भी पाकिस्तान में हैं. किस देश से बात करनी है या किस देश से नहीं ये केंद्र सरकार का मामला है. गौरतलब है कि महबूबा मुफ्ती के इस बयान के बाद बीजेपी ने उन्हें निशाने पर ले लिया है. वहीं 24 जून गुरुवार को दिल्ली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ जम्मू कश्मीर के नेताओं की बैठक भी होने वाली है. इस बैठक में महबूबा मुफ्ती भी शामिल होंगी. ऐसे में महबूबा मुफ्ती के बयान ने सियासी पारा चढ़ा दिया है.
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इसके अलावा गृहमंत्री अनिल विज ने हरियाणा के डीजीपी मनोज यादव के मामले पर भी प्रतिक्रिया दी है. दरअसल, डीजीपी ने गृह विभाग के आला अधिकारियों को पत्र लिख उन्हें रिलीव करने की इजाजत मांगी है. जहां एक तरफ डीजीपी का पत्र चर्चाओं में है वहीं गृहमंत्री अनिल विज ने सीधे शब्दों में ये कह डाला है कि उन्हें अभी तक ऐसा कोई पत्र प्राप्त नहीं हुआ. विज ने कहा कि ये केवल पत्र सोशल मीडिया पर ही चल रहा है.
वहीं सरकार के 600 दिन पूरे पर इनेलो नेता अभय चौटाला इन दिनों निरंतर सरकार पर 600 दिनों में कई घोटाले करने के आरोप लगा रहे हैं. विरोधी दलों के इन्हीं आरोपों को लेकर अनिल विज से सवाल किया गया तो विज ने कहा कि विपक्ष का काम बोलना है, लेकिन उनकी सरकार में कोई घोटाला नहीं हुआ और न हो सकता है.
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