अंबाला: पिछले दिनों रेस्क्यू की गई नाबालिग नेपाली लड़की (rescue of nepali girl in ambala) को आज अंबाला चाइल्ड वेलफेयर कमेटी (ambala child welfare committee) ने नेपाल से प्रतिनधि मंडल और उसके परिवार को सौंप दिया. जिसके लिए नेपाली प्रतिनिधिमंडल ने भारत का इस मदद के लिए धन्यवाद किया. अंबाला में 17 जून की रात को चाइल्ड वेलफेयर कमेटी द्वारा टीम बनाकर नेपाल की 15 वर्षीय नाबालिग को रेस्क्यू किया गया था.
लड़की को अंबाला के गांव जलबेडा स्तिथ एक पोल्ट्री फार्म पर नेपाल से लाकर जबरदस्ती रखा गया था. जिसका आरोपी नेपाल का रहने वाला दिनेश मंडल है. बताया जा रहा है कि आरोपी पहले भी कई लड़कियों को बहला फुसलाकर नेपाल से भारत ला चुका है. नेपाल से आज पुलिस अधिकारी, एनसीआरसी, एनजीओ टीम का एक 5 सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल लड़की को लेने भारत पहुंचा. जिनके सामने रेस्क्यू की गई नाबालिग लड़की को चाइल्ड वेलफेयर कमेटी द्वारा परिवार को हैंडओवर किया गया.
सीडब्ल्यूसी की चेयरपर्सन रंजिता सचदेवा ने बताया कि नेपाल से आई सूचना के आधार पर 17 जून को गांव जलबेड़ा से एक नाबालिग लड़की को रेस्क्यू किया गया था. आरोपी दिनेश मंडल लड़कियों को बहला फुसलाकर भारत लाने का घिनौना काम करता है, लेकिन हमें खुशी है इस बच्ची को हमने बचा लिया. बच्ची को लेने आए नेपाल पुलिस के असिस्टेंट सब इंस्पेक्टर ने बताया कि डेढ़ महीने पहले आरोपी दिनेश मंडल बच्ची को भगाकर भारत लाया था.
आरोपी पहले भी गरीब परिवारों को अपनी झूठी बातों में लेकर उनके बच्चे अगवा कर चुका है. इस बच्ची को भारत में ढूंढ लिया गया. इसके लिए हम भारत के प्रशासन का धन्यवाद करते हैं. मामले की जांच कर रही सब इंस्पेक्टर सुरेखा ने बताया कि सीडब्ल्यूसी की शिकायत पर आरोपी दिनेश के खिलाफ पॉक्सो एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है. आरोपी पर नेपाल में भी मानव तस्करी के कई मामले पहले से दर्ज हैं. अंबाला पुलिस आरोपी की तलाश में छापेमारी कर रही है.