चरखी दादरी: जिले के गांव रूदड़ोल में विकास कार्यों को लेकर कुछ ग्रामीणों ने जिला प्रशासन को शिकायत की थी. ग्रामीणों ने गांव के सरपंच की शिकायत की थी कि वो गांव में गलियों के निर्माण के लिए आए पैसे से अपनी निजी गलियां बनवाई और सारे पैसे हजम कर गए. शिकायत के बाद भी सरपंच पर अभीतक कोई कार्रवाई नहीं हुई है.
जांच अधिकारी की जांच में सरपंच को माना गया था दोषी
शिकायतकर्ता मोहनलाल ने बताया कि उन्होंने गांव के सरपंच बबीता देवी के खिलाफ जिला प्रशासन से शिकायत की थी. जिसके बाद जिला प्रशासन की तरफ से जांच अधिकारी नियुक्त किया गया था.
जब जांच अधिकारी ने जांच की तो उसने सूबूतों के आधार पर सरपंच बबीता देवी, नंबरदार महेंद्र सिंह, ग्राम सचिव संजीव कुमार, चमन प्रकाश, अमित कुमार और जेई सत्यपाल को दोषी माना. एसडीएम ने जांच रिपोर्ट डीसी को भेजते हुए कार्रवाई की मांग की. मोहनलाल ने बताया कि सिफारिश करने के कई दिन बीत गए हैं लेकिन आरोपी सरपंच और अन्य आरोपियों पर अभी तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है. जिसके बाद उन्होंने सीएम और गृहमंत्री को पत्र लिखा है.
सरपंच और जेई ने मिलकर लाखों रुपये का किया है फर्जीवाड़ा
मोहनलाल ने बताया कि उनके गांव रूदड़ोल में सरपंच और अधिकारियों ने मिलीभगत करते हुए विकास कार्यों के नाम पर लाखों रुपए का फर्जीवाड़ा किया है. उन्होंने बताया कि सरपंच द्वारा गलत तरीकों से गलियों का निर्माण किया गया. इस मामले की जांच एसडीएम द्वारा की गई. उन्होंने बताया कि जांच में दोषी पाने वाले सरपंच और अधिकारियों के खिलाफ अब उन्होंने सीएम विंडो, सीएम और गृह मंत्री को कार्रवाई के लिए पत्र लिखा है. वहीं एसडीएम संदीप अग्रवाल ने फोन पर बताया कि जांच रिपोर्ट उच्चाधिकारियों को भेजी गई है.