सोनीपत: खरखौदा शराब घोटाले में आरोपी भूपेंद्र का गुजरात में शराब तस्करी से कनेक्शन जुड़ने के बाद गुजरात पुलिस टीम ने उसे प्रोडक्शन वारंट पर लेने के लिए कोर्ट में आवेदन किया था. जिसके बाद स्थानीय कोर्ट ने भूपेंद्र का राहदारी रिमांड मंजूर कर लिया है. उसे शनिवार को गुजरात पुलिस अपने साथ लेकर जाएगी. जहां उसे कोर्ट में पेश कर रिमांड पर लिया जाएगा.
गौरतलब है कि भूपेंद्र का गुजरात में शराब तस्करी में नाम आने के बाद गुजरात पुलिस उसे प्रोडक्शन वारंट पर लेने के लिए प्रयासरत थी. उसके सरेंडर करने के कुछ दिन बाद ही गुजरात पुलिस ने कोर्ट में उसका प्रोडक्शन रिमांड लगाया था, लेकिन स्थानीय पुलिस की पूछताछ के चलते उन्हें रिमांड नहीं मिल पाया.
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उसके बाद गुजरात पुलिस ने 27 मई को दोबारा उसे राहदारी (ट्रांजिट) रिमांड पर देने की याचिका लगाई थी, जिसे स्वीकार कर लिया गया. शुक्रवार को अदालत ने उस पर फैसला सुनाते हुए भूपेंद्र को गुजरात पुलिस को राहदारी रिमांड पर दे दिया है. गुजरात पुलिस शनिवार को उसे लेकर गुजरात जाएगी. जहां उसे स्थानीय अदालत में पेश कर रिमांड पर लिया जाएगा. उसके बाद गुजरात पुलिस उससे पूछताछ कर उसके गुजरात में शराब तस्करी के जाल के बारे में जानकारी जुटाएगी.
गुजरात में शराब की सप्लाई करता था भूपेंद्र
भूपेंद्र से पूछताछ में सामने आया था कि वह और उसका साथी सतीश गुजरात में शराब की तस्करी करते थे. वहां पर उनकी मदद गुजरात के जूनागढ़ का रहने वाला धीरेंद्र करता था. हरियाणा से तस्करी कर गुजरात ले जाई जाने वाली शराब को वहां धीरेंद्र ही सप्लाई कराता था. धीरेंद्र ही स्थानीय पुलिस से सांठ-गांठ करता था. हरियाणा से शराब को प्याज और अन्य खाद्य पदार्थ के नीचे छिपाकर ले जाया जाता था.
कौन है भूपेंद्र ?
लॉकडाउन के दौरान सोनीपत जिले के खरखौदा स्थित एक गोदाम में बड़ा शराब घोटाला सामने आया था. इस घोटाले को लेकर शराब तस्कर भूपेंद्र सिंह को गिरफ्तार किया गया था. भूपेंद्र सिंह वह विवादित व्यक्ति है, जिसके गोदाम में पुलिस द्वारा जब्त की गई और आबकारी विभाग के द्वारा रखी गई शराब को लॉकडाउन के दौरान बेच दिया गया था. इस मामले की जांच को लेकर हरियाणा सरकार ने एसआईटी का गठन किया था.