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प्रदेश में पराली जलाने के 7 हजार मामले आए सामने, रोहतक में एक किसान की हुई गिरफ्तारी

प्रदूषण के चलते पराली जलाने को लेकर रोहतक प्रशासन ने एक किसान पर एफआईआर दर्ज कर गिरफ्तार किया है. राहत की बात ये है कि पूरे हरियाणा में अब तक सात हजार मामले सामने आए हैं तो रोहतक में केवल 11 मामले ही दर्ज हुए हैं.

rohtak parali burning arrest
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Published : Nov 22, 2019, 8:25 AM IST

रोहतक: प्रदूषण को लेकर रोहतक प्रशासन शख्त हो गया है. इसका असर ये हुआ कि जहां हरियाणा में पराली जलाने के 7 हजार मामले सामने आए हैं तो वहीं रोहतक में कुल 11 मामले दर्ज किए गए हैं.

रोहतक उपायुक्त आरएस वर्मा ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर जानकारी दी कि किसानों को जागरूक करने के लिए 147 नोडल अधिकारियों की निगरानी में 34 सेक्टर बनाए गए हैं जिसके तहत प्रत्येक गांव में चार अधिकारी पराली जलाने को लेकर निगरानी रखेंगे. साथ ही रोहतक में धुंआ निकालने वाली फैक्ट्री अभी बंद की गई हैं.

पराली जलाने को लेकर रोहतक उपायुक्त आरएस वर्मा ने दी जानकारी.

रोहतक उपायुक्त ने बताया कि रोहतक में कुल 19 जगह पर पराली जलाई गई, जिसमें 11 पर मामला दर्ज किया गया है. इसके अलावा 9 किसानों पर एफआईआर दर्ज की गई है, जिसमें से एक किसान को गिरफ्तार भी किया गया है. आने वाले समय में एनजीटी की ओर से जो निर्देश मिलेंगे उसी तरह की कार्रवाई की जाएगी.

ये भी पढ़ें: हरियाणा के किसान मजबूरी में जला रहे हैं पराली, गाड़ियों के धुएं से बढ़ रहा दिल्ली का प्रदूषण

गौरतलब है कि प्रशासन की नजरों से बचने के लिए किसानों ने पराली जलाने का अलग तरीका खोज लिया है. अब किसान दिन की बजाए देर रात को पराली जलाते हैं, जिससे प्रदूषण लगातार फैल रहा है.

रोहतक: प्रदूषण को लेकर रोहतक प्रशासन शख्त हो गया है. इसका असर ये हुआ कि जहां हरियाणा में पराली जलाने के 7 हजार मामले सामने आए हैं तो वहीं रोहतक में कुल 11 मामले दर्ज किए गए हैं.

रोहतक उपायुक्त आरएस वर्मा ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर जानकारी दी कि किसानों को जागरूक करने के लिए 147 नोडल अधिकारियों की निगरानी में 34 सेक्टर बनाए गए हैं जिसके तहत प्रत्येक गांव में चार अधिकारी पराली जलाने को लेकर निगरानी रखेंगे. साथ ही रोहतक में धुंआ निकालने वाली फैक्ट्री अभी बंद की गई हैं.

पराली जलाने को लेकर रोहतक उपायुक्त आरएस वर्मा ने दी जानकारी.

रोहतक उपायुक्त ने बताया कि रोहतक में कुल 19 जगह पर पराली जलाई गई, जिसमें 11 पर मामला दर्ज किया गया है. इसके अलावा 9 किसानों पर एफआईआर दर्ज की गई है, जिसमें से एक किसान को गिरफ्तार भी किया गया है. आने वाले समय में एनजीटी की ओर से जो निर्देश मिलेंगे उसी तरह की कार्रवाई की जाएगी.

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गौरतलब है कि प्रशासन की नजरों से बचने के लिए किसानों ने पराली जलाने का अलग तरीका खोज लिया है. अब किसान दिन की बजाए देर रात को पराली जलाते हैं, जिससे प्रदूषण लगातार फैल रहा है.

Intro:रोहतक:- प्रदूषण को देखते हुए जिला उपायुक्त आर एस वर्मा का बयान, पूरे हरियाणा में पराली जलाने के मिले 7 हजार मामले।

सैटेलाइट के जरिए रखी जा रही है नजर,रोहतक में 11 जगह जलाई गई पराली।

सभी गाँवो को 34 सेक्टर में बाटा गया, 147 नोडल अधिकारियों की निगरानी में गांव।

किसानों को जागरूक करने के लिए हर अधिकारी को दिए गए 4 गांव।

अभी तक 9 किसानों पर एफआईआर दर्ज,एक किसान गिरफ्तार

आने वाले समय में एनजीटी से जो निर्देश मिलेंगे उसी तरह की जाएगी कार्रवाई।

प्रदूषण के चलते पैराली जलाने को लेकर रोहतक प्रसाशन ने एक किसान को एफआईआर दर्ज कर गिरफ्तार किया है।राहत की बात ये है कि पूरे हरियाणा में अब तक सात हजार मामले तो रोहतक में केवल 11 मामले ही दर्ज हुए है।पैराली जलाने वाले किसानों पर निगरानी रखने के लिए 147 नोडल अधिकारियों 34 सेक्टरों में बाट दिया गया है।

Body:प्रदूषण को लेकर प्रसाशन शक्त हो गया है।लेकिन राहत की बात है कि जहाँ हरियाणा में 7 हजार तो अकेले रोहतक में कुल 11 मामले दर्ज किए गए हैं।रोहतक उपायुक्त ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर पत्रकारों को जानकारी दी कि किसानों को जागरूक करने के लिए 147 नोडल अधिकारियों की निगरानी में 34 सेक्टर बनाए गए,जिसके तहत प्रत्येक गांव में चार अधिकारी पराली जलाने को लेकर निगरानी रखेंगे। Conclusion:रोहतक उपायुक्त ने बताया कि अभी तक 9 किसानों पर एफआईआर दर्ज की गई है, जिसमें से एक किसान को गिरफ्तार भी किया गया है।गौरतलब है कि प्रशासन की नजरो से बचने के लिए किसानों ने पराली जलाने का अलग तरीका खोज लिया है। अब किसान दिन की बजाए देर रात को पैराली जलाते हैं जिससे प्रदूषण लगातार फैल रहा है।

बाइट:-आरएस वर्मा रोहतक उपायुक्त
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