रोहतक: केंद्र सरकार की अग्निपथ योजना के खिलाफ पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा सोमवार को रोहतक में धरने पर बैठे. उन्होंने इस योजना को वापस लिए जाने की मांग की. इस धरने में रोहतक से कांग्रेस विधायक भारत भूषण बत्रा, कलानौर की कांग्रेस विधायक शकुंतला खटक, पूर्व मंत्री कृष्णमूर्ति हुड्डा, पूर्व मंत्री सुभाष बत्रा और महम के पूर्व विधायक आनंद सिंह दांगी भी शामिल हुए.
हुड्डा ने कहा कि अग्निपथ योजना ना तो युवाओं के हित में है और न ही देश के. युवा इस योजना और सरकार के रवैये से मायूस हैं. अग्निपथ योजना लागू करके सरकार सेना और युवाओं के भविष्य से खिलवाड़ कर रही है. इस योजना से फौज के भीतर ही 2 किस्म की फौज बन जाएंगी. एक परमानेंट और एक टेंपरेरी. इनके बीच में समन्वय स्थापित करना बेहद मुश्किल होगा.
पूर्व मुख्यमंत्री हुड्डा ने कहा कि इजराइल जैसे छोटे देशों की तुलना भारत जैसे विशाल देश से नहीं हो सकती. इन छोटे-छोटे देशों में ना तो बेरोजगारी है और ना ही लोग सेना में भर्ती होना चाहते. इसलिए वहां पर सेना में सेवाएं देना अनिवार्य किया गया है. जबकि, भारत के युवा खुद सेना में भर्ती होने का सपना देखते हैं. एक सैनिक बनकर खुद को गौरवान्वित महसूस करते हैं. ऐसे में इजरायल जैसे देशों की नीति भारत में लागू नहीं हो सकती. सरकार को इसपर पुनर्विचार करते हुए अग्निपथ योजना को वापस लेना चाहिए और पक्की भर्तियां शुरू करनी चाहिए. पिछले 3 साल में अगर भर्तियां पूरी होती तो हरियाणा के करीब 20 हजार युवा आज फौज में होते.
अग्निपथ योजना के विरोध में सोमवार को प्रदेश कांग्रेस ने हरियाणा में प्रदर्शन किया. कांग्रेस की तरफ से ये प्रदर्शन देशव्यापी स्तर पर किया गया. जिसे सत्याग्रह आंदोलन (Congress satyagraha against Agneepath) का नाम दिया गया. जिसके तहत हरियाणा में सभी 22 जिलों में कांग्रेस ने अग्निपथ योजना के खिलाफ प्रदर्शन किया और केंद्र सरकार से इस योजना को वापस लेने की मांग की. हरियाणा के सभी जिला मुख्यालयों पर कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने धरना दिया. इस विरोध में हरियाणा कांग्रेस प्रभारी विवेक बंसल, हरियाणा प्रदेश अध्यक्ष उदय भान समेत कई बड़े नेता शामिल हुए.