रोहतक: रविवार को मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर व पूर्व मंत्री मनीष ग्रोवर के खिलाफ खुलेआम मोर्चा खोलने वाले रोहतक से भाजपा सांसद डॉ. अरविंद शर्मा के सुर धीमे नहीं हुए (ARVIND SHARMA ON MANISH GROVER) हैं. सोमवार को एक बार फिर उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री भी ग्रोवर से बाहर नहीं हैं. गौड़ ब्राह्मण शिक्षण संस्था (Gaur Brahman Degree College) को पहरावर गांव की जमीन देने के मुद्दे पर उन्होंने कहा कि सरकार ने 22 मई का इंतजार ही क्यों किया. क्या सरकार ब्राह्मण बिरादरी का दम देखना चाहते थे.
उन्होंने कहा कि अगर मनीष ग्रोवर चाहते तो संस्था को जमीन की चिट्ठी 2 घंटे में मिल जाती. भाजपा सांसद सोमवार को पत्रकारों से चर्चा कर रहे (ARVIND SHARMA PRESS CONFERENCE IN ROHTAK) थे. उन्होंने कहा कि गौड़ संस्था को जमीन देने में इतना समय किस लिए लगाया गया जबकि इस जमीन को देने में मंत्रिमंडल का फैसला था और गवर्नर ने नोटिफिकेशन जारी किया थी. अप्रैल माह में भी मुख्यमंत्री से उनकी बात हुई थी, फिर 4 मई को रोहतक में विकास रैली के दौरान मुख्यमंत्री से इस बारे में पूछा गया था, लेकिन जान बूझकर देरी की गई.
डॉ. अरविंद शर्मा ने कहा कि मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर बेहद शरीफ आदमी हैं और उन्हें अपनी सूझ बूझ से काम करना चाहिए, लेकिन वे ग्रोवर के कहने पर काम कर रहे (GAUR BRAHMIN EDUCATIONAL INSTITUTION LAND CASE) हैं. भाजपा सांसद ने कहा कि मनीष ग्रोवर बहुत ही चालाक आदमी है. वह अपने शहर और इलाके साथ भी चालाकी करता है. वहीं, भ्रष्टाचार के आरोपों पर डॉ. अरविंद शर्मा ने कहा कि वे पार्टी आलाकमान के सामने भी यह मामला रखेंगे.
क्या है पूरा मामला? पहरावर गांव में जमीन का मुद्दा पिछले महीने से गरमा गया है. 23 अप्रैल को इस जमीन पर हवन यज्ञ किया गया था. तब आप के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष नवीन जयहिंद ने यहां लगा नगर निगम का बोर्ड भी उखाड़ दिया था. दरअसल पहरावर की ग्राम पंचायत ने ये जमीन गौड़ शिक्षण संस्था को लीज पर दी थी. बाद में पहरावर गांव नगर निगम के अंतर्गत आ गया. संस्था ने कुछ समय तक लीज मनी जमा भी कराई, लेकिन जब लीज मनी जमा नहीं हुई तो ये जमीन नगर निगम के पास चली गई. अब इसी जमीन को वापस लेने की मांग तेज हो रही है. धीरे-धीरे ये मामला राजनीतिक रूप लेता जा रहा है.
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