पानीपत: गांव बांध के डबल मर्डर मामले में मृतकों के परिजन व ग्रामीण गुरुवार को निष्पक्ष जांच की मांग को लेकर पानीपत के लघु सचिवालय में पुलिस अधीक्षक से मिलने पहुंचे. ग्रामीणों व परिजनों की मांग है कि इस मामले की पूरी निष्पक्ष जांच हो.
मृतकों के परिजनों ने पुलिस पर लगाए आरोप
परिजनों का कहना है कि मारने वाले कई लोग थे. जबकि अभी तक एक ही आरोपी को गिरफ्तार किया गया है, बाकी को क्यों नहीं पकड़ा गया. उनके बेटे व भाई को बदमाश घोषित किया गया. बदमाश होने का कोई प्रमाण दे पुलिस. एक भी एफआईआर दिखाएं जिसमें प्रमाणित हो कि वे बदमाश थे.
मृतक मनीष के चाचा कृष्ण ने कहा कि हमारे भतीजे का कोई कसूर नहीं था और ना ही उसका कोई क्रिमिनल रिकॉर्ड रहा. पुलिस कोई भी ऐसा प्रमाण दें जिसमें उसके खिलाफ कोई मुकदमा दर्ज हुआ है. उन्होंने कहा कि ग्रामीण झूठा प्रचार कर रहे हैं और उन्हें बदमाश घोषित कर रहे हैं. मनीष व उसके साथी पर डकैती का झूठा मामला दर्ज है जबकि सीसीटीवी फुटेज में सारी फुटेज है जिसमें सिर्फ मारपीट हुई है, कोई भी लूट नहीं हुई. उन्होंने कहा कि उन्हें सिर्फ इंसाफ चाहिए और निष्पक्ष जांच होनी चाहिए.
ये है पूरा मामला
बता दें कि, बीते शुक्रवार को बांध गांव में दो युवकों सतीश जागलान और मनीष की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. मामला ढाबे पर कथित लूट का था, उसमें मुख्य आरोपित विकास था. ये दोनों विकास के दोस्त थे. दोस्ती निभाने के लिए ही बांध गांव गए थे, जहां दोनों की हत्या कर दी गई. विकास अपने दो साथियों के साथ फरार है.
ये ढाबा बांध गांव के धर्मपाल का है. धर्मपाल ने घरौंडा थाने में शिकायत दर्ज कराई कि 14 अगस्त की रात बांध गांव का विकास, इसराना के सतीश व अन्य दो साथियों के साथ ढाबे में आया. खाना खाने के बाद बिल को विवाद हुआ. इन्होंने बिल न देते हुए मारपीट करके काउंटर से 60 हजार रुपये लूटे. बदमाशों ने उसकी व भतीजे की सोने की चेन भी लूट ली. डर की वजह से ग्राहक खाना छोड़कर भाग गए. ढाबे के बाहर बदमाशों ने हवाई फायरिंग की. घरौंडा थाना पुलिस ने मामला दर्ज किया था.
बांध गांव के लोगों के अनुसार इस झगड़े के बाद रात को पांच युवक कार में सवार होकर गांव में आए. इनके हाथ में हथियार थे और ढाबे के विवाद में गोली मारना चाहते थे. इन्होंने देखत ही देखते फायरिंग भी कर दी. बचाव में उन्होंने भी गोली चलाई, जिसमें दो लोगों की मौत हो गई और तीन लोग कार लेकर फरार हो गए.
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