पानीपत: बुधवार को नगर निगम हाउस की बैठक शुरू होते ही पार्षदों ने दलालों का मुद्दा उठाते हंगामा शुरू कर दिया. पार्षदों ने यहां तक कह दिया कि जब तक दलालों और निगम के आरोपित कर्मचारियों पर केस दर्ज नहीं होगा, तब तक सदन की बैठक आगे नहीं चलने देंगे.
शोर बढ़ता देख शहर से भाजपा के विधायक प्रमोद विज ने अपनी सीट से उठकर कहा कि पानीपत नगर निगम ने हमारा नाम डुबोकर रख दिया है. हम बहुत तंग आ चुके हैं.
बता दें कि, शाम छह बजे निगम कार्यालय में दलाल सक्रिय हो जाते हैं. उसी मुद़दे पर पूरी बैठक केंद्रित हो गई. वहीं भ्रष्टाचार के सवाल पूछते ही कमिश्नर मनोज कुमार नाराज हो गए और बैठक छोड़कर चले गए.
ये भी पढ़ें: पलवल में जल्द शुरू होगी GNM-ANM ट्रेनिंग, विधायक ने किया बिल्डिंग का निरीक्षण
बैठक में जेबीएम कंपनी पर 1 करोड़ 61 लाख रुपये का जुर्माना लगाने का प्रस्ताव पास किया गया. कंपनी पर आरोप है कि सफाई व्यवस्था नहीं सुधारी जा रही. घर-घर से कचरा नहीं उठाया जा रहा. जो काम दिया गया था, वो तो सही हो नहीं रहा, निंबरी में 27 करोड़ का एक टेंडर और इस कंपनी को दे दिया गया.
वहीं बैठक में हुए हंगामे पर सीनियर डिप्टी मेयर दुष्यंत भट्ट ने कहा कि ये बैठक दुर्भाग्यपूर्ण है. ऐसा नहीं होना चाहिए था. सभी को अपनी मर्यादाओं का पता होना चाहिए था. बिना मर्यादाओं के जब बोला जाता है तो वह घातक होता है और शहर के हित के लिए में नहीं होता. उन्होंने कहा कि मैं मानता हूं कि पार्षद ही नहीं कमिश्नर भी चिंतित हैं. दुष्यंत भट्ट ने कहा कि ये बैठक दुर्भाग्यपूर्ण है.
नगर निगम मेयर अवनीत कौर ने कहा कि हाउस जो कहेगा मैं उसके साथ हूं, लेकिन आज जो कुछ भी हुआ वह ठीक नहीं हुआ, वह बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण हुआ. आज बहुत ही कड़े फैसले लेने थे, लेकिन आज निगम की बैठक भंग होना बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण है, वह इसके लिए कड़ी निंदा की और अगली मीटिंग जल्दी बुलाई जाने की बात कही.
ये भी पढ़ें: भिवानी: 15 मार्च तक चलाया जाएगा आयुष्मान भारत पखवाड़ा अभियान