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26 करोड़ का पोस्ट मैट्रिक स्कॉलरशिप घोटाला आया सामने, दर्ज हुई FIR - 26 करोड़ रु का घपला

अनुसूचित जाति एवं पिछड़ा वर्ग पोस्ट मैट्रिक स्कॉलरशिप में सोनीपत, रोहतक और झज्जर में 26 करोड़ रु का घपला सामने आया है. इस मामले में राज्य चौकसी ब्यूरो ने एफआईआर दर्ज की है.

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Published : Jul 31, 2019, 8:09 PM IST

पानीपत: हरियाणा राज्य चौकसी ब्यूरो (विजिलेंस) के महानिदेशक डॉ. केपी सिंह ने बताया कि अनुसूचित जाति और पिछड़ा वर्ग के छात्र-छात्राओं को मिलने वाली पोस्ट मैट्रिक स्कीम में गड़बड़ी पाई गई. उन्होंने बताया कि इस मामले में दो उप निदेशकों, तीन जिला कल्याण अधिकारियों, डाटा एंट्री ऑपरेटर सहित पांच प्राइवेट लोगों पर तीन एफआईआर दर्ज की गई है. जो कि रोहतक, करनाल और पंचकूला के चौकसी ब्यूरो थानों में दर्ज हुई है.

स्कीम ऑनलाइन होने पर हुई गड़बड़ी
केपी सिंह ने बताया कि 1981 में शुरू हुई ये स्कीम 2015 तक ऑफलाइन रही. 2015 के बाद जब स्कॉलरशिप ऑनलाइन की गई तो स्टेट बैंक ऑफ इंडिया द्वारा प्रदेश के सामाजिक कल्याण मंत्रालय को विद्यार्थियों के अकाउंट नंबर का आधार कार्ड से मिलान में गड़बड़ी की सूचना मिली.

सुनिए क्या कहा हरियाणा चौकसी ब्यूरो (विजिलेंस) के महानिदेशक डॉ. केपी सिंह ने.

फर्जी छात्र-छात्राओं के अकाउंट नंबर के साथ फर्जी आधार जोड़े

प्रदेश के समाज कल्याण विभाग ने जांच में गड़बड़ी पाए जाने के बाद चंडीगढ़ में FIR दर्ज करवाई. उन्होंने बताया कि जांच में अधिकतर गड़बड़ी हरियाणा के जिलों में पाई गई है. फिर यह मामला हरियाणा सरकार ने राज्य चौकसी ब्यूरो को सौंप दिया. जिसके बाद तीन जिलों सोनीपत, रोहतक और झज्जर की जांच की गई, जिसमें पाया गया कि फर्जी छात्र-छात्राओं के अकाउंट नंबर के साथ फर्जी आधार जोड़कर स्कॉलरशिप की रकम प्राप्त की गई है. 30 से 40% फर्जी छात्र और 25 से 30% फर्जी संस्थानों को राशि का आवंटन किया गया और इस मामले का मुख्य सूत्रधार जिला सोनीपत रहा. हरियाणा के तीन और जिलों हिसार, पानीपत और फतेहाबाद में भी गड़बड़ी हुई है.

इन पर हुआ मामला दर्ज
के.पी सिंह ने बताया कि राज्य कल्याण विभाग के उपनिदेशक अनिल कुमार, उपनिदेशक राजेंद्र सिंह सांगवान, सेवानिवृत्त सहायक जितेंद्र सिंह, सहायक बीरेंद्र सिंह, डाटा एंट्री ऑपरेटर कुलजीत सिंह, जिला कल्याण अधिकारी सोनीपत सुशील सिंह, कार्यवाहक जिला कल्याण अधिकारी सोनीपत सुरेंद्र कुमार, जिला कल्याण अधिकारी रोहतक श्रीमती रेनू सिसोदिया, सेवानिवृत्त कार्यवाहक जिला कल्याण अधिकारी रोहतक बलवान सिंह सहित कई कर्मचारियों पर अपराधिक षड्यंत्र रच कर आर्थिक हानि पहुंचाने की FIR दर्ज की गई है. इन आरोपियों पर धारा 218, 409, 420, 467, 468, 471, 120 बी के तहत मामला दर्ज किया गया है.

पानीपत: हरियाणा राज्य चौकसी ब्यूरो (विजिलेंस) के महानिदेशक डॉ. केपी सिंह ने बताया कि अनुसूचित जाति और पिछड़ा वर्ग के छात्र-छात्राओं को मिलने वाली पोस्ट मैट्रिक स्कीम में गड़बड़ी पाई गई. उन्होंने बताया कि इस मामले में दो उप निदेशकों, तीन जिला कल्याण अधिकारियों, डाटा एंट्री ऑपरेटर सहित पांच प्राइवेट लोगों पर तीन एफआईआर दर्ज की गई है. जो कि रोहतक, करनाल और पंचकूला के चौकसी ब्यूरो थानों में दर्ज हुई है.

स्कीम ऑनलाइन होने पर हुई गड़बड़ी
केपी सिंह ने बताया कि 1981 में शुरू हुई ये स्कीम 2015 तक ऑफलाइन रही. 2015 के बाद जब स्कॉलरशिप ऑनलाइन की गई तो स्टेट बैंक ऑफ इंडिया द्वारा प्रदेश के सामाजिक कल्याण मंत्रालय को विद्यार्थियों के अकाउंट नंबर का आधार कार्ड से मिलान में गड़बड़ी की सूचना मिली.

सुनिए क्या कहा हरियाणा चौकसी ब्यूरो (विजिलेंस) के महानिदेशक डॉ. केपी सिंह ने.

फर्जी छात्र-छात्राओं के अकाउंट नंबर के साथ फर्जी आधार जोड़े

प्रदेश के समाज कल्याण विभाग ने जांच में गड़बड़ी पाए जाने के बाद चंडीगढ़ में FIR दर्ज करवाई. उन्होंने बताया कि जांच में अधिकतर गड़बड़ी हरियाणा के जिलों में पाई गई है. फिर यह मामला हरियाणा सरकार ने राज्य चौकसी ब्यूरो को सौंप दिया. जिसके बाद तीन जिलों सोनीपत, रोहतक और झज्जर की जांच की गई, जिसमें पाया गया कि फर्जी छात्र-छात्राओं के अकाउंट नंबर के साथ फर्जी आधार जोड़कर स्कॉलरशिप की रकम प्राप्त की गई है. 30 से 40% फर्जी छात्र और 25 से 30% फर्जी संस्थानों को राशि का आवंटन किया गया और इस मामले का मुख्य सूत्रधार जिला सोनीपत रहा. हरियाणा के तीन और जिलों हिसार, पानीपत और फतेहाबाद में भी गड़बड़ी हुई है.

इन पर हुआ मामला दर्ज
के.पी सिंह ने बताया कि राज्य कल्याण विभाग के उपनिदेशक अनिल कुमार, उपनिदेशक राजेंद्र सिंह सांगवान, सेवानिवृत्त सहायक जितेंद्र सिंह, सहायक बीरेंद्र सिंह, डाटा एंट्री ऑपरेटर कुलजीत सिंह, जिला कल्याण अधिकारी सोनीपत सुशील सिंह, कार्यवाहक जिला कल्याण अधिकारी सोनीपत सुरेंद्र कुमार, जिला कल्याण अधिकारी रोहतक श्रीमती रेनू सिसोदिया, सेवानिवृत्त कार्यवाहक जिला कल्याण अधिकारी रोहतक बलवान सिंह सहित कई कर्मचारियों पर अपराधिक षड्यंत्र रच कर आर्थिक हानि पहुंचाने की FIR दर्ज की गई है. इन आरोपियों पर धारा 218, 409, 420, 467, 468, 471, 120 बी के तहत मामला दर्ज किया गया है.

Intro:अनुसूचित जाति एवं पिछड़ा वर्ग पोस्ट मैट्रिक स्कॉलरशिप में सोनीपत,रोहतक व झज्जर में 26 करोड़ का घपला सामने आया है। इस मामले में राज्य चौकसी ब्यूरो ने गत शाम को एफआईआर दर्ज की है। मामले के बारे पत्रकारवार्ता करते हुए हरियाणा राज्य चौकसी ब्यूरो के महा निदेशक डॉ. के.पी सिंह ने बताया कि अनुसूचित जाति व पिछड़ा वर्ग के छात्र-छात्राओं को मिलने वाली पोस्ट मैट्रिक स्कीम में गड़बड़ी पाई गई। उन्होंने बताया कि इस मामले में 218,409, 420, 466, 467, 468, 471, 120 बी के तहत दो उप निदेशकों, तीन जिला कल्याण अधिकारियों, डाटा एंट्री ऑपरेटर सहित पांच प्राइवेट लोगों पर तीन एफआईआर दर्ज की गई है जोकि रोहतक, करनाल व पंचकूला के चौकसी ब्यूरो थानों में दर्ज हुई है।


Body:हरियाणा राज्य चोकसी ब्यूरो के महा निदेशक डॉ. के.पी सिंह ने बताया कि 1981 में शुरू हुई ये स्कीम 2015 तक ऑफलाइन रही। 2015 के बाद जब या स्कॉलरशिप ऑनलाइन की गई तो इस स्कीम के ऑनलाइन होने के बाद स्टेट बैंक ऑफ इंडिया द्वारा प्रदेश के कल्याण मंत्रालय को विद्यार्थियों के अकाउंट नंबर का आधार कार्ड के मिलान में गड़बड़ी की सूचना मिली। इस पर प्रदेश कल्याण विभाग ने जांच में गड़बड़ी पाए जाने के बाद चंडीगढ़ में एफआईआर दर्ज करवाई। उन्होंने बताया कि जांच में पाएगा कि अधिकतर गड़बड़ी हरियाणा के जिलों में पाई गई है।फिर यह मामला हरियाणा सरकार ने राज्य चौकसी ब्यूरो को सौंपा दिया। हरियाणा चोकसी ब्यूरो के महा निदेशक डॉ. के.पी सिंह ने बताया कि जांच में राज्य चौकसी ब्यूरो में तीन जिलों सोनीपत, रोहतक व झज्जर की जांच की गई, जिसमें पाया गया कि फर्जी संस्थान फर्जी छात्र-छात्राओं के अकाउंट नंबर के साथ फर्जी आधार जोड़कर स्कॉलरशिप की रकम प्राप्त की गई है। उन्होंने बताया कि जांच में पाया गया कि 30 से 40% फर्जी छात्र व 25 से 30% फर्जी संस्थानों को राशि का आवंटन किया गया और इस मामले का मुख्य सूत्रधार जिला सोनीपत रहा।


Conclusion:हरियाणा राज्य चौकसी ब्यूरो के महा निदेशक डॉक्टर के पी सिंह ने बताया कि हरियाणा के तीन अन्य जिलों हिसार, पानीपत और फतेहाबाद में भी गड़बड़ी अधिक हुई है ऐसा प्रारंभिक जांच में निकल कर आया है।

के.पी सिंह ने बताया कि राज्य कल्याण विभाग के अनिल कुमार उपनिदेशक, राजेंद्र सिंह सांगवान उपनिदेशक, सेवानिवृत्त जितेंद्र सिंह सहायक, बीरेंद्र सिंह सहायक, कुलजीत सिंह डाटा एंट्री ऑपरेटर, सुशील सिंह जिला कल्याण अधिकारी सोनीपत, सुरेंद्र कुमार कार्यवाहक जिला कल्याण अधिकारी सोनीपत, श्रीमती रेनू सिसोदिया जिला कल्याण अधिकारी रोहतक, बलवान सिंह कार्यवाहक जिला कल्याण अधिकारी रोहतक, सेवानिवृत्त सहित कई कर्मचारियों पर अपराधिक षड्यंत्र रच कर आर्थिक हानि पहुंचाने की एफ आई आर दर्ज की गई है उन्होंने बताया कि इन आरोपियों पर धारा 218 409 420 467 468 471 120 बी के तहत मामला दर्ज किया गया है

बाइट - के.पी सिंह, हरियाणा राज्य चौकसी ब्यूरो के महानिदेशक।
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