पानीपत: इंसान का गुस्सा और जिद्दीपन कभी-कभी अपने साथ-साथ दूसरों की जान खतरे में डाल देता है. ताजा मामला पानीपत दिल्ली पैरलल नहर (Panipat Delhi Parallel Canal) से सामने आया. जहां एक लड़की को अपने दोस्तों की बात ना मानना इतना महंगा पड़ गया कि उसे अपनी जान से हाथ धोना पड़ गया. ये घटना पानीपत के सौंदापुर के पास हुआ.
पानीपत सौंदापुर से लालबत्ती की ओर जाने वाली दिल्ली पैरलल नहर पर सोमवार की शाम बड़ा हादसा (Road accident in Panipat) हो गया. एक लाल रंग की कार नहर में जा गिरी. इस हादसे में एक लड़की की मौत हो गई. बताया जा रहा है कि कार में दो लड़कियां और एक लड़का सवार थे. तभी एक लड़की ने कार चलाने की जिद्द की लेकिन उसे अच्छे से कार चलानी नहीं आती थी. जैसे ही वह ड्राइवर सीट पर बैठी तो कुछ दूरी पर ही अपना संतुलन खो दिया और कार नहर में गिर गई.
कार को नहर में गिरता देख स्थानीय एकता कॉलोनी पानीपत के लोग तुरंत मौके पर पहुंचे. लोगों ने आनन-फानन में रस्सी से चेन बनाकर रेस्क्यू कार्य शुरु किया. जिस दौरान एक युवती व एक युवक को नहर से सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया. मगर ड्राइविंग सीट पर बैठी युवती समय पर नहीं निकल पाई. काफी देर बाद उसे निकाला तो गया लेकिन अस्पताल में उसकी मौत हो गई.
कैसे हुआ हादसा- लोगों के मुताबिक एक्सिस बैंक में काम करने वाली सेल्स ऑफिसर रितू सौंदापुर में किसी विक्की नाम के शख्स का बैंक खाता खोलने आई थी. रितू यहां तक ऑटो में सवार होकर आई थी. उसने खाता खोलने के बाद अपने दोस्त राहुल व परिधि को फोन करके कहा कि उसे लेने वहीं आ जाएं. जिसके बाद उसके दोनो दोस्त कार से उसे लेने वहां पहुंच गए. तभी परिधि राहुल से गाड़ी चलाने की जिद करने लगी.
परिधि के दोस्त राहुल और रितू ने उसे मना भी किया लेकिन उसने किसी की नहीं सुनी और ड्राइविंग सीट पर बैठ गई. गाड़ी स्टार्ट करके थोड़ी दूर ही वो चले थे कि परिधि अपना संतुलन खो बैठी और कार नहर में गिर गई. आस पास के लोगों ने आनन फानन में दो लोगों को तो निकाल लिया. लेकिन कार चला रही परिधि को निकालने में देर हो गई. मौके पर पहुंचे पुराना औद्योगिक थाना प्रभारी इंस्पेक्टर बलराज ने उसे अपनी सरकारी गाड़ी से नजदीकी निजी अस्पताल ले गए लेकिन थोड़ी देर बाद उसकी मौत हो गई.