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Sports in panipat: सुविधाओं के अभाव में छोड़ा खेल का सपना, पानीपत में बनवाया बैडमिंटन कोर्ट - Lack of Sports infrastructure in Haryana

हरियाणा में खेलों की मूलभूत सुविधा के अभाव (Sports infrastructure in Haryana) में खिलाड़ी अपने सपने को भी पीछे छोड़ देते हैं. लेकिन मन में जब लगन होती है तो किसी न किसी माध्यम से वह पूरी हो ही जाती है. पानीपत के राजेश मलिक की भी कहानी कुछ इसी तरह की है. पढ़ें पूरी स्टोरी

Sports in panipat
पानीपत में बैडमिंटन कोर्ट
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Published : Sep 30, 2022, 11:19 AM IST

Updated : Sep 30, 2022, 1:36 PM IST

पानीपत: हाल ही में ओलंपिक में पानीपत के छोरे नीरज चोपड़ा ने गोल्ड मेडल जीतकर (Neeraj Chopra won Gold Medal) देश और प्रदेश का नाम रोशन किया है. बावजूद इसके आज भी पानीपत जिले के स्टेडियम में खेलों की सुविधाओं का अभाव है. यही कारण है कि न जाने कितने ही खिलाड़ी खेल को छोड़ चुके हैं. सुविधाओं की कमी के चलते भी प्रदेश के खिलाड़ी हरियाणा को नेशनल और इंटरनेशनल खेलो में उच्च स्थान पर बनाये हुए है.

Sports in panipat
खेलों में मूलभूत सुविधाओं का अभाव
खेलों में मूलभूत सुविधाओं का अभाव: खेलों में खिलाड़ियों को आज भी वह सुविधा नहीं मिल पाती जो खिलाड़ियों को चाहिए. हरियाणा में न जाने कितने ही ऐसे खिलाड़ी होंगे जो मूलभूत सुविधाओं के अभाव से रह जाते (Lack of Sports infrastructure in Haryana) हैं. आलम यह हो जाता है कि आर्थिक तंगी के चलते खिलाड़ी अपना सपना वहीं छोड़ देते हैं. पानीपत की मुखिजा कॉलोनी में रहने वाले राजेश मलिक भी एक खिलाड़ी है. राजेश जिला स्तरीय क्रिकेट खेल में एक अच्छे खिलाड़ी हुआ करता थे. लेकिन आर्थिक तंगी और सुविधाओं के अभाव के कारण वह उच्चतर के खेल प्रतियोगिता में भाग नहीं ले पाया. जिसकी वजह से उनका यह सपना यहीं छूट गया.
Sports in panipat
पानीपत में बैडमिंटन कोर्ट

आर्थिक स्थिति में सुधार किया: खेल से इतर राजेश ने पहले अपनी आर्थिक स्थिति में सुधार करना शुरु कर दिया. राजेश ने इकोनॉमिकली अपने आपको मजबूत किया इसके बाद उन्होंने पता किया कि किस खेल की सुविधा कम है. चार जिलों का उन्होंने निरीक्षण किया. इसके बाद उन्होंने पाया कि बैडमिंटन खिलाड़ियों के लिए कोई भी प्रैक्टिस वोट (Sports in panipat) नहीं है. राजेश मलिक ने अपने ही गोदाम की छत पर लाखों की लागत लगाकर बैडमिंटन कोर्ट बनावाया और एक कोच की वहां ड्यूटी भी लगा दी.

पानीपत में बैडमिंटन कोर्ट
बैडमिंटन खिलाड़ियों के लिए कोर्ट बनवाया: मन मे संकल्प लिए राजेश मलिक ने बैडमिंटन के खिलाड़ियों के लिए अपने गोदाम पर कोर्ट तो बनवाया ही इसके साथ में सभी बैडमिंटन के खिलाड़ियों को अपने बैडमिंटन कोर्ट में निशुल्क प्रैक्टिस (badminton court in panipat) भी मुहैया कराई. आज इस बैडमिंटन कोर्ट में लगभग 25 से 30 बच्चे रोजाना प्रैक्टिस करने के लिए आते हैं. राजेश मलिक के दो बच्चे भी बैडमिंटन के प्रदेश स्तर के खिलाड़ी बन चुके है. राजेश मलिक के कोर्ट बनाने के बाद उनको देखकर दो और बैडमिंटन के कोर्ट लोगों ने बनवाये हैं. लेकिन यहां निशुल्क कोचिंग नहीं दी जाती है.

पानीपत: हाल ही में ओलंपिक में पानीपत के छोरे नीरज चोपड़ा ने गोल्ड मेडल जीतकर (Neeraj Chopra won Gold Medal) देश और प्रदेश का नाम रोशन किया है. बावजूद इसके आज भी पानीपत जिले के स्टेडियम में खेलों की सुविधाओं का अभाव है. यही कारण है कि न जाने कितने ही खिलाड़ी खेल को छोड़ चुके हैं. सुविधाओं की कमी के चलते भी प्रदेश के खिलाड़ी हरियाणा को नेशनल और इंटरनेशनल खेलो में उच्च स्थान पर बनाये हुए है.

Sports in panipat
खेलों में मूलभूत सुविधाओं का अभाव
खेलों में मूलभूत सुविधाओं का अभाव: खेलों में खिलाड़ियों को आज भी वह सुविधा नहीं मिल पाती जो खिलाड़ियों को चाहिए. हरियाणा में न जाने कितने ही ऐसे खिलाड़ी होंगे जो मूलभूत सुविधाओं के अभाव से रह जाते (Lack of Sports infrastructure in Haryana) हैं. आलम यह हो जाता है कि आर्थिक तंगी के चलते खिलाड़ी अपना सपना वहीं छोड़ देते हैं. पानीपत की मुखिजा कॉलोनी में रहने वाले राजेश मलिक भी एक खिलाड़ी है. राजेश जिला स्तरीय क्रिकेट खेल में एक अच्छे खिलाड़ी हुआ करता थे. लेकिन आर्थिक तंगी और सुविधाओं के अभाव के कारण वह उच्चतर के खेल प्रतियोगिता में भाग नहीं ले पाया. जिसकी वजह से उनका यह सपना यहीं छूट गया.
Sports in panipat
पानीपत में बैडमिंटन कोर्ट

आर्थिक स्थिति में सुधार किया: खेल से इतर राजेश ने पहले अपनी आर्थिक स्थिति में सुधार करना शुरु कर दिया. राजेश ने इकोनॉमिकली अपने आपको मजबूत किया इसके बाद उन्होंने पता किया कि किस खेल की सुविधा कम है. चार जिलों का उन्होंने निरीक्षण किया. इसके बाद उन्होंने पाया कि बैडमिंटन खिलाड़ियों के लिए कोई भी प्रैक्टिस वोट (Sports in panipat) नहीं है. राजेश मलिक ने अपने ही गोदाम की छत पर लाखों की लागत लगाकर बैडमिंटन कोर्ट बनावाया और एक कोच की वहां ड्यूटी भी लगा दी.

पानीपत में बैडमिंटन कोर्ट
बैडमिंटन खिलाड़ियों के लिए कोर्ट बनवाया: मन मे संकल्प लिए राजेश मलिक ने बैडमिंटन के खिलाड़ियों के लिए अपने गोदाम पर कोर्ट तो बनवाया ही इसके साथ में सभी बैडमिंटन के खिलाड़ियों को अपने बैडमिंटन कोर्ट में निशुल्क प्रैक्टिस (badminton court in panipat) भी मुहैया कराई. आज इस बैडमिंटन कोर्ट में लगभग 25 से 30 बच्चे रोजाना प्रैक्टिस करने के लिए आते हैं. राजेश मलिक के दो बच्चे भी बैडमिंटन के प्रदेश स्तर के खिलाड़ी बन चुके है. राजेश मलिक के कोर्ट बनाने के बाद उनको देखकर दो और बैडमिंटन के कोर्ट लोगों ने बनवाये हैं. लेकिन यहां निशुल्क कोचिंग नहीं दी जाती है.
Last Updated : Sep 30, 2022, 1:36 PM IST
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