पंचकूला: मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने परिवार पहचान पत्र के तहत आने वाले हर परिवार का एक डाटाबेस एकत्र करने के निर्देश अधिकारियों को दिए थे. साथ ही उन्होंने कहा था कि नौ लाख से अधिक परिवारों का सत्यापन मुख्यमंत्री परिवार समृद्धि योजना के तहत पूरा किया गया है, इसलिए उच्च शिक्षण संस्थानों और स्कूलों को एडमिशन के समय बच्चों से ‘परिवार पहचान पत्र’ फार्म भरवाने के लिए कहा जाए ताकि हर घर का तथ्यात्मक डाटा एकत्र किया जा सके.
इसी को लेकर पंचकूला जिले में परिवार पहचान पत्र बनाने के लिए सर्वे किया जा रहा है. इसके लिए 410 टीमें लगाई गई हैं जो घर-घर जाकर सर्वे का कार्य कर रही हैं. पंचकूला उपायुक्त मुकेश कुमार आहुजा ने बताया कि प्रत्येक टीम में 3 सदस्य लगाए गए हैं. इन टीमों में आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, आशा वर्कर एवं अन्य शिक्षकों को लगाया गया है. उन्होंने बताया कि यह टीमें सर्वे में घर-घर जाकर लोगों के परिवार के बारे में पूरी जानकारी एकत्र कर रही हैं.
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उपायुक्त ने बताया कि इन टीमों द्वारा एकत्र डाटा कोविड हेल्प के लिए उपयोग में लाया जाएगा. इसके अलावा सर्वे में प्राप्त इन आंकड़ों के आधार पर ही जनकल्याणकारी योजनाएं क्रियान्वित की जाएंगी और इसके अलावा सरकार द्वारा दिए जाने वाले किसी भी प्रकार के अन्य लाभ भी एकत्र डाटा के तहत ही उपलब्ध करवाए जाएंगे.
उपायुक्त मुकेश कुमार आहुजा ने बताया कि इन टीमों द्वारा मोबाइल या टेबलेट में डाटा एकत्र किया जा रहा है. इसके लिए कोई आवेदन या फॉर्म नहीं बांटे जा रहे. इसके लिए लोगों को सर्वे के दौरान सही एवं सटीक जानकारी ही देनी चाहिए. उन्होंने जिले के नागरिकों से अनुरोध किया कि वह इस सर्वे में लगे हुए अधिकारियों, कर्मचारियों की सहायता करें और वास्तविक जानकारी ही उपलब्ध कराएं ताकि सरकार के निर्देशानुसार सर्वे का कार्य शीघ्र अति शीघ्र पूरा किया जा सके.
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