कुरुक्षेत्र: मां भगवती की पावन पवित्र नवरात्र के पहले दिन मंदिरों में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ी. श्रद्धालुओं ने मां भगवती का पूजन कर सुख-समृद्धि की कामना की. प्राचीन भद्रकाली शक्तिपीठ मंदिर को इस नवरात्रि में भव्य रूप से सजाया गया है और इस मंदिर में दूर-दराज से लोग नवरात्रों में पूजा के लिए आते हैं. यह ऐतिहासिक मंदिर हरियाणा की एकमात्र सिद्ध शक्तिपीठ है, जहां मां भद्रकाली शक्ति रूप में विराजमान हैं.
कुरुक्षेत्र में श्रीदेवी कूप भद्रकाली शक्तिपीठ
वामन पुराण व ब्रह्मपुराण आदि ग्रंथों में कुरुक्षेत्र के सदंर्भ में चार कूपों का वर्णन आता है. जिसमें चंद्र कूप, विष्णु कूप, रुद्र कूप व देवी कूप हैं. श्रीदेवी कूप भद्रकाली शक्तिपीठ का इतिहास दक्षकुमारी सती से जुड़ा हुआ है. शिव पुराण में इसका वर्णन मिलता है
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घोड़े दान करने की चल रही प्रथा
51 शक्तिपीठ, इनके बारे में तो आपने सुना ही होगा. इनमें से एक शक्ति पीठ हरियाणा में भी है. श्रीदेवी कूप भद्रकाली मंदिर भद्रकाली शक्तिपीठ में देवी सती का दाए पैर का टखना (घुटने के नीचे का भाग) गिरा था. इसका महत्व तब और बढ़ जाता है, जब इसमें श्रीकृष्ण का जिक्र शामिल हो जाता है.
कहा जाता है कि भद्रकाली शक्तिपीठ में श्रीकृष्ण और बलराम का मुंडन हुआ था. ये भी माना जाता है कि महाभारत युद्ध में विजय का आशीर्वाद लेने पांडव श्रीकृष्ण के साथ यहां आए थे. मन्नत पूरी होने के बाद पांडवों ने मंदिर में आकर घोड़े दान किए थे. तब से घोड़े दान करने की प्रथा चली आ रही है.