कुरुक्षेत्र: 2014 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी ने 7 सीटों पर जीत का परचम लहराया था. वहीं इनेलो ने 2 और कांग्रेस ने 1 सीट पर जीत हासिल की थी. हालांकि इस बार चुनाव में हर सीट पर कड़ी टक्कर देखने को मिल रही है. इस खास पेशकश में पढ़िए कुरुक्षेत्र लोकसभा सीट के बारे में-
लोकसभा चुनाव 2019 प्रत्याशी
- नायब सैनी बीजेपी
- निर्मल सिंह कांग्रेस
- अर्जुन चौटाला इनेलो
- जयभगवान शर्मा जेजेपी
- शशि सैनी बीएसपी
कुरुक्षेत्र लोकसभा क्षेत्र का दायरा
कुरुक्षेत्र लोकसभा सीट के विधानसभा क्षेत्रों की बात करें तो इसमें 3 जिलों की 9 विधानसभा सीटें आती हैं.
- कुरुक्षेत्र
- लाड़वा
- शाहाबाद
- थानेसर
- पिहोवा
- कैथल
- गुहला
- कलायत
- कैथल
- पूंडरी
- यमुनानगर
- रादौर
कुरुक्षेत्र लोकसभा सीट में मतदाता
कुल- 16,57,335
- पुरुष- 8,82,810
- महिला- 7,74,525
कुरुक्षेत्र लोकसभा चुनाव 2014 के नतीजे
- राजकुमार सैनी बीजेपी जीत 4,18,112 वोट मिले
- बलबीर सैनी इनेलो हार 2,88,376 वोट मिले
कुरुक्षेत्र का इतिहास
कुरुक्षेत्र पौराणिक शहर रहा है. मान्यता है कि कुरुक्षेत्र में ही महाभारत की लड़ाई हुई थी और भगवान श्रीकृष्ण ने अर्जुन को गीता का उपदेश यहीं दिया था. कुरुक्षेत्र लोकसभा सीट का गठन 1977 में हुआ. 1977 तक इस लोकसभा सीट का हेड क्वार्टर कैथल था. तत्कालीन सांसद और पूर्व प्रधानमंत्री गुलजारी लाल नंदा ने इसे कैथल से बदलकर कुरुक्षेत्र करवाया. कुरुक्षेत्र से दो बार जीते गुलजारी लाल नंदा दो बार देश के कार्यकारी प्रधानमंत्री बने थे.
कुरुक्षेत्र सीट पर बना एक रिकॉर्ड आज तक नहीं टूट पाया है. साल 1977 में जब देश से इमरजेंसी हटी तो कुरुक्षेत्र लोकसभा सीट से भारतीय लोकदल ने रघुबीर सिंह विर्क को मैदान में उतारा था. तब 79.05 प्रतिशत लोगों ने मतदान किया था. करनाल के रघुबीर सिंह ने सर्वाधिक 76.92 फीसद वोट लेने का रेकॉर्ड बनाया. इस रेकॉर्ड को तोड़ना तो दूर अब तक कोई आस-पास भी नहीं पहुंच सका. बीजेपी के राजकुमार सैनी ने 2014 में कुरुक्षेत्र से लोकसभा चुनाव लड़ा और उन्होंने कांग्रेस से दो बार लगातार सांसद रह चुके उद्योगपति नवीन जिंदल को भारी मतों से हराया था. इनेलो के बलबीर सैनी को दूसरे नंबर पर रहे थे जबकि नवीन जिंदल तीसरे नंबर पर रहे थे.