कुरुक्षेत्र: HSGMC का विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है. जगदीश सिंह झींडा धर्मनगरी कुरुक्षेत्र के ऐतिहासिक गुरुद्वारा छठी पातशाही पहुंचे. जगदीश सिंह झींडा ने कहा कि हमारा कई दिनों से विचार चल रहा था कि हरियाणा सिख गुरुद्वारा मैनेजमेंट कमेटी (Haryana Sikh Gurdwara Management Committee) का प्रधान कौन और किसे माना जाए. जगदीश झींडा ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि 24 सितंबर को कैथल जिले के गुरुद्वारा नीम साहिब में 33 मेंबरों ने मुझे चुनकर मुख्य प्रधान मानने का फैसला लिया (Gurdwara Neem Sahib) है.
HSGPC के अध्यक्ष जगदीश सिंह झींडा (HSGPC President Jagdish Singh Jhinda) ने कहा कि चंडीगढ़ में मुख्यमंत्री मनोहर लाल से मुलाकात के बाद उन्होंने कहा कि हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने खुद महसूस किया है कि प्रदेश के सिख में दो फाड़ ना हो. हरियाणा के सिख इकट्ठे होकर चलें इसको देखते हुए मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने करनाल के सांसद संजय भाटिया की ड्यूटी लगाई है. साथ ही निर्देश दिए हैं कि हरियाणा के सिखों में मनमुटाव न हो और वह इकट्ठे होकर चलें.
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जगदीश झींडा ने कहा कि अध्यक्ष बनने से पहले हर कोई सोच रहा था कि अध्यक्ष पद के लिए हरियाणा के सिख समाज में दो फाड़ हो सकता है, आपस में टकराव भी हो सकता है. लेकिन कमेटी के 33 मेंबरों की ओर से हमे अध्यक्ष चुन लिया गया है. हम हर किसी को अपने साथ लेकर चलना चाहते हैं. साथ ही सिख समाज के हित में काम करना चाहते हैं. उन्होंने कहा कि 2014 में तत्कालीन हुड्डा सरकार की ओर से भी हमे अध्यक्ष चुना गया था, जिसके चलते अब दोबारा फिर मुझे कमेटी के मेंबरों ने अध्यक्ष चुना है. अब देखने वाली बात यह होगी कि बलजीत दादूवाल अब आगे क्या कदम उठाते हैं, क्योंकि अध्यक्ष लगभग उनको ही माना जा रहा था.
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