कुरुक्षेत्र: सरबंस दानी, साहिबे-कमाल, दशम पिता श्री गुरु गोबिंद सिंह जी का प्रकाश पर्व कुरुक्षेत्र स्थित गुरुद्वारा छठी पातशाही में श्रद्धा व धूमधाम से मनाया गया. सुबह गुरुद्वारा साहिब में श्री अखण्ड पाठ के भोग उपरांत विशेष समागम का आयोजन किया गया. समागम में पंथ प्रसिद्घ कथा-कीर्तनी जत्थों ने संगत को गुरु की बाणी से निहाल किया. समागम में संगत ने श्री गुरु ग्रंथ साहिब जी के चरणों में अरदास कर सुख-शांति की कामना की.
धूमधाम से मनाया गया प्रकाश पर्व
गुरुद्वारा छठी पातशाही के हेड ग्रंथी गुरदास सिंह ने जानकारी देते हुए कहा कि सिखों के दसवें गुरु की शहादत और कुर्बानी को कभी भुलाया नहीं जा सकता. देश और कौम के लिए सरबंस दान करने वाले साहिब ए कमाल श्री गुरु गोबिंद सिंह जी को प्रणाम करते हैं.
उन्होंने गुरु साहिबान और उनके परिवार द्वारा सिख कौम के लिए दी कुर्बानियों पर प्रकाश डालते हुए गुरुओं के दिखाए मार्ग पर चलने के लिए प्रेरित किया. उन्होंने कहा कि गुरु साहिबानों ने जात-पात का भेदभाव खत्म करके सभी को एक नजर से देखने का संदेश दिया. उन्होंने बताया कि समागम संपन्न के बाद संगत में अटूट लंगर वितरित किया गया. जिसमे सैंकड़ों की संख्या में संगत ने प्रसाद ग्रहण किया.
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