भिवानी: हरियाणा के किसान संगठन अपनी मांगों को लेकर फिर से आंदालोन की तैयारी में जुट गए हैं. संयुक्त किसान मोर्चा ने एमएसपी की गारंटी को लेकर फिर आंदोलन करने (SKM start agitation) की चेतावनी दी है. किसान नेताओं का कहना है कि सरकार ने उनकी मांगे पूरी नहीं की हैं इसलिए किसान मोर्चा फिर से आंदोलन करेगा. 4 सितंबर को संयुक्त किसान मोर्चा की बैठक (Sanyukat Kisan Morcha meeting in Bhiwani) होगी जिसमें आंदोलन को लेकर फैसला लिया जाएगा. आंदोलन शुरू करने के लिए संयुक्त किसान मोर्चा के नेता सक्रिय हो गए हैं. किसान नेता युद्धवीर सिंह ने आंदोलन को लेकर भिवानी में किसानों की बैठक ली और आंदोलन के लिए तैयारी करने के लिए कहा.
संयुक्त किसान मोर्चा (Sanyukat Kisan Morcha) के नेता युद्धवीर सिंह ने बताया कि किसानों ने आंदोलन रद्द नहीं, स्थगित किया था. उन्होंने कहा कि सरकार ने कृषि कानूनों को रद्द करने के समय एमएसपी की गारंटी, किसानों पर दर्ज केस वापसी लेने का वायदा किया था. लेकिन सरकार ने ये वादे आज तक पूरे नहीं किये हैं. उन्होंने कहा कि एमएसपी को लेकर जो कमेटी काम कर रही है उसके चेयरमैन व सदस्य एमएसपी व किसान आंदोलन के विरोधी हैं. किसान नेता ने भाजपा सरकार पर आरोप (Farmer allegation on bjp government) लगाते हुए कहा कि सरकार मंडी नहीं बेच पाई तो गोदाम बेच रही है.
उन्होंने कहा कि गोदाम नहीं रहेंगे तो मंडी खुद खत्म हो जाएंगी और सरकर यही चाहती है. उन्होंने एसकेएम नेताओं में फूट से इनकार किया और कहा कि कोई नेता एमएसपी के विरोध में नहीं हैं. जब मांगों को लेकर दोबारा आंदोलन शुरू होगा तो आपसी मतभेद भूला कर सभी एक हो जाएंगे. हरियाणा सरकार की दलील पर कहा कि देश में 27 नहीं 400 तरह की फसलें व सब्जियां हैं और सबका एमएसपी मिलना (Farmer demand MSP guarantee) चाहिए.