करनाल: देश और प्रदेश में पड़ रही रिकॉर्ड तोड़ा गर्मी को देखते हुए हरियाणा सरकार व शिक्षा विभाग ने हरियाणा के सभी सरकारी व प्राइवेट स्कूलों का समय आज गुरुवार सुबह 7:00 बजे से दोपहर 12:00 बजे तक कर दिया है ताकि बच्चों को गर्मी से बचाया जा (Haryana government changed school timings) सके. प्रदेश सरकार के इस फैसले को लेकर ईटीवी भारत से साथ खास बातचीत में अध्यापक और अभिभावकों ने अपनी प्रतिक्रिया दी है.
प्रदेश सरकार के फैसले पर अध्यापक: सरकारी स्कूल में पढ़ाने वाले अध्यापक सतीश ने कहा कि इस वर्ष प्रदेश में काफी गर्मी पड़ रही है. जिसे देखते हुए सरकार ने सभी स्कूलों के समय में बदलाव किया है. उन्होंने कहा कि सरकार का यह कदम सराहनीय है लेकिन कहीं ना कहीं प्रदेश भर में बिजली के कट के कारण स्कूलों में बिजली पर्याप्त मात्रा में नहीं आ रही है, जिससे छोटे बच्चों को गर्मी से जूझना पड़ रहा (heatwave in haryana) है. वहीं दूसरे राज्यों में ज्यादा गर्मी के चलते समय से पहले ग्रीष्मकालीन अवकाश बच्चों को दे दिया हैं तो कहीं ना कहीं सरकार को इसके बारे में विचार करना चाहिए.
अध्यापक सतीश ने कहा कि गर्मियों में बच्चों का स्कूल में आने का अनुपात भी घटता जा रहा है. अभिभावक अपने बच्चों को बहुत कम स्कूल में भेज रहे हैं. इसका मुख्य कारण आसमान से बरस रही आग है और दूसरा कारण प्रदेश में बिजली कटौती का है. जिससे स्कूलों में लाइट जाने पर बच्चों को परेशानियों का सामना करना पड़ता है. उन्होंने कहा कि कई स्कूलों में बिजली या जनरेटर की व्यवस्था भी नहीं हो पाती है. ऐसे में अभिभावक बच्चों को स्कूल भेजने से गुरेज कर रहे हैं.
प्रदेश सरकार के फैसले पर अभिभावकों की प्रतिक्रिया: अभिभावक से खास बातचीत के दौरान उन्होंने कहा कि भीषण गर्मी के कारण उन्हें अपने बच्चों को स्कूल भेजने के लिए दो बार सोचना पड़ता है. उन्होंने कहा कि छोटे बच्चे गर्मी से ज्यादा प्रभावित होते (parents feedback on school timings) हैं. उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार ने स्कूलों का समय जरूर बदला है लेकिन हम चाहते हैं कि कम से कम छोटे बच्चों के लिए गर्मियों की छुट्टी कर दी जाए ताकि कोई भी बच्चा गर्मी की चपेट में ना आए और सभी का स्वास्थ्य अच्छा रहे.
अभिभावकों ने कहा कि गर्मी के कारण बच्चे बिमार पड़ रहे हैं ऐसे में अभिभावक भी अपने छोटे बच्चों को स्कूल भेजने में ज्यादा रुचि नहीं दिखा रहे हैं. अभिभावकों के लिए पहले उनके बच्चों का स्वास्थ्य है, बाद में पढ़ाई होती (Haryana government changed school timings) है. उन्होंने सरकार से अपील की है कि वह गर्मियों की छुट्टी जल्दी दें ताकि बच्चों का स्वास्थ्य खराब ना हो. ज्यादा गर्मी के चलते जहां बड़े लोग भी इसकी चपेट में आ रहे हैं तो जाहिर सी बात है कि बच्चों पर इसका प्रभाव ज्यादा पड़ता है.
कुल मिलाकर स्कूलों के समय में बदलाव करने के प्रदेश सरकार के फैसले से अध्यापक व अभिभावकों ने उसको सही ठहराया (heatwave in haryana) है, लेकिन फिर भी उन्हें अपने बच्चे की चिंता सताती रहती है कि कहीं उनका बच्चा गर्मी की चपेट में न आ जाए. ऐसे में उन्होंने प्रदेश सरकार से बच्चों को ग्रीष्मकालीन अवकाश देने की अपील की है.
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