रोहतक: प्रदेश भर के मनरेगा मजदूर 15 सितंबर को सीएम सिटी करनाल में प्रदर्शन कर रहे (MNREGA Workers protest In Karnal) हैं. इस प्रदर्शन के जरिए विभिन्न प्रकार की मांगों को जोर-शोर से उठाया है. आम आदमी पार्टी ने इस मनरेगा मजदूरों के विरोध प्रदर्शन का समर्थन किया है. यह जानकारी पार्टी के आप के राष्ट्रीय सलाहकार अनुराग ढांडा ने एक प्रेस कांफ्रेंस के दौरान दी है. उन्होंने मनरेगा को लेकर कई तरह की खामियों का जिक्र किया.
क्या है मनरेगा मजदूरों की मांग- मनरेगा मजदूरों की मांग है कि एक साल में उन्हें कम से कम 100 दिन का काम जरूर मिलना चाहिए. इसके अलावा उनके मनरेंगा कार्ड बनाए जाएं. मजूदरों की यह भी मांग है कि काम के दौरान मजदूर की मौत होने पर बीस लाख रुपये मुआवजा और परिवार के एक सदस्य को नौकरी दी जाय. इसेक अलावा उनकी मजदूरी के पैसे समय पर दिये जाएं.
ढांडा ने सरकारी स्कूलों के बंद करने के मुद्दे पर कहा कि स्कूलों के मुद्दों पर बीजेपी और कांग्रेस का कोई स्टैंड नहीं है. इन दोनों पार्टियों ने ही सरकारी स्कूलों को ताला लगाने का काम किया है. आम आदमी पार्टी के बढ़ते जनाधार के अब कांग्रेस जैसी पार्टियां भी स्कूलों के मुद्दों को उठा रहीं हैं. उन्होंने कहा कि आम आदमी पार्टी के विरोध प्रदर्शन में अन्य पार्टियां भी अपनी उपस्थित दर्ज करवा रही हैं. जबकि उनका इस मुद्दे पर अपना कोई स्टैंड नहीं है.
अनुराग ढांडा ने कहा कि कांग्रेस ने भी अपने समय में 509 सरकारी स्कूलों को ताला लगाने का काम किया था लेकिन, अब ये ही नेता स्कूलों के चक्कर लगा रहे हैं. ये आम आदमी पार्टी के मुद्दे की जीत है. आदमपुर उपचुनाव पर अनुराग ढांडा (Anurag Dhanda On Adampur By Election) कहा कि आम आदमी पार्टी की आदमपुर रैली के बाद कार्यकर्ताओं में उत्साह है. नए- नए लोग पार्टी ज्वाइन कर रहे हैं. वहीं कुलदीप बिश्नोई को भी जमीन खिसकती हुई नजर आ रही है. इसलिए वे भी बौखला गए हैं. अनर्गल बयानबाजी करके खुद का ही मजाक बना रहे हैं. उन्होंने कहा कि आदमपुर की जनता अब समझ चुकी है.
ढांडा ने बीजेपी को घेरते हुए कहा कि बीजेपी चुनावों की घोषणा से डर रही है. बीजेपी को जमीन खिसकने का डर सताने लगा है. उन्होंने कहा कि बीजेपी नगर परिषद और नगर पालिका के चुनावों की भी देर से घोषणा की थी. ऐसे ही निगम चुनावों की घोषणा भी नहीं कर रही है. इसके अलावा हरियाणा में पंचायत चुनाव (Panchayat Elections In Haryana) और जिला परिषद चुनावों की भी घोषणा नहीं कर रही है. इसके साथ आदमपुर उपचुनाव की घोषणा भी नहीं कर रही है. इनके नेताओं को जमीन खिसकती नजर आने लगी है.
वहीं आम आदमी पार्टी निरंतर जमीन पर मजबूत हो रही है. इसके अलावा उन्होंने एसवाईएल के मुद्दे पर कहा कि अब तक कांग्रेस और भाजपा ने एसवाईएल के लिए कुछ नहीं किया. उन्होंने कहा यदि दिल्ली और पंजाब के बाद हरियाणा में आम आदमी पार्टी की सरकार आती है तो इसका समाधान जरूर होगा.