करनाल: केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय ने इंदिरा गांधी राष्ट्रीय मुक्त विश्वविद्यालय (Indira Gandhi National Open University) को छह महीने में राष्ट्रीय शिक्षा नीति के कार्यान्वयन की जिम्मेदारी सौंपी है. इसके लिए इग्नू देश भर के विश्वविद्यालयों और उनसे जुड़े कॉलेज के 15 लाख हायर एजुकेशन के शिक्षकों को ट्रेनिंग देगा. करनाल स्थित इग्नू के रिजनल सेंटर की ओर से प्रदेश के सभी 49 विश्वविद्यालय व 362 कालेजों के करीब 70 हजार प्राध्यापकों को प्रशिक्षण दिया जाएगा.
इग्नू रिजनल सेंटर के प्रभारी निदेशक डा. धर्मपाल ने बताया कि इग्नू द्वारा छह दिवसीय निःशुल्क राष्ट्रीय व्यावसायिक विकास कार्यक्रम (National Professional Development Program) विकसित किया गया है. यह अल्पकालिक फैकल्टी डेवलपमेंट कार्यक्रम है. इससे शिक्षकों की कैरियर एडवांसमेंट स्कीम के अन्तर्गत पदोन्नति में भी मदद मिलेगी. इस राष्ट्रव्यापी कार्यक्रम के लिए ऑनलाइन पंजीकरण 15 अगस्त से शुरू हो चुका है. जल्द ही प्रथम बैच का प्रशिक्षण आरंभ किया जाएगा. उन्होंने बताया कि यह कार्यक्रम विभिन्न बैच के माध्यम से आयोजित किया जाएगा. प्रदेश के सभी सरकारी एवं निजी शिक्षण संस्थानों के शिक्षकों को इग्नू मुख्यालय द्वारा आनलाइन प्रशिक्षण दिया जाएगा.
इग्नू के सहायक क्षेत्रीय निदेशक अमित जैन ने बताया कि कार्यक्रम में रजिस्ट्रेशन के लिए शिक्षकों को समर्थ पोर्टल पर कालेज द्वारा जारी आईडी कार्ड, फोटो और हस्ताक्षर की स्कैन कापी अपलोड करनी होगी. हरियाणा में कार्यरत शिक्षकों को नामांकन के लिए इग्नू क्षेत्रीय केंद्र करनाल का चयन करना होगा. डॉ. अमित जैन ने बताया प्रमाणपत्र लेने के लिए प्रत्येक प्राध्यापक को ऑनलाइन परीक्षा भी देनी होगी जिसमें 50 प्रतिशत अंक लेना अनिवार्य है.
उन्होंने कहा कि प्रदेश के सभी प्राध्यापकों का प्रशिक्षण लेना अनिवार्य है. इसके लिए सभी संस्थानों को सूचित किया जा रहा है. प्रशिक्षण प्राध्यापकों की कार्य क्षमता को भी विकसित करेगा. प्रशिक्षण के बाद नए तरीके से शिक्षक पढ़ा भी सकेंगे. नई शिक्षा नीति को लेकर देश का पहला कोर्स इग्नू ने तैयार किया है.