कुरुक्षेत्र: एचएसजीपीसी के कार्यकारी अध्यक्ष बलजीत सिंह दादूवाल ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट के निर्णय के अनुसार उन्हें सभी गुरुद्वारों के सभी प्रकार के ट्रस्ट, मेडिकल कॉलेज व अन्य प्रकार की संस्थाएं जो एसजीपीसी द्वारा चलाई जा रही हैं, उन पर कानूनन अधिकार मिलना है. ताकि हरियाणा के सिख समुदाय की सेवा की जिम्मेदारी अच्छे तरीके से संभाली जा सके. दादूवाल ने कहा कि हरियाणा के गुरुद्वारों के लिए गुरुद्वारा एक्ट 2014 बनाया गया था, जो तत्कालीन कांग्रेस सरकार के मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा मुख्यमंत्री की अगुवाई में विधानसभा में बहुमत के साथ पास किया गया था.
हरियाणा के 53 ऐतिहासिक गुरुद्वारों में से पांच गुरुद्वारों की देखरेख हरियाणा प्रबंधक कमेटी के पास है, बाकी 48 गुरुद्वारों का संचालन पंजाब की शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी कर रही थी. उन्होंने कहा कि बाकी करीब 50 गुरुद्वारों का संचालन हरियाणा की लोकल कमेटी कर रही है. हरियाणा के ऐतिहासिक गुरुद्वारों में शामिल नहीं हैं. उन्होंने हरियाणा के सभी गुरुद्वारों के मैनेजर, लोकल कमेटी के सभी पदाधिकारी व हरियाणा के सिख समाज से अपील की है कि कल ज्यादा से ज्यादा संख्या में कुरुक्षेत्र छठी पातशाही गुरुद्वारा पहुंचे. साथ ही उन्होंने एसजीपीसी के प्रधान से निवेदन किया कि वह कल सुबह 10 बजे तक हमें सभी गुरुद्वारों का संचालन अपने हाथ से सौंप दे.
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बलजीत दादूवाल ने कहा कि यह सब जिम्मेदारियां कानून के तौर पर मिलने के बाद वह एक बड़े समारोह का आयोजन करेंगे. जिसमें इस कार्य में हमारा सहयोग देने वाले सभी लोगों को आमंत्रित किया जायेगा. जिसमें मुख्यमंत्री हरियाणा, अमित शाह, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अन्य को धन्यवाद देंगे. दादूवान ने ये भी बताया कि उन्हें कई गुरुद्वारों के मैनेजर व लोकल कमेटियों ने संपर्क किया है और कहा है कि वे उनके साथ चलना चाहते हैं. सभी लोकल कमेटियों, गुरुद्वारों से अपील करते हैं कि वह हमारे साथ चलें और कल सुबह 10 बजे गुरुद्वारा छठी पातशाही क्षेत्र में आकर अपने सभी कागजात जमा करवाएं.
दादूवाल ने भरोसा दिलाया कि एसजीपीसी के सभी कर्मचारी पहले की तरह ही कार्य करते रहेंगे. हम इस विषय में कोई दखलंदाजी नहीं करेंगे. उन्होंने झींडा द्वारा प्रधान पद को लेकर उठाए गए मुद्दों के बारे में कहा कि यह सब जानते हैं कि कानूनी तौर पर किसे प्रधान चुना गया है. मुझे सितंबर 2020 में कानूनी तौर पर प्रधान चुना गया था. बहुमत मेरे साथ है. जगदीश झींडा जिन 33 सदस्यों की लिस्ट उठा रहे हैं वो झूठी है. उसमें कईयों के सिग्नेचर जाली किए हुए हैं. मैं इस मुद्दे को ज्यादा नहीं उठाना चाहता क्योंकि मैं चाहता हूं कि शांतिपूर्वक यह प्रक्रिया पूरी की जा सके.