करनाल: करनाल जिला सचिवालय (Karnal Mini Secretariat) के बाहर किसानों का धरना (farmers protest karnal) मंगलवार रात से जारी है. किसान नेता अपनी मांगों को लेकर सचिवालय के बाहर डटे हुए हैं. इसी बीच किसान नेता गुरनाम सिंह चढूनी (farmer leader Gurnam Singh Charuni) भी करनाल लघु सचिवालय के बाहर पहुंच गए हैं. उन्होंने कहा है कि सरकार वहम में है कि आंदोलन दिल्ली से यहां शिफ्ट हो जाएगा, लेकिन हमारा यहां कोई इरादा नहीं, हम बस चाहते हैं हमारी मांगें मानी जाएं.
करनाल लघु सचिवालय के बाहर धरना दे रहे किसान अब एसडीएम आयुष सिन्हा (SDM Ayush Sinha) पर कार्रवाई की मांग पर अड़े हुए हैं. दरअसल 28 अगस्त को एसडीएम आयुष सिन्हा (SDM Ayush Sinha) ने ही किसानों पर लाठीचार्ज का आदेश दिया था. किसानों को समर्थन देने के लिए अलग-अलग जगह से किसान करनाल पहुंच रहे हैं.
धरना दे रहे किसानों का कहना है कि दो दिन ज़िला सचिवालय का गेट बंद हो जाएगा तो कौन सी आफत आ जाएगी, हमारी ज़िंदगी के रास्ते ही सरकार ने बन्द कर दिए हैं. इंटरनेट सरकार ने बंद कर दिया है, लोग अपने विचार रखना चाहते हैं, लेकिन नेट बन्द होने की वजह से लोग अपने विचार दुनिया के सामने नहीं रख पा रहे हैं.
धरना दे रहे किसान नेता गुरनाम सिंह चढूनी (farmer leader Gurnam Singh Charuni) ने कहा कि यह स्पष्ट हो गया है कि जब तक सरकार हमारी मांग नहीं मानती, तब तक हम यहां से नहीं उठेंगे. किसान मोर्चा के नेताओं का कहना है कि अगर सरकार ने हमारी यह बात नहीं मानी तो हमारा धरना प्रदर्शन ऐसे ही जारी रहेगा.
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