करनाल: सरकार द्वारा एक अप्रैल से गेहूं की खरीद शुरू की गई थी लेकिन कई जगह गेहूं की खरीद नहीं होने पर किसान नेता सुरेंद्र सिंह, रिंकू कलसौरा, सुमित सहित कई किसान मंडी में पहुंचे और प्रशासन के खिलाफ जोरदार नारेबाजी की और प्रशासन को चेताया. अगर खरीद सुचारू रूप से शुरू नहीं हुई तो किसान मार्किट कमेटी दफ्तर के सामने धरना-प्रदर्शन करेंगे. मार्किट कमेटी द्वारा 250 किसानों को मंडी में गेहूं लाने का मैसेज भेजा गया. दोपहर बाद 90 किवंटल की खरीद की गई.
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भाकियू के हल्का उप प्रधान सुरेंद्र सिंह ने कहा कि मंडी में कई किसानों का गेहूं आया हुआ है लेकिन अभी तक भी प्रशासन द्वारा खरीद नहीं की गई. उन्होंने कहा कि मंडी में सफाई व्यवस्था, पीने के पानी की सुविधा आदि व्यवस्था चरमराई हुई है, मंडी प्रशासन का समस्याओं की ओर कोई ध्यान नहीं है.
उन्होंने आगे कहा कि प्रदेश के उपमुख्यमंत्री भारी पुलिस प्रशासन को साथ लेकर शक्ति प्रदर्शन दिखाना चाहते है, लेकिन उपमुख्ययमंत्री को पता नहीं है कि शक्ति प्रदर्शन तब दिखाया जाता है जब वह लोगों के बीच से निकले, उपमुख्यमंत्री लोगों से छुप छुपा के गाड़ियों में फिर रहे हैं. उन्होंने कहा कि जैसी सरकार है वैसी व्यवस्था मंडी में है.
किसान कल्ब कलसौरा के प्रधान रिंकू ने बताया कि मंडी में गेहूं की खरीद शुरू नहीं हुई अगर यही व्यवस्था बनी रही तो वह मार्किट कमेटी दफ्तर के सामने धरना-प्रदर्शन करेगें. उन्होंने कहा कि सरकार खोखले दावे कर रही है. मंडी में खरीद का कोई इंतजाम नहीं है.
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मार्किट कमेटी सहायक सचिव सरजैंट सिंह ने बताया कि मंडी में गेहूं लाने के लिए 250 किसानों को मैसेज गया था, दो किसान गेहुं लेकर आये जिनका गेट पास काटा गया. उन्होंने कहा कि मंडी में कुछ गेहूं आया हुआ है जो पोर्टल के हिसाब से नहीं है इसलिए उसकी खरीद नहीं कि गई. उन्होंने आगे कहा कि पीछले सीजन में करीब नौ लाख किवंटल गेहूं की खरीद हुई थी और अब की बार आठ से नौ लाख किवंटल गेहूं खरीद की संभावाना है.