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अब बचेगा पानी और नहीं डूबेंगी फसलें, करनाल के किसान ने निकाला वॉटर रिचार्ज का नया तरीका - karnal

पानी की कमी व साथ ही साथ बाढ़ और फसलों के डूबने से किसानों को बचाने के लिए करनाल के रमाना रमानी गांव के रहने वाले एक किसान ने अनूठा तरीका अपनाया है.

water recharge in karnal
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Published : Jul 17, 2019, 11:57 AM IST

Updated : Jul 17, 2019, 12:30 PM IST

करनाल: घटते जलस्तर को लेकर केंद्र और प्रदेश सरकार भी कई प्रकार के विशेष अभियान चला रही है और किसानों व आमजन को जागृत करने में लगी है. लेकिन इन सबके बावजूद हालात जस के तस बने हुए हैं. वहीं इसी बीच करनाल के गांव रमाना रमानी के रहने वाले किसान भजन लाल कम्बोज ने पानी को बचाने और पानी की समस्या से निजात दिलाने के लिए वाटर रिचार्ज करने का एक नया तरीका निकाला है.

देखें स्पेशल रिपोर्ट.

कैसे काम करता है ये वॉटर रिचार्ज सिस्टम ?
भजनलाल जब बारिश के कारण फसलों के डूबने से परेशान थे तब उन्हें ये आइडिया आया. भजन लाल ने बताया कि जमीन की सतह से 4 फुट नीचे बोरिंग के चारों तरफ ईंटों का कुआं बनेगा. बोरिंग के चारों तरफ जाल लगेगा. उसके ऊपर मच्छरदानी नुमा फिल्टर को लगाया जाएगा.

इस पानी को जमीन के अंदर भेजा जाएगा. इसका फायदा ये होगा कि जमीन का जलस्तर ऊपर आएगा, ऊपर फिल्टर लगने से बोरिंग के अंदर किसी भी प्रकार का गंदा पानी व कोई भी कीड़ा नहीं जा सकेगा. वर्षा का पानी नीचे जाने से पानी की क्वालिटी भी सुधरेगी और इस तरह से वॉटर रिचार्ज होता जाएगा. इस प्रोजेक्ट पर 65 से 70 हजार रुपये तक का खर्चा आता है. किसान भजनलाल ने सरकार से इस प्रोजेक्ट पर सब्सिडी देने की मांग की है ताकि कोई भी किसान आसानी से अपने खेत में इसे लगा सके.

कृषि विभाग ने किसान की पहल को सराहा
इस प्रोजेक्ट को कृषि विभाग के उप निदेशक डॉ. आदित्य दहिया ने एक अच्छी पहल बताया. उन्होंने कहा कि किसान की ये पहल बेहद सराहनीय है और बाकी लोगों को भी इन तरीकों को अपनाना चाहिए. ऐसा करने से पानी की बचत होगी और बारिश के पानी का बेहतर प्रयोग हो पाएगा.

पानी की किल्लत को देखते हुए अब सरकारी स्तर से लेकर गैर सरकारी स्तर पर पानी बचाने के लिए लोगों को जागरूक करने का काम किया जा रहा है ताकि आने वाली पीढ़ी को पानी की बूंद के लिए तरसना न पड़े, लेकिन देश में किसान भजन लाल जैसे भी कुछ लोग हैं जिन्होंने पानी का मोल समझ लिया है और ये कारनामा करके दिखाया.

अब हम सबको भी सोचना होगा कि एक बार पानी नष्ट किया तो हमें दोबारा कभी नहीं मिलेगा. जल के बिना जीवन नहीं है, यह बात मुहावरों या कहावतों में नहीं हमें अपने जीवन में उतारनी होगी.

करनाल: घटते जलस्तर को लेकर केंद्र और प्रदेश सरकार भी कई प्रकार के विशेष अभियान चला रही है और किसानों व आमजन को जागृत करने में लगी है. लेकिन इन सबके बावजूद हालात जस के तस बने हुए हैं. वहीं इसी बीच करनाल के गांव रमाना रमानी के रहने वाले किसान भजन लाल कम्बोज ने पानी को बचाने और पानी की समस्या से निजात दिलाने के लिए वाटर रिचार्ज करने का एक नया तरीका निकाला है.

देखें स्पेशल रिपोर्ट.

कैसे काम करता है ये वॉटर रिचार्ज सिस्टम ?
भजनलाल जब बारिश के कारण फसलों के डूबने से परेशान थे तब उन्हें ये आइडिया आया. भजन लाल ने बताया कि जमीन की सतह से 4 फुट नीचे बोरिंग के चारों तरफ ईंटों का कुआं बनेगा. बोरिंग के चारों तरफ जाल लगेगा. उसके ऊपर मच्छरदानी नुमा फिल्टर को लगाया जाएगा.

इस पानी को जमीन के अंदर भेजा जाएगा. इसका फायदा ये होगा कि जमीन का जलस्तर ऊपर आएगा, ऊपर फिल्टर लगने से बोरिंग के अंदर किसी भी प्रकार का गंदा पानी व कोई भी कीड़ा नहीं जा सकेगा. वर्षा का पानी नीचे जाने से पानी की क्वालिटी भी सुधरेगी और इस तरह से वॉटर रिचार्ज होता जाएगा. इस प्रोजेक्ट पर 65 से 70 हजार रुपये तक का खर्चा आता है. किसान भजनलाल ने सरकार से इस प्रोजेक्ट पर सब्सिडी देने की मांग की है ताकि कोई भी किसान आसानी से अपने खेत में इसे लगा सके.

कृषि विभाग ने किसान की पहल को सराहा
इस प्रोजेक्ट को कृषि विभाग के उप निदेशक डॉ. आदित्य दहिया ने एक अच्छी पहल बताया. उन्होंने कहा कि किसान की ये पहल बेहद सराहनीय है और बाकी लोगों को भी इन तरीकों को अपनाना चाहिए. ऐसा करने से पानी की बचत होगी और बारिश के पानी का बेहतर प्रयोग हो पाएगा.

पानी की किल्लत को देखते हुए अब सरकारी स्तर से लेकर गैर सरकारी स्तर पर पानी बचाने के लिए लोगों को जागरूक करने का काम किया जा रहा है ताकि आने वाली पीढ़ी को पानी की बूंद के लिए तरसना न पड़े, लेकिन देश में किसान भजन लाल जैसे भी कुछ लोग हैं जिन्होंने पानी का मोल समझ लिया है और ये कारनामा करके दिखाया.

अब हम सबको भी सोचना होगा कि एक बार पानी नष्ट किया तो हमें दोबारा कभी नहीं मिलेगा. जल के बिना जीवन नहीं है, यह बात मुहावरों या कहावतों में नहीं हमें अपने जीवन में उतारनी होगी.

सर यह अदिकारिक बाईट उप निदेशक कृषी विभाग करनाल डॉ आदित्य दहिया की है ,कल जो स्टोरी किसान वाटर रिचार्ज की भेजी थी उसी के संदर्भ में है ।
Last Updated : Jul 17, 2019, 12:30 PM IST
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