जींद: जात-पात के फैल रहे जहर को खत्म करने के लिए और आपसी भाईचारे को बढ़ाने के लिए बांगर की सर्वजातीय खेड़ा खाप ने एक नई पहल की है. खाप के लोग अब अपने नाम के पीछे गोत्र न लिखकर गांव का नाम लिखेंगे. इतना ही नहीं 24 गांवों के लोगों के साथ बैठक कर उन लोगों को भी इस मुहिम से जोड़ा गया और धीरे-धीरे भाईचारे के इस अभियान को प्रदेश में बढ़ाया जाएगा.
समाज में फैलते जहर को रोकने का फैसला
खाप के प्रधान सतबीर पहलवान का कहना है कि हर गांव में खाप प्रतिनिधि जाएंगे और लोगों को इस मुहिम के साथ जोड़ेंगे. जात-पात के जहर से समाज का जो ताना बाना टूट रहा है, उसे दोबारा से कायम करना है.
महिलाओं के लिए लोगों की बदलेगी सोच
वहीं इस पूरे मामले पर महिला प्रतिनिधि का कहना है कि इस फैसले से न सिर्फ लोग एक साथ आएंगे बल्कि महिलाओं के लिए लोगों की सोच में भी बदलाव आएगा.
पूरे में प्रदेश में चलाया जाएगा अभियान
खाप ने इस अभियान की शुरुआत बांगर से करने के बाद पूरे प्रदेश में करने की ठानी है. उम्मीद है कि बांगर की ये मुहिम निश्चित रूप से कारगार साबित होगी.