ETV Bharat / city

जींद: सरकार ने मांगें नहीं मानी तो नए साल को मनाएंगे काला दिवस- किसान - जींद किसान प्रदर्शन

जींद में किसानों ने वीरवार को प्रधानमंत्री, मुख्यमंत्री, उप मुख्यमंत्री और सांसद विजेंद्र सिंह की फोटो को उल्टा करके अपना रोष जताया है. इस दौरान किसानों ने कहा यदि सरकार ने उनकी मांगे नहीं मानी गई तो वो 1 जनवरी नया साल को काला दिवस मनाएंगे.

jind farmers protest
सरकार ने मांगे नहीं मानी तो नए साल को मनाएंगे काला दिवस- किसान
author img

By

Published : Dec 31, 2020, 8:02 PM IST

जींद: जिले के खटकड़ टोल प्लाजा पर किसानों का धरना प्रदर्शन जारी है. वीरवार को किसानों ने प्रधानमंत्री, मुख्यमंत्री, उप मुख्यमंत्री और सांसद विजेंद्र सिंह की फोटो को उल्टा करके अपना रोष जताया है.

इस दौरान किसानों ने कहा यदि सरकार ने उनकी मांगे नहीं मानी गई तो वो 1 जनवरी नया साल को काली पट्टी, काले खंडके और काले झंडों के साथ काला दिवस मनाएंगे. उन्होंने बताया कि इसके लिए सभी खापो को निमंत्रण दे दिया गया है.

साथ ही किसानों ने कहा कि अगर सरकार नहीं मानी तो 26 जनवरी को परेड में किसान का ट्रैक्टर भी शामिल होगा. किसानों ने कहा ये सरकार पूंजीपतियों की है. हमारे बुजुर्गों ने 70 सालों तक इस तरह के लोगों को सत्ता में नहीं आने दिया था. ये हमसे बहुत बड़ी भूल हुई जो ऐसे लोग सत्ता में आ गए. जो केवल और केवल पूंजीपतियों की सोच रहे हैं.

ये भी पढ़ें: कानून वापस नहीं हुए तो संसद में हल चलेगा और बाजरे की खेती होगी- किसान

किसान नेता आजाद पालवा ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के उस बयान पर भी कड़ी आपत्ति की. जिसमें उन्होंने कहा कि दिल्ली में मुट्ठी भर किसान ही आंदोलन पर बैठे हैं. उन्होंने कहा कि दिल्ली में मुट्ठी भर नहीं तीन लाख किसान सीमाओं पर डटे हैं और उनका धरना लगातार जारी रहेगा. जब तक सरकार तीनों की काले कानून को वापस नहीं ले लेती.

जींद: जिले के खटकड़ टोल प्लाजा पर किसानों का धरना प्रदर्शन जारी है. वीरवार को किसानों ने प्रधानमंत्री, मुख्यमंत्री, उप मुख्यमंत्री और सांसद विजेंद्र सिंह की फोटो को उल्टा करके अपना रोष जताया है.

इस दौरान किसानों ने कहा यदि सरकार ने उनकी मांगे नहीं मानी गई तो वो 1 जनवरी नया साल को काली पट्टी, काले खंडके और काले झंडों के साथ काला दिवस मनाएंगे. उन्होंने बताया कि इसके लिए सभी खापो को निमंत्रण दे दिया गया है.

साथ ही किसानों ने कहा कि अगर सरकार नहीं मानी तो 26 जनवरी को परेड में किसान का ट्रैक्टर भी शामिल होगा. किसानों ने कहा ये सरकार पूंजीपतियों की है. हमारे बुजुर्गों ने 70 सालों तक इस तरह के लोगों को सत्ता में नहीं आने दिया था. ये हमसे बहुत बड़ी भूल हुई जो ऐसे लोग सत्ता में आ गए. जो केवल और केवल पूंजीपतियों की सोच रहे हैं.

ये भी पढ़ें: कानून वापस नहीं हुए तो संसद में हल चलेगा और बाजरे की खेती होगी- किसान

किसान नेता आजाद पालवा ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के उस बयान पर भी कड़ी आपत्ति की. जिसमें उन्होंने कहा कि दिल्ली में मुट्ठी भर किसान ही आंदोलन पर बैठे हैं. उन्होंने कहा कि दिल्ली में मुट्ठी भर नहीं तीन लाख किसान सीमाओं पर डटे हैं और उनका धरना लगातार जारी रहेगा. जब तक सरकार तीनों की काले कानून को वापस नहीं ले लेती.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.