जींद: जाट धर्मशाला में जाट समुदाय के प्रतिनिधियों ने पानीपत फिल्म के विरोध को लेकर बैठक की और प्रशासन को चेतावनी देते हुए कहा कि जल्द से जल्द फिल्म को बंद करवाया जाए और निर्माता पर कारवाई की जाए.
इस बैठक की अध्यक्षता कर रहे जाट समिति के नेता वेदप्रकाश बरसोला ने कहा कि फिल्म पानीपत में जाट समाज के आदर्श महाराज सूरजमल को लालची दिखाया गया है जो उनके चरित्र और इतिहास के साथ फिल्म निर्देशक की ओर से सीधी छेड़छाड़ है.
ये भी पढ़ेंः- सरस्वती नदी के अस्तित्व पर फिर मंडराया खतरा, ठंडे बस्ते में सरस्वती को बचाने की योजना
इसे जाट समाज कभी बर्दाश्त नहीं करेगा. हम फिल्म का विरोध करते हैं. इस फिल्म में महाराज सूरजमल का चित्रण मनगढंत तरीके से करना अशोभनीय है. इससे जाट समाज में पूरा रोष है. अगर प्रशासन इसकी और ध्यान नहीं देता ध्यान तो हम जल्द ही मीटिंग कर बड़ा फैसला लेंगे.
बता दें कि पानीपत के खिलाफ लोगों का गुस्सा इसलिए फूटा है क्योंकि ऐसा आरोप लग रहा है कि फिल्म में इतिहास के साथ छेड़खानी करने की कोशिश की गई है. फिल्म में महाराजा सूरजमल की छवि को गलत ढंग से दिखाया गया है. खुद को महाराजा सूरजमल का वंशज बताने वाले राजस्थान सरकार में मंत्री विश्वेंद्र सिंह ने कड़ी आपत्ति दर्ज करवाई है. उनकी मानें तो पानीपत बनाते समय इतिहास के साथ छेड़छाड़ की गई है.
ये भी पढ़ेंः- जानिए महाराजा सूरजमल का असल इतिहास, जिस वजह से पानीपत फिल्म पर मचा है बवाल