हिसार: कोरोना महामारी के कारण बंद रहे कॉलेज और यूनिवर्सिटी लगभग 8 महीने बाद खोले गए हैं. कॉलेज और यूनिवर्सिटी खोलने को लेकर सरकार ने गाइडलाइंस भी जारी की हैं, और हर कॉलेज व यूनिवर्सिटी को इनकी पालना करनी होगी. हिसार में भी कोरोना गाइडलाइंस की पालना करते हुए कॉलेज खोल दिए गए हैं.
कॉलेज खुलने पर खुश नजर आए स्टूडेंट
ईटीवी भारत की टीम हिसार के एसआरके कॉलेज में पहुंची जहां कॉलेज आ रहे स्टूडेंट्स काफी खुश दिखाई दिए. स्टूडेंट्स ने कॉलेज खुलने पर खुशी जाहिर की और कोरोना से बचाव के लिए किए गए उपायों को लेकर कॉलेज प्रशासन की तारीफ भी की.
स्टूडेंट लोकेश कुमार ने बताया कि कॉलेज के अंदर सरकार द्वारा दी गई हिदायतों के अनुसार कॉलेज में क्लासेज लगाई जा रही हैं. क्लास के अंदर सोशल डिस्टेंसिंग के माध्यम से बैठाया जा रहा है और कॉलेज में आने पर हाथों को सैनिटाइज किया जा रहा है. बगैर मास्क के कॉलेज में नहीं आने दिया जा रहा है. कोविड-19 को देखते हुए कॉलेज प्रशासन ने बहुत अच्छा प्रबंध किया हुआ है. काफी समय बाद कॉलेज आने पर बहुत अच्छा लग रहा है.
ये भी पढ़ें- रेवाड़ी: स्कूल खोलने के सामने आए भयानक परिणाम, 78 छात्र मिले कोरोना संक्रमित
वहीं गुरु जंभेश्वर यूनिवर्सिटी के कुलपति प्रो. टंकेश्वर कुमार ने कहा कि पहले दिन कम बच्चे आए थे, लेकिन अब अच्छी संख्या में स्टूडेंट आ रहे हैं. कोविड-19 को देखते हुए विश्वविद्यालय चार फेज में खोलने का निर्णय लिया गया है. जिसमें सभी तरह की अलग-अलग गाइडलाइन जारी की हैं.
चार फेज में खोलने का लिया है फैसला
उन्होंने कहा कि 16 नवंबर से 4 दिसंबर तक, 7 दिसंबर से 24 दिसंबर तक, 29 दिसंबर से 15 जनवरी तक तथा 18 जनवरी से 28 फरवरी तक चार फेज में कॉलेज और विश्वविद्यालय खोले जाएंगे, जिसका पहला फेज शुरू हो गया है. कोरोना को ध्यान में रखते हुए 50 प्रतिशत छात्राओं को बुलाया जा रहा है. हॉस्टल में एक कमरे में एक ही स्टूडेंट को रहना पड़ेगा. कक्षा में छात्राओं को सोशल डिस्टेंसिंग के तहत बैठाया जा रहा है और सभी के लिए मास्क लगाना अनिवार्य है.
बता दें कि, बीती 16 नवंबर से प्रदेश के स्कूल, कॉलेज खुल चुके हैं. कोरोना को लेकर सरकार ने गाइडलाइंस जारी की हैं उसी के हिसाब से बच्चों को स्कूल कॉलेज में आने दिया जा रहा है. स्कूल और कॉलेज जाकर बच्चे जहां खुश दिखाई दिए वहीं प्रशासन भी कोरोना के बचाव के नियमों की पालना करते हुए नजर आया.
ये भी पढ़ें- एनीमिया से जंग में सबसे आगे हरियाणा, कोरोना काल में ऐसे बना नंबर वन