हिसार: सीवरेज स्कीम में लगे कर्मचारियों को सीवरेज में जबरन उतारकर सफाई करवाने का मामला बढ़ता जा रहा है. इस मुद्दे को लेकर सर्व कर्मचारी संघ से संबंधित पीडब्ल्यूडी मैकेनिकल वर्करज यूनियन की पब्लिक हेल्थ ब्रांच ने मॉडल टाउन स्थित विभाग कार्यालय में सीवरेज स्कीम में लगे कर्मचारियों को सीवरेज में जबरन उतारने के विरोध में अधीक्षक अभियंता कार्यालय पर रोष प्रदर्शन किया और विभाग अधिकारियों के खिलाफ जमकर नारेबाजी की.
बिना सुरक्षा उपकरण के कर्मियों को सीवर में उतारने का आरोप
अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग करते हुए यूनियन नेता रमेश कुमार ने कहा कि हरियाणा सरकार के आदेश हैं कि सीवर में बिना सुरक्षा उपकरण के किसी भी कर्मचारी को नहीं उतारा जायेगा. उन्होंने आरोप लगाए कि इसके बावजूद अधिकारियों ने बिना सुरक्षा उपकरण के सीवर में उतरने के लिए कर्मचारियों को बाध्य किया. इससे दो कर्मचारियों की जिंदगी दांव पर लग गयी थी.
ऋषि नगर के सीवरेज में उतारा गया था कर्मियों को
यूनियन नेता ने कहा कि ये घटना ऋषि नगर स्थित सीवरेज वाटर ट्रीटमेंट प्लांट में हुई थी. 26 मई को एसटीपी ऋषि नगर में 20 फीट गहरे सीवरेज मेनहॉल में दो कर्मचारियों को जबरन उतार दिया गया था. सीवर मेनहॉल में उतरने के बाद दोनों कर्मचारियों को गैस चढ़ गई और दोनों कर्मचारी बेहोश होकर सीवर में गिर गए. आम जनता के सहयोग से उनको बाहर निकाला गया.
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उन्होंने कहा कि पब्लिक हेल्थ विभाग प्रशासन इस दौरान मूक बधिर बना रहा. दोनों प्रभावित कर्मचारियों को इलाज करवाकर आनन फानन में घर भेज दिया गया. उन्होंने इस घटना के लिए पीडब्लूडी विभाग और प्रशासन की कड़ी निंदा की और चेतावनी दी कि यदि समय रहते दोषियों के खिलाफ कार्रवाई नहीं की गई तो संगठन बड़ा आंदोलन करने को मजबूर होगा.
अधीक्षक अभियंता ने यूनियन को दिया आश्वासन
ब्रांच प्रधान रमेश कुमार ने बताया कि प्रदर्शन के माध्यम से विभाग और प्रशासन को जगाने का काम किया गया है. विभाग के अधीक्षक अभियंता के साथ संगठन की बातचीत हुई. बातचीत में अधीक्षक अभियंता ने आश्वासन दिया कि चार दिन के अंदर दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी और दोनों कर्मचारियों का दोबारा मैडिकल करवा कर उनका इलाज करवाया जाएगा, इस पर संगठन ने सहमति जताई है.
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