हिसार: भारत समेत दुनियाभर में रविवार को छठा अंतरराष्ट्रीय योग दिवस मनाया गया. कोरोना संकट के बीच इस बार अंतरराष्ट्रीय योग दिवस की थीम- 'घर पर योग, परिवार के साथ योग' है. विधानसभा के डिप्टी स्पीकर रणबीर गंगवा ने भी हिसार में अपने आवास पर योग किया और लोगों को योग के महत्व के बारे में समझाया.
डिप्टी स्पीकर ने घर पर मनाया योग दिवस
इस बार कोरोना वायरस के कारण सोशल डिस्टेंसिंग का ध्यान रखते हुए किसी भी प्रकार का आयोजन नहीं किया जा रहा है. नेता, अभिनेता सहित ज्यादातर लोगों ने घर पर रहकर ही योग दिवस मनाया. वहीं हिसार जिले में भी अलग-अलग स्थानों पर अंतरराष्ट्रीय योग दिवस मनाया गया. लोगों ने अपने घरों में परिजनों के साथ सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए योग किया. इस कड़ी में हरियाणा विधानसभा के डिप्टी स्पीकर रणबीर गंगवा ने अपने निवास स्थान पर सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए योग किया.
डिप्टी स्पीकर रणबीर गंगवा ने इस मौके पर कहा कि योग की शुरूआत भारत से ही हुई है. देश के प्रधानमंत्री नरेद्र मोदी भी बधाई के पात्र हैं कि उन्होंने 21 जून को अन्तरराष्ट्रीय स्तर पर योग दिवस घोषित करवाने का कार्य किया है. वहीं वर्तमान समय में कोरोना महामारी फैली हुई है. कोरोना महामारी का वर्तमान में कोई इलाज नहीं है, ऐसे में योग इस महामारी में अहम भूमिका निभा रहा है.
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डिप्टी स्पीकर ने कहा कि व्यक्ति योग करके अपने शरीर में प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ा सकता है और कोरोना महामारी के संक्रमण के आने से बच सकता है. डिप्टी स्पीकर ने आमजन से अपील करते हुए कहा कि योग करने से मनुष्य स्वस्थ रहता है. हम स्वस्थ होंगे तो देश स्वस्थ रहेगा इसलिए जीवन में हर किसी को सुबह योग करना चाहिए. उन्होंने प्रदेशवासियों को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस की शुभकामनाएं भी दी.
2014 में पीएम मोदी ने की थी पहल
गौरतलब है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सितंबर 2014 में अपने पहले संयुक्त राष्ट्र संबोधन में अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस मनाने का आह्वान किया था. पीएम मोदी की पहल को 170 देशों का समर्थन मिला था जिसके बाद संयुक्त राष्ट्र महासभा ने 21 जून को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के रूप में घोषित किया था.
2015 में पीएम मोदी ने दिल्ली में 36,000 लोगों के साथ योग किया था. 2016 में चंड़ीगढ़ में 30,000 लोगों के साथ योग किया. 2017 में प्रधानमंत्री मोदी ने लखनऊ में 51,000 लोगों के साथ योग किया. 2018 में 55,000 लोगों के साथ योग के लिए देहरादून को चुना गया जबकि पिछले साल पीएम मोदी ने रांची में 40,000 लोगों के साथ योग किया. वहीं इस बार कोरोना के कारण कोई बड़ा आयोजन नहीं किया गया इसलिए लोगों ने घर पर रहकर ही योग दिवस मनाया.
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