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हिसार में कोरोना मरीज की मौत, परिजनों ने वेंटिलेटर ना मिलने के लगाए आरोप

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Published : Jun 18, 2020, 3:58 PM IST

हिसार में गुरुवार को एक कोरोना संक्रमित बुजुर्ग व्यक्ति की मौत हो गई. वहीं मृतक के परिजनों ने अस्पताल और जिला प्रशासन पर लापरवाही के गंभीर आरोप लगाए हैं.

hisar corona death
hisar corona death

हिसार: जिले में एक तो कोरोना का प्रकोप थमने का नाम नहीं ले रहा है, वहीं अब अस्पतालों पर भी इलाज में लापरवाही के आरोप लगने शुरू हो गए हैं. मामला हिसार के जिंदल अस्पताल का है जहां एक कोरोना संक्रमित बुजुर्ग की मौत हो गई, जिसके बाद मृतक के परिजनों ने अस्पताल और जिला प्रशासन पर लापरवाही के आरोप लगाए.

वेंटिलेटर नहीं देने के लगे आरोप

दरअसल, हिसार के सेक्टर-14 निवासी कोविड-19 संक्रमित बुजुर्ग की मृत्यु के बाद उनके कोरोना पीड़ित पुत्र ने प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाये हैं. मृतक के पुत्र का कहना है कि प्रशासन ने कोरोना संक्रमित मरीजों के इलाज के लिए जिंदल अस्पताल को कोविड अस्पताल तो बना दिया है, लेकिन वहां मरीजों को सुविधाएं नहीं दी जा रही हैं. कोविड अस्पताल होने के बावजूद उनके पिता को जिंदल अस्पताल में वेंटिलेटर की सुविधा नहीं दी गई.

हिसार में कोरोना संक्रमित मरीज की मौत के बाद अस्पताल पर लापरवाही के आरोप लगे हैं.

सरकारी नियमों का हवाला देते हुए उनके पिता की स्थिति गंभीर होने पर अग्रोहा मेडिकल कॉलेज भेज दिया गया, लेकिन वहां उन्हें बचाया नहीं जा सका. मृतक के पुत्र ने कहा कि जब निजी अस्पताल में वेंटिलेटर की सुविधा नहीं दी जानी थी तो प्रशासन को वहां कोविड-19 संक्रमित मरीज को इलाज के लिए भेजना ही नहीं चाहिए था. उन्होंने मांग की है कि कोरोना इलाज के लिए सुविधाएं दी जाएं ताकि कोई दूसरा व्यक्ति इलाज के अभाव में न मरे.

प्रशासन का टालमटोल रवैया !

इस संबंध में जब सिविल सर्जन डा. योगेश शर्मा से बात की गई तो उन्होंने बताया कि बुजुर्ग की हालत ज्यादा खराब हो गई थी और सांस लेने में परेशानी के चलते उनकी मृत्यु हो गई. जिंदल अस्पताल में वेंटिलेटर की सुविधा उपलब्ध नहीं करवाने पर उन्होंने कहा कि सरकार ने कोरोना मरीज के इलाज को कई चरणों में बांटा हुआ है. सिर्फ गंभीर मरीज को ही अग्रोहा मेडिकल कॉलेज में वेंटिलेटर की सुविधा मिल सकती है. अभी वहां वेंटिलेटर बेड खाली हैं और बेड भरने पर दूसरे निजी अस्पताल में मरीजों को वेंटिलेटर की सुविधा मिलेगी.

प्रदेश में कोरोना की स्थिति

गौरतलब है कि, हरियाणा में कोरोना लगातार पैर पसार रहा है. प्रदेश में कोरोना मरीजों की संख्या में लगातार इजाफा हो रहा है. गुरुवार दोपहर तक हरियाणा में कोरोना के 114 नए मामले सामने आए हैं. जिसके बाद प्रदेश में कोरोना मरीजों का कुल आंकड़ा 8946 पहुंच गया है. वहीं एक्टिव मरीजों की संख्या 4718 हो गई है और अब तक कोरोना से 130 लोगों की मौत हो चुकी है. वहीं हिसार में अब तक कोरोना के 157 मामले सामने आए हैं जिसमें 69 केस एक्टिव हैं.

ये भी पढ़ें- थप्पड़ विवाद मामला: बीजेपी नेता सोनाली फोगाट गिरफ्तार, जमानत मिली

हिसार: जिले में एक तो कोरोना का प्रकोप थमने का नाम नहीं ले रहा है, वहीं अब अस्पतालों पर भी इलाज में लापरवाही के आरोप लगने शुरू हो गए हैं. मामला हिसार के जिंदल अस्पताल का है जहां एक कोरोना संक्रमित बुजुर्ग की मौत हो गई, जिसके बाद मृतक के परिजनों ने अस्पताल और जिला प्रशासन पर लापरवाही के आरोप लगाए.

वेंटिलेटर नहीं देने के लगे आरोप

दरअसल, हिसार के सेक्टर-14 निवासी कोविड-19 संक्रमित बुजुर्ग की मृत्यु के बाद उनके कोरोना पीड़ित पुत्र ने प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाये हैं. मृतक के पुत्र का कहना है कि प्रशासन ने कोरोना संक्रमित मरीजों के इलाज के लिए जिंदल अस्पताल को कोविड अस्पताल तो बना दिया है, लेकिन वहां मरीजों को सुविधाएं नहीं दी जा रही हैं. कोविड अस्पताल होने के बावजूद उनके पिता को जिंदल अस्पताल में वेंटिलेटर की सुविधा नहीं दी गई.

हिसार में कोरोना संक्रमित मरीज की मौत के बाद अस्पताल पर लापरवाही के आरोप लगे हैं.

सरकारी नियमों का हवाला देते हुए उनके पिता की स्थिति गंभीर होने पर अग्रोहा मेडिकल कॉलेज भेज दिया गया, लेकिन वहां उन्हें बचाया नहीं जा सका. मृतक के पुत्र ने कहा कि जब निजी अस्पताल में वेंटिलेटर की सुविधा नहीं दी जानी थी तो प्रशासन को वहां कोविड-19 संक्रमित मरीज को इलाज के लिए भेजना ही नहीं चाहिए था. उन्होंने मांग की है कि कोरोना इलाज के लिए सुविधाएं दी जाएं ताकि कोई दूसरा व्यक्ति इलाज के अभाव में न मरे.

प्रशासन का टालमटोल रवैया !

इस संबंध में जब सिविल सर्जन डा. योगेश शर्मा से बात की गई तो उन्होंने बताया कि बुजुर्ग की हालत ज्यादा खराब हो गई थी और सांस लेने में परेशानी के चलते उनकी मृत्यु हो गई. जिंदल अस्पताल में वेंटिलेटर की सुविधा उपलब्ध नहीं करवाने पर उन्होंने कहा कि सरकार ने कोरोना मरीज के इलाज को कई चरणों में बांटा हुआ है. सिर्फ गंभीर मरीज को ही अग्रोहा मेडिकल कॉलेज में वेंटिलेटर की सुविधा मिल सकती है. अभी वहां वेंटिलेटर बेड खाली हैं और बेड भरने पर दूसरे निजी अस्पताल में मरीजों को वेंटिलेटर की सुविधा मिलेगी.

प्रदेश में कोरोना की स्थिति

गौरतलब है कि, हरियाणा में कोरोना लगातार पैर पसार रहा है. प्रदेश में कोरोना मरीजों की संख्या में लगातार इजाफा हो रहा है. गुरुवार दोपहर तक हरियाणा में कोरोना के 114 नए मामले सामने आए हैं. जिसके बाद प्रदेश में कोरोना मरीजों का कुल आंकड़ा 8946 पहुंच गया है. वहीं एक्टिव मरीजों की संख्या 4718 हो गई है और अब तक कोरोना से 130 लोगों की मौत हो चुकी है. वहीं हिसार में अब तक कोरोना के 157 मामले सामने आए हैं जिसमें 69 केस एक्टिव हैं.

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