गुरुग्राम: लॉकडाउन के बाद प्रवासी मजदूर लगातार अपने गृह राज्य जाने के लिए मांग कर रहे हैं. ऐसे में सरकार द्वारा उनके गृह राज्य भेजने के लिए स्पेशल श्रमिक ट्रेन और बसों की व्यवस्था भी की गई, लेकिन गुरुग्राम में भारी संख्या में प्रवासी मजदूर हैं, ऐसे में सब उन ट्रेन और बस में नहीं जा सके. जिसके बाद अब प्रवासी अपने गृह राज्य जाने के लिए अवैध तरीके अपना रहे हैं.
मानेसर में चेकिंग के दौरान पकड़ा ट्रक
ये प्रवासी मजदूर कभी अवैध तरीके से ट्रक में भरकर अपने घर जा रहे हैं तो कभी एंबुलेंस में. ऐसे ही एक ट्रक को गुरुग्राम पुलिस ने बीती रात पकड़ा है जिसमें 60 प्रवासियों को बिहार ले जाया जा रहा था. दरअसल, पुलिस ने मानेसर के बैस गांव में बैरिकेडिंग की हुई थी. जब वहां एक ट्रक केएमपी से आता हुआ दिखा तो गुरुग्राम पुलिस को संदेह हुआ जिसके बाद उस ट्रक को रोका गया.
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पुलिस ने जब चेक किया तो ट्रक के अंदर बच्चों और महिलाओं सहित 60 प्रवासी बैठे हुए थे. ऐसे में गुरुग्राम पुलिस ने जब गहनता से तफ्तीश की तो पता चला कि ट्रक ड्राइवर को प्रवासियों ने तकरीबन 1.5 लाख रुपए बिहार ले जाए जाने के लिए दिए थे. पुलिस ने मामले में आगे की कार्रवाइ शुरू कर दी है.
हालांकि यहां सवाल ये उठता है कि अपने घर जाने के लिए प्रवासी अलग-अलग तरीके अपनाने को मजबूर क्यों हैं. ऐसे में सरकार क्यों इनके लिए कोई पर्याप्त व्यवस्था नहीं करती है. आखिर क्यों यह लोग अपने गृह राज्य जाने के लिए कुछ भी कर गुजरने को मजबूर हैं.
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