फरीदाबाद: हरियाणा में विधानसभा चुनाव के लिए राजनीतिक सरगर्मियां तेज़ हैं. इसी कड़ी में तमाम राजनीतिक दल चुनाव प्रचार में लगे हुए हैं. हरियाणा में इस बार बीजेपी, कांग्रेस और इनेलो जैसी पार्टियों को टक्कर देने के लिए आम आदमी पार्टी भी चुनाव मैदान में है. पार्टी के राज्यसभा सांसद सुशील गुप्ता ने ईटीवी भारत हरियाणा से खास बातचीत में इस बार हरियाणा में सरकार बनाने का दावा किया है.
'दिल्ली की तरह होगा हरियाणा का विकास'
आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सांसद सुशील गुप्ता ने दावा किया कि इस बार हरियाणा प्रदेश में सरकार बनाने पर दिल्ली की तर्ज पर ही हरियाणा में विकास किया जाएगा. सुशील गुप्ता ने कहा कि आम आदमी पार्टी ने दिल्ली में शिक्षा से लेकर स्वास्थ्य और महिलाओं की सुरक्षा समेत कई अहम मुद्दों पर काम किया. उन्होंने कहा कि आज दिल्ली में शिक्षा का स्तर अन्य प्रदेशों की तुलना में काफी ऊपर है. ऐसा ही हम हरियाणा में भी कर के दिखाएंगे.
'हरियाणा में अकेले चुनाव लड़ेंगे'
आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सांसद सुशील गुप्ता ने कहा कि लोकसभा चुनाव के दौरान भले ही हमने जननायक जनता पार्टी के साथ गठबंधन किया था. लेकिन विधानसभा चुनाव में पार्टी अकेले अपने दम पर चुनाव लड़ेगी और सभी 90 सीटों पर अपने उम्मीदवारों को खड़ा किया जाएगा. मतलब साफ है कि इस बार आम आदमी पार्टी न किसी अन्य दल से समर्थन लेगी और न ही किसी दल को समर्थन देगी. सुशील गुप्ता ने कहा कि पीएसी के मार्गदर्शन में अलग-अलग विधानसभा क्षेत्रों में जाकर पार्टी के प्रत्याशियों की घोषणा की जा रही है. गुप्ता ने कहा कि हम पहली पार्टी हैं जिसने अपने कैंडिडेट विधानसभा चुनाव के लिए सबसे पहले घोषित किए हैं.
'कांग्रेस लड़ रही अस्तित्व की जंग'
राज्यसभा सांसद सुशील गुप्ता ने कहा कि हरियाणा में कांग्रेस समेत कई दल आज अपने अस्तित्व की जंग लड़ रहे हैं. गुप्ता ने कहा कि कांग्रेस गुटों में बंटी हुई है. एक ही पार्टी में कई नेता अपना-अपना गुट बनाकर बैठे हैं. वहीं इनेलो भी अपना जनाधार खो चुकी है. इनेलो के ज्यादातर विधायक बीजेपी में जा चुके हैं. जबकि जेजेपी अभी तक प्रदेश में अपनी पहली जीत का इंतजार कर रही है. इसलिए हमारा मुकाबला सीधा बीजेपी से है. बीजेपी को इस बार हम हराकर ही दम लेंगे.
बीजेपी पर साधा निशाना
सुशील गुप्ता ने खास बातचीत के दौरान बीजेपी सरकार पर भी निशाना साधा. उन्होंने कहा कि सीएम मनोहर लाल ने बीते पांच साल में प्रदेश में कोई बड़ा प्रोजेक्ट नहीं लगाया. आज प्रदेश में बेरोजगारी के हालात बेहद खराब हैं. देश में आर्थिक मंदी का असर दिखने लगा है. मारुति जैसे प्लांट सप्ताह में दो दिन अपने प्लांट का कामकाज बंद करने को मजबूर हैं. केंद्र सरकार ने नॉन अर्थशास्त्री को आरबीआई का गवर्नर बनाया हुआ है. ऐसे में देश में मंदी तो आनी ही थी.