फरीदाबाद: हर साल फरीदाबाद में भी यमुना किनारे रहने वाले लोग भी बाढ़ की चपेट में आते हैं. इसी डर से अब लोग अपने घर बेचने को मजबूर हैं. फरीदाबाद के बसंतगढ़ में दर्जनों ऐसे मकान हैं, जिनको बनाने के बाद कुछ ही समय में बेच दिया गया और दर्जनों मकान पर 'ये मकान बिकाऊ है' लिखा हुआ है.
ईटीवी भारत की टीम यहां पहुंची तो पता चला कि इस क्षेत्र के लोग जल्द से जल्द इस जगह को छोड़कर जाना चाहते हैं. कई मकानों पर 'ये मकान बिकाऊ है' लिखा हुआ है. डीलर्स ने इन्हें सपने दिखाकर जमीन बेची थी और उन्होंने मकान बना लिए लेकिन यहां ना तो बिजली पहुंची, ना ही पीने का पानी पहुंचा और रास्ते भी खराब हैं. ऊपर से हर साल यमुना का बढ़ता जलस्तर जिसकी वजह से बाढ़ का पानी उनके घरों में आ जाता है.
परेशान लोग अब इन मकानों को बेचकर जाना चाहते हैं. ईटीवी भारत से बातचीत करते हुए यहां कि महिलाओं ने बताया कि उन्होंने अपने जीवन भर की कमाई यहां मकान बनाने और जमीन खरीदने में लगा दी लेकिन अपनी जमीन और अपना मकान होने के बावजूद भी वह चैन की नींद नहीं सो पा रहे हैं.
महिलाओं ने कहा कि एक तरफ उत्तर प्रदेश है तो दूसरी तरफ दिल्ली है और वह हरियाणा की जमीन पर हैं लेकिन 3 राज्यों से घिरे होने के बाद भी उनके यहां बिजली की लाइन तक नहीं है. जब भी वह तार डालकर बिजली यहां पर लाते हैं तो कभी दिल्ली वाले तो कभी हरियाणा वाले उन तारों को काट कर ले जाते हैं. उन्होंने बताया कि प्रॉपर्टी डीलर्स ने अपने लालच के लिए उनके जीवन को नरक बना डाला है.
जिस तरह से देश के बाकी राज्यों में लोगों के घर बाढ़ में बह गए या टूट गए हैं. कुछ वैसी ही स्थिति इन लोगों की भी है. डर के साए में जीने को मजबूर ये लोग अब मेहनत की कमाई से बनाए गए अपने आशियानों को औने-पौने दामों में बेचकर बस किसी तरह इस इलाके को छोड़ना चाहते हैं.