फरीदाबादः ये पूरी वारदात चोरी की है, लेकिन ये आम चोरी से काफी अलग है. दरअसल फरीदाबाद सूरजकुंड थाना क्षेत्र के रहने वाले एक व्यक्ति को कोरोना हो गया और उसे अस्पताल में भर्ती होना पड़ा. इसके बाद उसके सामने परेशानी ये थी कि घर पर कौन रहेगा. क्योंकि उसके घर में बूढ़ी मां थी जो अब अकेली रह गई थी. लिहाजा उसने अपे एक दोस्त पर भरोसा करके उसे घर की देखभाल के लिए छोड़ दिया.
पीड़ित का दोस्त अंकुर उसके घर आ गया और वहां रहने लगा. अंकुर को जुए और अय्याशी की आदत थी. उस पर काफी कर्ज भी था, अंकुर ने देखा कि घर में एक तिजोरी है तो उसने तिजोरी की दूसरी चाबी बनवा ली. फिर उसने योजना बनाई कि चोरी कैसे करनी है. पहले उसने पीड़ित की मां को अपने घर अपनी मां के पास छोड़ा. और अपने दोस्त से कहा कि वहां मेरी मां उनकी अच्छी देखभाल करेंगी.
इसके बाद वो घर में अकेला था और उसे देखने वाला कोई नहीं. फिर भी उसने इसमें दो और लोगों को शामिल किया ताकि ये मामला चोरी का लगे. अंकुर ने तिजोरी खोली और उसमें से 11 लाख की नकदी, सोने-चांदी के जेवरात निकाल लिए.
ये भी पढ़ेंः गुरुग्राम इमारत गिरी LIVE UPDATE: मरने वालों की संख्या 3 हुई, 1 गंभीर, रेस्क्यू ऑपरेशन जारी
जब पीड़ित को इस बात की खबर लगी तो वो पुलिस के पास पहुंचा. पुलिस ने छानबीन शुरू की तो सब माजरा समझ आया. ये पूरा मामला जून 2021 का है, तब से पुलिस जांच कर रही थी और अब तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है. जिसमें एक पीड़ित का दोस्त है जिसे वो अपने घर की देखभाल के लिए छोड़कर गया था. जरा सोचिए कोरोना के इस मुश्किल वक्त में जब पीड़ित अस्पताल में था और उसी के दोस्त ने ऐसा विश्वासघात किया तो उसके दिल पर क्या बीती होगी. बजाय अपने दोस्त की मदद करने के आरोपी ने उसको ही अपना शिकार बना लिया.