फरीदाबाद: क्राइम ब्रांच डीएलएफ फरीदाबाद (Crime Branch DLF Faridabad) की टीम ने साल 2019 में हुई कांग्रेस नेता विकास चौधरी की हत्या के मुकदमे में आरोपी एक शूटर को गिरफ्तार किया है. पुलिस प्रवक्ता सूबे सिंह ने बताया कि गिरफ्तार किए गए आरोपी का नाम विकास उर्फ माले है, जो गुरुग्राम जिले के धनवापुर गांव का रहने वाला है. आरोपी शूटर कौशल गैंग का सदस्य है. उसने 2019 में अपने साथियों के साथ मिलकर फरीदाबाद के रहने वाले प्रॉपर्टी डीलर और कांग्रेस नेता विकास चौधरी की हत्या का प्रमुख आरोपी है.
मृतक विकास चौधरी (Vikas Chaudhary murder) के भाई की शिकायत के अनुसार 26 जून 2019 को सुबह करीब 9 बजे विकास चौधरी सेक्टर 9 की मार्केट में एशियन अस्पताल के ऊपर स्थित जिम पहुंचा था. जिम के नीचे सड़क किनारे बनी पार्किंग में पहुंचते ही बदमाशों ने उस पर ताबड़तोड़ फायरिंग कर दी थी. इस फायरिंग में उसके भाई की मृत्यु हो गई थी. इस मामले में फरीदाबाद पुलिस कौशल गैंग के मुखिया नरेश कौशल और अमित सहित 20 आरोपियों को पहले ही गिरफ्तार कर चुकी है. वहीं एक आरोपी रोहित गुड़गांव पुलिस के साथ हुई मुठभेड़ में मारा जा चुका है.
हत्या के बाद से फरार चल रहे आरोपी विकास को फरीदाबाद सेक्टर 12 से गिरफ्तार किया गया है. आरोपी को अदालत में पेश करके 6 दिन की पुलिस रिमांड पर लिया गया है. पुलिस रिमांड के दौरान प्राथमिक पूछताछ में सामने आया कि आरोपी बहुत ही शातिर अपराधी है. उसके ऊपर हरियाणा, पंजाब तथा उत्तर प्रदेश में हत्या के 7 मुकदमे दर्ज हैं. इसके अलावा लूट, स्नैचिंग और हत्या की संगीन धाराओं में 14 मुकदमे भी उसके नाम पर हैं.
कौशल गैंग के करीब 250 सदस्य हरियाणा, पंजाब, राजस्थान, उत्तर प्रदेश तथा दिल्ली की जेलों में बंद हैं जो इन राज्यों में हत्या, लूट, डकैती, फिरौती जैसी सैंकड़ों वारदातों को अंजाम दे चुके हैं. बताया जाता है कि 2019 में प्रॉपर्टी डीलर और प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता विकास चौधरी से कौशल गैंग ने फिरौती मांगी थी. जिसे विकास ने मना कर दिया था. मना करने पर गैंगस्टर ने विकास की हत्या करने की योजना बनाई. योजना के तहत आरोपियों ने 2 दिन तक विकास की रेकी की और मौका मिलते ही 26 जून 2019 को जिम जाते समय उसकी हत्या कर दी.
पुलिस इस वारदात में प्रयोग तीन गाड़ियां बरामद कर चुकी है. जिसमें एक स्कॉर्पियो, एक SX4 और एक स्विफ्ट गाड़ी शामिल है. पुलिस पूछताछ में सामने आया कि इस मामले में दो पिस्टल और एक देसी कट्टे का प्रयोग किया गया था. जिसमें से आरोपी के साथी सचिन से एक देसी कट्टा बरामद किया था चुका है. एक पिस्टल आरोपी सज्जन से पुलिस रिमांड के दौरान बरामद किया गया. पुलिस की जांच में सामने आया है कि हत्या के वक्त करीब 9 बदमाश तीन गाड़ियों में पहुंचे थे. इसमें से एक गाड़ी एसएक्स-4 खेड़ी निवासी सचिन चला रहा था. गिरफ्तार आोरपी विकास उर्फ माले इसी गाड़ी पर था. उसके साथ सज्जन और भोलू भी थे. विकास चौधरी पर ताबड़तोड़ फायरिंग इसी माले ने ही चलाई थी.
कौशल गैंग कौन चलाता है- कौशल गैंग (kaushal gang gurugram) गुड़गांव और दिल्ली में आतंक का पर्याय है. ये गैंग गुड़गांव का रहने वाला नरेश कौशल चलाता है. नरेश कौशल पर 12 से ज्यादा गंभीर मामले दर्ज हैं. जिसमें हत्या, हत्या के प्रयास, रंगदारी, फिरौती, लूट अपहरण आदि शामिल है. इस गैंग के खौफ का आलम ये है कि पीड़ित थाने में मामला भी दर्ज कराने से डरते हैं. कौशल गैंग का प्रमुख काम है अपहरण और फिरौती. फिरौती के बाद भी बिजनेसमैन कौशल गैंग का नाम लेने से बचते हैं.
नरेश कौशल गैंग पहले भारती गैंग के नाम से कुख्यात था. लेकिन 2018 में दिल्ली पुलिस की मुठभेड़ में भारती गैंग का सरगना राजेश भारती मारा गया. तब से इस गैंग की कमान गुड़गांव का नरेश कौशल संभाल रहा है. दिल्ली और हरियाणा पुलिस का वांटेड होने के चलते नरेश कौशल दुबई भाग गया था और वहीं से गैंग ऑपरेट कर रहा था. बाद में इंटरपोल की मदद से नरेश कौशल को दुबई में पकड़ लिया गया. नरेश कौशल फिलहाल हरियाणा की फरीदाबाद जेल में बंद है. अब तक इस गैंग के बीसों गुर्गे पकड़े जा चुके हैं.
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