चंडीगढ़: सेना में भर्ती के लिए आई केंद्र सरकार की योजना अग्निपथ के खिलाफ गुरुवार को हरियाणा में हिंसक प्रदर्शन (Agneepath Scheme Protest in haryana) शुरू हो गया. युवा प्रदर्शनकारी सड़क पर उतर आए. इस बीच कई जगह नेशनल हाइवे जाम कर दिया गया. प्रदर्शनकारियों को रोकने गई पुलिस के साथ युवाओं की झड़प हो गई. युवाओं को बवाल से रोकने के लिए पुलिस को कई जगह लाठी चलानी पड़ी. पलवल में उपायुक्त कार्यालय पर युवाओं ने हमला कर दिया. सुरक्षा में पुलिसकर्मियों को हवाई फायरिंग करनी पड़ी. इस प्रदर्शन में कई युवा और पुलिसकर्मी घायल हुए हैं.
पलवल में फूंकी गाड़ियां- पिछले कई साल से भर्ती नहीं होने के चलते भरा युवाओं का गुस्सा गुरुवार को फूट पड़ा. रेवाड़ी और पलवल में ये बवाल सबसे ज्यादा हुआ. पलवल में युवाओं ने अग्निपथ योजना के खिलाफ जमकर विरोध (youth portest against agnipath scheme in palwal) किया. नेशनल हाइवे-19 पर युवाओं ने जाम लगा दिया. इसी दौरान पुलिस और प्रदर्शनकारी युवाओं में हिंसक झड़प हुई. भड़के प्रदर्शनकारी युवाओं ने कई गाड़ियां फूंक दी. तना ही नहीं युवाओं ने हाईवे के दोनों तरफ लगी बैरिकेडिंग को तोड़कर हाइवे पर फेंक दिया. युवाओं को रोकने के लिए पुलिस ने आंसू गैस के गोले दागे.
पलवल में युवाओं ने प्रदर्शन करते हुए जिला उपायुक्त कैंप ऑफिस पर हमला कर दिया और जमकर पथराव किया. पुलिस के कमरे को भी पर युवाओं ने आग लगा दी. अपनी सुरक्षा के लिए पुलिस ने फायरिंग शुरू कर दी. इस पूरी घटना में कई पुलिसकर्मी भी घायल हुए हैं. जिनका इलाज जारी है. फिलहाल उग्र होते प्रदर्शन को देखते हुए पुलिस बल ने छात्रों को रोकने की कोशिश की. इस दौरान छात्रों और पुलिस में झड़प हो गई. देखते ही देखते दोनों तरफ से पत्थर चलने गए. स्थिति को बिगड़ता देख पुलिस ने छात्रों पर लाठीचार्ज किया.
रेवाड़ी में बवाल- रेवाड़ी में भी युवाओं ने अग्निपथ योजना के विरोध में प्रदर्शन (agneepath scheme protest in rewari) किया. सैकड़ों की संख्या में युवा रेवाड़ी के बस स्टैंड के पास पहुंचे और सरकार के खिलाफ नारेबाजी शुरू की. युवाओं को प्रदर्शन को देखते हुए मौके पर भारी पुलिस बल तैनात रहा. पुलिस ने बैरिकेड लगाकर युवाओं को समझाने की कोशिश की, लेकिन स्थिति बिगड़ती ही चली गई.
युवाओं ने पुलिस के लगाए गए बैरिकेड्स को तोड़ दिया और जमकर हंगामा किया. इसके बाद युवाओं ने नाइवाली चौक पर जाम लगा दिया. स्थिति को बिगड़ता देख पुलिस ने युवाओं पर लाठीचार्ज (lathi charge on youth in rewari) कर दिया. पुलिस की कार्रवाई को देखते हुए बस स्टैंड के आसपास का बाजार पूरी तरह बंद रहा. युवाओं के प्रदर्शन को देखते हुए बस अड्डे से बसों का संचालन भी बंद कर दिया गया. बस स्टैंड के पास भारी पुलिसफोर्स तैनात की गई है.
रोहतक में आत्महत्या- भारत सरकार की अग्निपथ योजना की घोषणा के बाद सेना में जाने की इच्छा रखने वाले युवकों पर मानसिक दबाव का असर दिखने लगा है. खबर है कि रोहतक स्थित एक पीजी में सेना की भर्ती के लिए तैयारी कर रहे जींद जिले के लीजवाना कलां गांव निवासी 23 वर्षीय सचिन ने फांसी (youth commits suicide in rohtak) लगा ली. बताया जा रहा है कि ओवर ऐज होने के डर से सचिन ने ये कदम उठाया है.
परिजनों के अनुसार सचिन ने 2 वर्ष पूर्व सर्विसमैन कोटे के तहत गोवा में सेना भर्ती के लिए फिजिकल और मेडिकल टेस्ट पास कर लिया था, सचिन की उम्र निकलती जा रही थी और उसे लिखित परीक्षा का इंतजार था, लेकिन आज उसके सब्र का बांध टूट गया और उसने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली. बताया गया है कि सचिन केंद्र सरकार की अग्निपथ योजना की घोषणा के बाद मानसिक दबाव में इसलिए था कि सरकार सेना की स्थाई भर्तियों की जगह अस्थाई भर्ती करना शुरू कर देगी.
क्या है अग्निपथ योजना? मंगलवार को केंद्र सरकार ने भारतीय सेना में 'अग्निपथ' नाम की योजना का ऐलान किया, जिसके तहत कम से कम 4 साल की अवधि के लिए भारतीय सेना में नियुक्तियां की जाएंगी. साढ़े 17 साल से 21 साल के युवाओं को ही इस योजना के तहत देश की सेवा करने का मौका मिलेगा. 10वीं और 12वीं के छात्र इसके लिए आवेदन कर सकेंगे. इस चार साल की नौकरी में जवानों को छह से नौ महीने की ट्रेनिंग दी जाएगी. अग्निपथ योजना के तहत युवाओं को पहले साल में 30 हजार, दूसरे साल में 33 हजार, तीसरे साल में 36500 और चौथे साल में 40 हजार मासिक वेतन दिया जाएगा.
इसके अलावा अन्य रिस्क और हार्डशिप भत्ते भी मिलेंगे. चार साल की नौकरी के बाद युवाओं को 11.7 लाख रुपये की सेवा निधि दी जाएगी. इस पर कोई टैक्स नहीं लगेगा. चार साल पूरे होने के बाद इन सभी अग्निवीरों की सेवा समाप्त हो जाएगी और फिर नई भर्तियां की जाएंगी. रिटायरमेंट के बाद युवाओं को पेंशन नहीं मिलेगी, बल्कि एक मुश्त राशि दी जाएगी. इसके अलावा उन्हें सेना की तरफ से सर्टिफिकेट भी मिलेगा. कुल भर्तियों में से 25 फीसदी युवाओं को ही बाद में रिटेन किया जाएगा.यानी 100 में से 25 लोगों को पूर्णकालिक सेवा का मौका मिलेगा. जिन 25 फीसदी सैनिकों को रिटेन किया जाएगा उन्हें अग्निवीर कहा जाएगा. इस योजना के तहत अगर कोई अग्निवीर देश सेवा के दौरान शहीद हो जाता है, तो उसके परिजनों को सेवा निधि समेत 1 करोड़ रुपये से ज्यादा की राशि ब्याज समेत मिलेगी. इसके अलावा बाकी बची नौकरी का भी वेतन दिया जाएगा. अगर कोई अग्निवीर डिसेबिल हो जाता है, तो उसे 44 लाख रुपये तक की राशि दी जाएगी. इसके अलावा बाकी बची नौकरी का भी वेतन मिलेगा.
ये भी पढ़ें-Agnipath Scheme Protest: रेवाड़ी में युवकों ने काटा बवाल, पुलिस ने किया लाठीचार्ज