चंडीगढ़: हरियाणा में कोरोना के चलते हालात लगातार बिगड़ते नजर आ रहे हैं. जहां एक ओर बेड की कमी पड़ रही है वहीं दूसरी ओर ऑक्सीजन की कमी को पूरा करना भी बड़ी चुनौती है. अस्पतालों में बेड की कमी को पूरा करने के लिए सरकार एक्स्ट्रा बेड्स कैपेसिटी पर विचार कर रही है, इसके लिए स्कूलो , भवनों के इस्तेमाल को लेकर चर्चा चल रही है.
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परिवहन के भवनों के इस्तेमाल के विकल्प के सवाल पर परिवहन मंत्री ने कहा की परिवहन विभाग के पास बहुत सी जगह है मगर फिलहाल आईटीआई और स्कूलों की बिल्डिंग को इस्तेमाल किया जा सकता है.
इसके साथ परिवहन मंत्री ने कहा जब तक डॉक्टर और पैरामेडिकल स्टाफ की कमी पूरी नहीं होगी तब तक अतिरिक्त बेड की व्यवस्था काम नहीं आएगी. परिवहन मंत्री ने आगे कहा कि प्राइवेट डॉक्टर अगर 50- 50 या 100-100 बेड्स की व्यवस्था को संभालते हैं तो इससे काफी मदद मिलेगी लेकिन इसके लिए अन्य स्टाफ की भी जरूरत है, ऐसे में संस्थाओं को भी आगे आना होगा.
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हरियाणा के परिवहन मंत्री मूलचंद शर्मा ने कहा कि कोरोना के चलते रोडवेज के हालात ठीक नहीं हैं, महामारी अपने चरम पर है, लोग बसों में चलने के लिए तैयार नहीं है. परिवहन मंत्री ने कहा कि बसों में सफ़र को लेकर कंडक्टर और ड्राइवर को तो हिदायतें दी गई हैं साथ ही अब लोगों को खुद भी अपना ख्याल कैसे रखना है इसके बारे में जानकारी रखनी होगी. मूलचंद शर्मा ने कहा कि कोरोना के चलते बसों में सोशल डिस्टेंसिंग के लिए 50 प्रतिशत ही सीटों को भरने के आदेश दिए गए हैं 52 सीटर बस में केवल 26 व्यक्ति को बैठाने की अनुमति है.