चंडीगढ़: राज्यसभा सांसद एवं अपने बयानों को लेकर चर्चाओं में रहने वाले बीजेपी नेता सुब्रमण्यम स्वामी ने इस बार पाकिस्तान के पीएम इमरान खान को चपरासी बताते हुए कहा कि हमें इमरान खान से कोई बात नहीं करनी चाहिए, वो तो चपरासी है. साथ ही उन्होंने कहा कि पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) को भारत में मिलाया जाना चाहिए. उन्होंने दावा किया कि पीओके में रहने वाले लोग पाकिस्तान में नहीं रहना चाहते और भारतीय बनना चाहते हैं.
सुब्रमण्यम स्वामी चंडीगढ़ में "वेकेशन ऑफ पीओके" विषय पर आधारित एक सेमिनार में मुख्य अतिथि के तौर पर भाग लेने पहुंचे थे. स्वामी ने कहा कि पाकिस्तान आतंकवाद फैला रहा है, लिहाजा पाकिस्तान से कोई रिश्ता नहीं रखना चाहिए. केंद्र सरकार से मांग करते हैं कि यूनाइटेड नेशन में गए जम्मू-कश्मीर के मुद्दे को भी वापस लें. पीओके को भी आजाद करवाना होगा. पीओके के लोग भी रोज पाकिस्तान की खिलाफत करते हैं जिसको दिखाया नहीं जाता.
उन्होंने कहा कि चीन के साथ जब युद्ध हुआ तो उसमें भारत चीन को हरा सकता था मगर उस समय जवाहर लाल नेहरू टूट गए. इस दौरान उन्होंने मौजूदा हालातों पर कहा कि चीन को कहना चाहिए कि वो दखल न दें. जब उनका अमेरिका से झगड़ा होगा तो हम भी दखल नहीं देंगे.
इस दौरान उन्होंने करतारपुर कॉरिडोर निर्माण पर विरोध जताया. सुब्रमण्यम स्वामी ने कहा कि हमें पाकिस्तान के साथ कोई भी रिश्ता नहीं रखना चाहिए. उन्होंने कहा कि करतारपुर कॉरिडोर का निर्माण कार्य रोक देना चाहिए.
बीते दिनों पाकिस्तान सेना के पूर्व सेनाध्यक्ष जनरल मिर्जा असलम बेग द्वारा करतारपुर कॉरिडोर का इस्तेमाल खालिस्तानी आतंक के लिए किये जाने के बयान पर सुब्रमण्यम स्वामी प्रतिक्रिया दे रहे थे. उन्होंने कहा कि यह उनकी निजी राय है कि करतारपुर कॉरिडोर का निर्माण जितना हो चुका है, इसको यहीं रोक देना चाहिए.
उन्होंने कहा कि मैं सिखों की भावनाओं को अच्छी तरह समझता हूं और मैंने हमेशा उनका समर्थन किया है. लेकिन उन्हें समझना चाहिए कि पाकिस्तान के इरादे ठीक नहीं हैं. वहीं दूसरी तरफ पाकिस्तान ये कह चुका है कि वह करतारपुर गलियारा खोलने और बाबा गुरुनानक देव की 550वीं जयंती समारोह में सिख श्रद्धालुओं का स्वागत करने को तैयार है.