चंडीगढ़: ईटीवी भारत की खबर का चंडीगढ़ में बड़ा असर हुआ है. ईटीवी भारत में एक खास पहल करते हुए चंडीगढ़ के उस इलाके के लोगों की आवाज उठाने की कोशिश की थी जिन्हें शायद प्रशासन भी भूल चुका था. ये लोग पिछले कई सालों से बेहद गरीबी में अपनी जिंदगी बिताने को मजबूर हैं. लेकिन ईटीवी की पहल के बाद यह मामला प्रशासन के सामने आया और चंडीगढ़ के मेयर राजेश कालिया ने इन लोगों को जल्द ही पक्के मकान मुहैया करवाने की बात कही है.
साथ ही चंडीगढ़ के मेयर राजेश कालिया ने ईटीवी की सराहना करते हुए कहा कि वैसे तो ईटीवी पूरे देश में बेहतरीन काम कर रहा है लेकिन चंडीगढ़ में जिस तरीके से ईटीवी ने छोटी-छोटी समस्याओं को उठाने और उन्हें प्रशासन के सामने लाने का काम किया है वह काफी सराहनीय है. ईटीवी की खबरों से ना सिर्फ हमें आम लोगों की समस्याओं के बारे में पता चलता है बल्कि हमें इनसे प्रेरणा भी मिलती है ताकि हम शहर के विकास में और ज्यादा बेहतर तरीके से काम कर सके.
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वहीं चंडीगढ़ के स्लम एरिया के बारे में कांग्रेस अध्यक्ष प्रदीप छाबड़ा से भी बात की. जिस पर उन्होंने कहा कि सेक्टर-25 में झुग्गियों में रहने वाले लोग भी चंडीगढ़ का ही हिस्सा है और उन्हें भी वह सब सुविधाएं मिलनी चाहिए जो चंडीगढ़ के दूसरे लोगों को मिलती हैं.
उन्होंने कहा कि जिस समय चंडीगढ़ में कांग्रेस का राज था तब हमारी ओर से गरीब लोगों को पक्के मकान मुहैया करवाने की एक योजना शुरू की गई थी जिसके तहत हमने 8400 परिवारों को पक्के मकान दिलवाए थे लेकिन 6 साल पहले जब चंडीगढ़ में बीजेपी का शासन आया तब से बहुत कम लोगों को पक्के मकान मिल पाए हैं. मैं यह कहना चाहता हूं की मलोया इलाके में काफी फ्लैट खाली पड़े हैं इसलिए सेक्टर-25 के लोगों को वहां पर शिफ्ट कर दिया जाना चाहिए.
बता दें कि हमनें चंडीगढ़ के सेक्टर-25 में बनीं झुग्गी-झोपड़ियों और वहां रह रहे लोगों की समस्या को प्रमुखता से उठाया था. यहां बस्ती में हजारों लोग सालों से रह रहे हैं. ये लोग बेहद गरीबी की हालत में यहां पर रह रहे हैं. सुविधाओं के नाम पर इन लोगों के पास ना तो पीने का पानी है, न बिजली की व्यवस्था है और ना ही साफ सफाई. इन लोगों के लिए तो दो वक्त की रोटी का जुगाड़ करना भी बेहद मुश्किल है. इसी पर संज्ञान लेते हुए मेयर ने लोगों को पक्के मकान देने की बात कही है.
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