चंडीगढ़: आज देशभर में कांग्रेस पार्टी महंगाई और बेरोजगारी के खिलाफ प्रेसवार्ता कर रही (congress on inflation and unemployment) है. इसी कड़ी में आज चंडीगढ़ में भी कांग्रेस पार्टी की राष्ट्रीय प्रवक्ता शोभा ओझा ने मीडिया से बात (Shobha Oza Press Conference in chandigarh) की. जिसमें उन्होंने केंद्र की मोदी सरकार पर जमकर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि साल 2014 में बीजेपी की मोदी सरकार जिस नारे के साथ सत्ता में आई थी वो था, बहुत हुई महंगाई की मार अबकी बार मोदी सरकार, लेकिन आज जो हालत हो गए हैं उसे देखते हुए कांग्रेस पार्टी ने नारा दिया है- बहुत हुई महंगाई की मार बदल दो मोदी सरकार.
शोभा ओझा ने कहा कि केंद्र सरकार की जन विरोधी नीतियों के खिलाफ कांग्रेस पार्टी 4 सितंबर को दिल्ली के रामलीला मैदान में महंगाई पर हल्ला बोल रैली करने जा रही (congress rally in delhi on September 4) है. साथ ही उन्होंने कहा कि कांग्रेस लगातार केंद्र सरकार की गलत नीतियों के खिलाफ अपनी आवाज बुलंद करती रहेगी. वहीं, उन्होंने यह भी कहा कि आने वाले समय में यानी अगले चुनाव में कांग्रेस पार्टी राहुल गांधी के नेतृत्व में चुनाव लड़ेगी और सरकार बनाएगी.
उन्होंने कहा कि बीजेपी ने सत्ता में आने के लिए जनता को महंगाई और बेरोजगारी से मुक्त भारत का सपना दिखाया (Shobha Oza Allegation on BJP) था, लेकिन आज जो हालत है उससे आम इंसान और हर गृहणी परेशान है. उन्होंने कहा कि हालत यह हो गए हैं कि 23 करोड़ लोग गरीबी रेखा से नीचे चले गए हैं. महंगाई ने सारी चीजें आम आदमी से दूर कर दी है. उन्होंने कहा कि एलपीजी के दाम 2014 के मुकाबले आज 156 प्रतिशत ज्यादा है. वहीं, पेट्रोल के दाम 60 प्रतिशत, डीजल के दाम 75 प्रतिशत, सरसों का तेल 122 प्रतिशत, गेहूं आटा 81 प्रतिशत और दूध के दाम में 71 प्रतिशत बड़ गए हैं.
राष्ट्रीय प्रवक्ता ने कहा कि केंद्र की नीतियों की वजह से लोगों को और अधिक दर्द का सामना करना पड़ रहा है. हर चीज पर जीएसटी की मार से कोई भी चीज नहीं बची है. रसोई से बच्चों के सामान तक सभी जीएसटी की मार झेल रहा है. जिससे आम जनता परेशान है. उज्ज्वला योजना लाई गई लेकिन आज क्या हाल है सबके सामने हैं. हर चीज पर केंद्र सरकार ने सब्सिडी खत्म कर दी है. पेट्रोल और डीजल के बढ़ते दाम से आम जनता त्रस्त हो रही है. कांग्रेस की सरकार के दौर और आज के मुकाबले में जो हालत है वो सबके सामने है.
कच्चे तेल और रसोई गैस की अंतरराष्ट्रीय कीमत पिछले कुछ महीनों से कम हो रही है, लेकिन लोगों को इसका लाभ नहीं मिल रहा है. सरकार की नीतियों की वजह से बेरोजगारी की स्थिति विनाशकारी हो गई है. अर्थव्यवस्था का हाल सबके सामने है. केंद्र सरकार की जनविरोधी नीतियों की वजह से 10 लाख नौकरी के पद खाली पड़े हैं. अग्निपथ योजना ने युवाओं का भविष्य सेना में भी खत्म कर दिया है. 20 से 24 साल की आयु वर्ग के 42% युवा नौकरी के बिना बेरोजगार घूम रहे हैं.
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