चंडीगढ़: 16 जून को कांग्रेस पार्टी देशभर में राहुल गांधी और सोनिया गांधी के खिलाफ हो रही ईड की जांच (Rahul Gandhi ED Enquiry) के विरोध में राजभवन का घेराव करेगी. लेकिन हरियाणा में निकाय चुनाव को देखते हुए कांग्रेस पार्टी का यह कार्यक्रम नहीं होगा. हरियाणा कांग्रेस 18 जून को इस मामले में राज्यपाल को ज्ञापन सौंपेगी. इसी मुद्दे को लेकर हरियाणा कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष सुरेश गुप्ता ने ईटीवी भारत से बातचीत की.
सुरेश गुप्ता (suresh gupta) ने कहा कि हरियाणा में निकाय चुनाव के लिए 17 जून तक प्रचार होना है और 19 जून को मतदान है. जिसको देखते हुए हरियाणा कांग्रेस ने फैसला किया है कि ईडी की इस कार्रवाई के खिलाफ पार्टी राज्यपाल को 18 जून को ज्ञापन सौंपेगी. जिस दिन पार्टी ज्ञापन देगी, उस दिन पार्टी के तमाम दिग्गज नेता मौजूद रहेंगे. पूर्व सांसदों के साथ-साथ विधायक दल भी इस विरोध में मौजूद रहेगा.
सुरेश गुप्ता ने कहा कि अगर यह मामला कांग्रेस के समय में 2012 में दर्ज हुआ था तो ईडी ने साल 2015 में इसे बंद कर दिया था. फिर दोबारा यह मामला क्यों शुरू किया गया. यह तो देश के प्रधानमंत्री ही बताएंगे. उन्होंने कहा कि बीजेपी देश की सर्वोच्च संस्था को खत्म करना चाहती है. उन संस्थाओं का दुरुपयोग करना चाहती है. इसलिए इस तरह के खेल को कांग्रेस सफल नहीं होने देगी. उन्होंने कहा कि आज तक ईडी ने 5422 मामले दर्ज किए हैं. जिनमें से 5310 मामले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कार्यकाल में दर्ज हुए. ईडी द्वारा दर्ज मामलों में सजा की परसेंटेज देखी जाए तो वह 1 प्रतिशत है.
बीजेपी द्वारा बार-बार यह कहा जा रहा है कि जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मुख्यमंत्री थे तो उनके खिलाफ भी कार्रवाई हुई थी. बीजेपी ने उसका कभी इस तरीके से विरोध नहीं किया. इस सवाल के जवाब में सुरेश गुप्ता ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी को बहुत अच्छे से झूठ बोलना आता है. तब के मुख्यमंत्री और आज के प्रधानमंत्री उस वक्त यह कहते थे कि रुपया डॉलर के मुकाबले कमजोर हो गया. वही डॉलर 78 रुपये से भी पार हो गया है. रुपए में सबसे ज्यादा गिरावट प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कार्यकाल में हुई है. बीजेपी वालों को खुद उनका मजाक उड़ाना चाहिए.
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