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'1 लाख 44 हजार उपभोक्ताओं को नियमित कनेक्शन जारी कर नया कीर्तिमान किया स्थापित' - Public Health Engineering Department record haryana

हरियाणा के जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग ने दिसंबर 2022 तक प्रदेश के हर घर में नल के माध्यम से जल पहुंचाने के मुख्यमंत्री मनोहर लाल के महत्वाकांक्षी ‘जल जीवन मिशन’ को पंख लगाते हुए इसके तहत मात्र एक माह में ही एक लाख 44 हजार से अधिक उपभोक्ताओं को नियमित कनेक्शन जारी करने का कीर्तिमान स्थापित किया है.

water connections haryana record
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Published : Jan 29, 2020, 11:18 PM IST

चंडीगढ़: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने केन्द्रीय जल शक्ति मंत्रालय के तहत 15 अगस्त 2019 को लाल किले की प्राचीर से पूरे देश के ग्रामीण क्षेत्रों में वर्ष 2024 तक नल से हर घर में जल पहुंचाने के लिए जल जीवन मिशन की घोषणा की थी जिसके लिए कुल 3.60 लाख करोड़ रुपये की धनराशि निर्धारित की गई है.

मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने दिसंबर 2022 तक जल जीवन मिशन को पूरे प्रदेश में लागू करने का लक्ष्य रखा है. वर्ष 2011 की जनगणना के अनुसार हरियाणा के ग्रामीण क्षेत्र में कुल 30.47 लाख घर हैं जिनमें से लगभग 53.47 प्रतिशत घरों के कनेक्शन पहले से ही नियमित हैं. राज्य सरकार ने तीन चरणों में जल जीवन मिशन को पूरा करने का लक्ष्य रखा है.

1 लाख 44 हजार उपभोक्ताओं को नियमित कनेक्शन जारी किए, नया कीर्तिमान किया स्थापित.

प्रथम चरण में सभी पेयजल कनेक्शनों को रेगुलराइज यानि फंक्शनल हाउसहोल्ड टैप कनेक्शन प्रदान किए जाएंगे. द्वितीय चरण में पेयजल कनेक्शन प्रदान करने के साथ-साथ पाइपलाइन बिछाने, ट्यूबवैल, बूस्टर आदि कार्यों को पूरा किया जाएगा. तृतीय व अंतिम चरण में पेयजल कनेक्शन प्रदान करने के साथ-साथ बड़े रॉ वाटर प्रोजेक्ट, मल्टी विलेज स्कीम, डिस्ट्रीब्यूशन सिस्टम, बूस्टर, वाटर ट्रीटमैंट प्लांट आदि कार्य पूर्ण किए जायेंगे.

ये भी पढ़ें: CORONA वायरस को लेकर स्वास्थ्य विभाग हुआ सचेत, भिवानी में बनाया गया आइसोलेशन वार्ड

जल जीवन मिशन के तहत 55 लीटर प्रति व्यक्ति प्रतिदिन के हिसाब से पेयजल उपलब्ध करवाया जाएगा तथा जल की गुणवत्ता आई एस 10500 मानक के अनुरूप होगी. जल जीवन मिशन के तहत गांव में जो कार्य होगा उसके खर्च की 10 प्रतिशत राशि ग्राम पंचायत को मुहैया करवानी होगी. प्रथम चरण में 30 सितंबर, 2020 तक 70 प्रतिशत घरों को नियमित पेयजल कनेक्शन उपलब्ध करवाने का लक्ष्य है. द्वितीय चरण में 30 जून, 2021 तक 80 प्रतिशत कार्य करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है. इसी तरह तृतीय व अंतिम चरण में 31 दिसम्बर, 2022 तक शत-प्रतिशत घरों में नल से जल पहुंचाने का लक्ष्य रखा गया है.

पेयजल कनेक्शन के नियम व शर्तों
ऑनलाइन हाउसहोल्ड सर्वे के दौरान जल जीवन मिशन में हर घर को नल से जल मुहैया करवाने के लिये डाटा एकत्रित किया जा रहा है जिसके आधार पर कनेक्शन नियमित किये जायेंगे. सरल केन्द्र के अलावा, पेयजल कनेक्शन नियमित करवाने का प्रावधान ऑनलाइन हाउसहोल्ड सर्वे में किया गया है जो उपभोक्ता ऑनलाइन हाउसहोल्ड सर्वे में पेयजल कनेक्शन के लिए आवेदन करने हेतु फार्म जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग के सॉफ्टवेयर (वेबसाइट) पर उपलब्ध करवाया गया है.

पेयजल कनेक्शन नियमित करवाने के लिए कोई रोड कट चार्ज नहीं लिया जाएगा. पेयजल कनेक्शन नियमित करवाने की सरकारी फीस 500 रुपये है और जो उपभोक्ता एकमुश्त 500 रुपये नहीं देना चाहते, उन्हें पानी के मासिक बिल के साथ 10 रुपये का अतिरिक्त भुगतान करना होगा. ग्रामीण क्षेत्र के लिए मासिक पानी का बिल अनुसूचित जाति के लिए 20 रुपये प्रति कनेक्शन तथा सामान्य जाति के लिये 40 रुपये निर्धारित गया है.

ये भी पढ़ें- सिरसाः कोरोना वायरस को लेकर जिला स्वास्थ्य विभाग अलर्ट, जारी किया एडवाइजरी

इसके अलावा जिन घरों तक पेयजल पाइपलाइन नहीं पहुंची है वहां भी इस सर्वे को आधार मानकर पेयजल व्यवस्था की जाएगी इसलिए सभी ग्रामीणों को इस सर्वे के तहत अपने घरों को ऑनलाइन करवाने में जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग की टीमों का पूर्ण सहयोग करना चाहिए ताकि वर्ष 2022 तक हर घर को नल से जल पहुंचाने का राज्य सरकार का संकल्प पूर्ण किया जा सके.

प्रदेश की सभी ग्राम पंचायतों के 7518 हेबिटेशन में ऑनलाइन हाउसहोल्ड सर्वे किया जा रहा है. इसके तहत हर ग्राम पंचायत में सक्षम युवाओं की टीम द्वारा सर्वे का कार्य किया जा रहा है. अभी तक राज्य की सभी ग्राम पंचायतों के 7519 हेबिटेशन में से 7019 हेबिटेशन का सर्वे जारी है जिनमें से 18.69 लाख घरों को ऑनलाइन किया जा चुका है. वर्ष 2011 की जनगणना के अनुसार राज्य में कुल ग्रामीण हाउसहोल्ड 30.47 लाख हैं जिनमें से लगभग 11.79 लाख घरों में ऑनलाइन हाउसहोल्ड सर्वे करना बाकी है.

जल जीवन मिशन के तहत 28 जनवरी, 2020 तक नियमित हाउसहोल्ड पेयजल कनेक्शनों का जिलावार विवरण इस प्रकार है-

क्रमांक जिला उपलब्धि
1. पंचकूला 6411
2. अंबाला 14139
3. रोहतक 15367
4. महेंद्रगढ़ 12697
5. कैथल 10549
6. करनाल 15690
7. झज्जर 8593
8. सोनीपत 5088
9. रेवाड़ी 11911
10. यमुनानगर 7929
11. पानीपत 4422
12. कुरुक्षेत्र 4561
13. सिरसा 9543
14. जींद 6212
15. पलवल 1815
16. हिसार 2449
17. नूंह 1386
18. फतेहाबाद 2244
19. भिवानी 2696
20. गुरुग्राम 644
21. फरीदाबाद 31
22. चरखी दादरी 168
कुल- 144545

राज्य में जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग के जल एवं स्वच्छता सहायक संगठन व सक्षम युवाओं द्वारा ऑनलाइन हाउसहोल्ड सर्वे करके हर घर का पेयजल डाटा ऑनलाइन किया जा रहा है जिन घरों के पेयजल कनेक्शन नियमित नहीं है, उन्हें भी इस सर्वे के तहत नियमित करवाने का कार्य किया जा रहा है.

ये भी पढ़ेंः- ईटीवी भारत की खबर का असर, सड़े हुए गेहूं के सैंपल लेने पहुंचे एसडीएम

चंडीगढ़: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने केन्द्रीय जल शक्ति मंत्रालय के तहत 15 अगस्त 2019 को लाल किले की प्राचीर से पूरे देश के ग्रामीण क्षेत्रों में वर्ष 2024 तक नल से हर घर में जल पहुंचाने के लिए जल जीवन मिशन की घोषणा की थी जिसके लिए कुल 3.60 लाख करोड़ रुपये की धनराशि निर्धारित की गई है.

मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने दिसंबर 2022 तक जल जीवन मिशन को पूरे प्रदेश में लागू करने का लक्ष्य रखा है. वर्ष 2011 की जनगणना के अनुसार हरियाणा के ग्रामीण क्षेत्र में कुल 30.47 लाख घर हैं जिनमें से लगभग 53.47 प्रतिशत घरों के कनेक्शन पहले से ही नियमित हैं. राज्य सरकार ने तीन चरणों में जल जीवन मिशन को पूरा करने का लक्ष्य रखा है.

1 लाख 44 हजार उपभोक्ताओं को नियमित कनेक्शन जारी किए, नया कीर्तिमान किया स्थापित.

प्रथम चरण में सभी पेयजल कनेक्शनों को रेगुलराइज यानि फंक्शनल हाउसहोल्ड टैप कनेक्शन प्रदान किए जाएंगे. द्वितीय चरण में पेयजल कनेक्शन प्रदान करने के साथ-साथ पाइपलाइन बिछाने, ट्यूबवैल, बूस्टर आदि कार्यों को पूरा किया जाएगा. तृतीय व अंतिम चरण में पेयजल कनेक्शन प्रदान करने के साथ-साथ बड़े रॉ वाटर प्रोजेक्ट, मल्टी विलेज स्कीम, डिस्ट्रीब्यूशन सिस्टम, बूस्टर, वाटर ट्रीटमैंट प्लांट आदि कार्य पूर्ण किए जायेंगे.

ये भी पढ़ें: CORONA वायरस को लेकर स्वास्थ्य विभाग हुआ सचेत, भिवानी में बनाया गया आइसोलेशन वार्ड

जल जीवन मिशन के तहत 55 लीटर प्रति व्यक्ति प्रतिदिन के हिसाब से पेयजल उपलब्ध करवाया जाएगा तथा जल की गुणवत्ता आई एस 10500 मानक के अनुरूप होगी. जल जीवन मिशन के तहत गांव में जो कार्य होगा उसके खर्च की 10 प्रतिशत राशि ग्राम पंचायत को मुहैया करवानी होगी. प्रथम चरण में 30 सितंबर, 2020 तक 70 प्रतिशत घरों को नियमित पेयजल कनेक्शन उपलब्ध करवाने का लक्ष्य है. द्वितीय चरण में 30 जून, 2021 तक 80 प्रतिशत कार्य करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है. इसी तरह तृतीय व अंतिम चरण में 31 दिसम्बर, 2022 तक शत-प्रतिशत घरों में नल से जल पहुंचाने का लक्ष्य रखा गया है.

पेयजल कनेक्शन के नियम व शर्तों
ऑनलाइन हाउसहोल्ड सर्वे के दौरान जल जीवन मिशन में हर घर को नल से जल मुहैया करवाने के लिये डाटा एकत्रित किया जा रहा है जिसके आधार पर कनेक्शन नियमित किये जायेंगे. सरल केन्द्र के अलावा, पेयजल कनेक्शन नियमित करवाने का प्रावधान ऑनलाइन हाउसहोल्ड सर्वे में किया गया है जो उपभोक्ता ऑनलाइन हाउसहोल्ड सर्वे में पेयजल कनेक्शन के लिए आवेदन करने हेतु फार्म जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग के सॉफ्टवेयर (वेबसाइट) पर उपलब्ध करवाया गया है.

पेयजल कनेक्शन नियमित करवाने के लिए कोई रोड कट चार्ज नहीं लिया जाएगा. पेयजल कनेक्शन नियमित करवाने की सरकारी फीस 500 रुपये है और जो उपभोक्ता एकमुश्त 500 रुपये नहीं देना चाहते, उन्हें पानी के मासिक बिल के साथ 10 रुपये का अतिरिक्त भुगतान करना होगा. ग्रामीण क्षेत्र के लिए मासिक पानी का बिल अनुसूचित जाति के लिए 20 रुपये प्रति कनेक्शन तथा सामान्य जाति के लिये 40 रुपये निर्धारित गया है.

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इसके अलावा जिन घरों तक पेयजल पाइपलाइन नहीं पहुंची है वहां भी इस सर्वे को आधार मानकर पेयजल व्यवस्था की जाएगी इसलिए सभी ग्रामीणों को इस सर्वे के तहत अपने घरों को ऑनलाइन करवाने में जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग की टीमों का पूर्ण सहयोग करना चाहिए ताकि वर्ष 2022 तक हर घर को नल से जल पहुंचाने का राज्य सरकार का संकल्प पूर्ण किया जा सके.

प्रदेश की सभी ग्राम पंचायतों के 7518 हेबिटेशन में ऑनलाइन हाउसहोल्ड सर्वे किया जा रहा है. इसके तहत हर ग्राम पंचायत में सक्षम युवाओं की टीम द्वारा सर्वे का कार्य किया जा रहा है. अभी तक राज्य की सभी ग्राम पंचायतों के 7519 हेबिटेशन में से 7019 हेबिटेशन का सर्वे जारी है जिनमें से 18.69 लाख घरों को ऑनलाइन किया जा चुका है. वर्ष 2011 की जनगणना के अनुसार राज्य में कुल ग्रामीण हाउसहोल्ड 30.47 लाख हैं जिनमें से लगभग 11.79 लाख घरों में ऑनलाइन हाउसहोल्ड सर्वे करना बाकी है.

जल जीवन मिशन के तहत 28 जनवरी, 2020 तक नियमित हाउसहोल्ड पेयजल कनेक्शनों का जिलावार विवरण इस प्रकार है-

क्रमांक जिला उपलब्धि
1. पंचकूला 6411
2. अंबाला 14139
3. रोहतक 15367
4. महेंद्रगढ़ 12697
5. कैथल 10549
6. करनाल 15690
7. झज्जर 8593
8. सोनीपत 5088
9. रेवाड़ी 11911
10. यमुनानगर 7929
11. पानीपत 4422
12. कुरुक्षेत्र 4561
13. सिरसा 9543
14. जींद 6212
15. पलवल 1815
16. हिसार 2449
17. नूंह 1386
18. फतेहाबाद 2244
19. भिवानी 2696
20. गुरुग्राम 644
21. फरीदाबाद 31
22. चरखी दादरी 168
कुल- 144545

राज्य में जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग के जल एवं स्वच्छता सहायक संगठन व सक्षम युवाओं द्वारा ऑनलाइन हाउसहोल्ड सर्वे करके हर घर का पेयजल डाटा ऑनलाइन किया जा रहा है जिन घरों के पेयजल कनेक्शन नियमित नहीं है, उन्हें भी इस सर्वे के तहत नियमित करवाने का कार्य किया जा रहा है.

ये भी पढ़ेंः- ईटीवी भारत की खबर का असर, सड़े हुए गेहूं के सैंपल लेने पहुंचे एसडीएम

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हरियाणा के जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग ने दिसंबर, 2022 तक प्रदेश के हर घर में नल के माध्यम से जल पहुंचाने के मुख्यमंत्री मनोहर लाल के महत्वाकांक्षी ‘ जल जीवन मिशन ’ को पंख लगाते हुए इसके तहत मात्र एक माह में ही एक लाख 44 हजार से अधिक उपभोक्ताओं को नियमित कनेक्शन जारी करने का कीर्तिमान स्थापित किया है । प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने केन्द्रीय जल शक्ति मंत्रालय के तहत 15 अगस्त, 2019 को लालकिले की प्राचीर से पूरे देश के ग्रामीण क्षेत्रों में वर्ष 2024 तक नल से हर घर में जल पहुंचाने के लिए जल जीवन मिशन की घोषणा की थी , जिसके लिए कुल 3.60 लाख करोड़ रुपये की धनराशि निर्धारित की गई है । मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने दिसंबर, 2022 तक जल जीवन मिशन को पूरे प्रदेश में लागू करने का लक्ष्य रखा है । वर्ष 2011 की जनगणना के अनुसार हरियाणा के ग्रामीण क्षेत्र में कुल 30.47 लाख घर हैं जिनमें से लगभग 53.47 प्रतिशत घरों के कनेक्शन पहले से ही नियमित हैं । राज्य सरकार ने तीन चरणों में जल जीवन मिशन को पूरा करने का लक्ष्य रखा है ।Body: वीओ -
प्रथम चरण में सभी पेयजल कनेक्शनों को रेगुलराइज यानि फंक्शनल हाउसहोल्ड टैप कनेक्शन प्रदान किए जाएंगे । द्वितीय चरण में पेयजल कनेक्शन प्रदान करने के साथ-साथ पाइपलाइन बिछाने, ट्यूबवैल, बूस्टर आदि कार्यों को पूरा किया जाएगा । तृतीय व अंतिम चरण में पेयजल कनेक्शन प्रदान करने के साथ-साथ बड़े रॉ वाटर प्रोजेक्ट, मल्टी विलेज स्कीम, डिस्ट्रीब्यूशन सिस्टम, बूस्टर, वाटर ट्रीटमैंट प्लांट आदि कार्य पूर्ण किए जायेंगे । जल जीवन मिशन के तहत 55 लीटर प्रति व्यक्ति प्रतिदिन के हिसाब से पेयजल उपलब्ध करवाया जाएगा तथा जल की गुणवत्ता आई एस 10500 मानक के अनुरूप होगी । जल जीवन मिशन के तहत गांव में जो कार्य होगा उसके खर्च की 10 प्रतिशत राशि ग्राम पंचायत को मुहैया करवानी होगी । प्रथम चरण में 30 सितंबर, 2020 तक 70 प्रतिशत घरों को नियमित पेयजल कनेक्शन उपलब्ध करवाने का लक्ष्य है । द्वितीय चरण में 30 जून, 2021 तक 80 प्रतिशत कार्य करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है । इसी तरह, तृतीय व अंतिम चरण में 31 दिसम्बर, 2022 तक शत-प्रतिशत घरों में नल से जल पहुंचाने का लक्ष्य रखा गया है ।

पेयजल कनेक्शन के नियम व शर्तों

ऑनलाइन हाउसहोल्ड सर्वे के दौरान जल जीवन मिशन में हर घर को नल से जल मुहैया करवाने के लिये डाटा एकत्रित किया जा रहा है जिसके आधार पर कनेक्शन नियमित किये जायेंगे । सरल केन्द्र के अलावा, पेयजल कनेक्शन नियमित करवाने का प्रावधान ऑनलाइन हाउसहोल्ड सर्वे में किया गया है। जो उपभोक्ता ऑनलाइन हाउसहोल्ड सर्वे में पेयजल कनेक्शन के लिए आवेदन करने हेतु फार्म जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग के सॉफ्टवेयर (वैबसाइट) पर उपलब्ध करवाया गया है। पेयजल कनेक्शन नियमित करवाने के लिए कोई रोड कट चार्ज नहीं लिया जाएगा। पेयजल कनेक्शन नियमित करवाने की सरकारी फीस 500 रुपये है और जो उपभोक्ता एकमुश्त 500 रुपये नहीं देना चाहतेे, उन्हें पानी के मासिक बिल के साथ 10 रुपये का अतिरिक्त भुगतान करना होगा। ग्रामीण क्षेत्र के लिए मासिक पानी का बिल अनुसूचित जाति के लिए 20 रुपये प्रति कनेक्शन तथा सामान्य जाति के लिये 40 रुपये निर्धारित गया है।
इसके अलावा, जिन घरों तक पेयजल पाइपलाइन नहीं पहुंची है , वहां भी इस सर्वे को आधार मानकर पेयजल व्यवस्था की जाएगी । इसलिए सभी ग्रामीणों को इस सर्वे के तहत अपने घरों को ऑनलाइन करवाने में जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग की टीमों का पूर्ण सहयोग करना चाहिए ताकि वर्ष 2022 तक हर घर को नल से जल पहुंचाने का राज्य सरकार का संकल्प पूर्ण किया जा सके ।
प्रदेश की सभी ग्राम पंचायतों के 7518 हेबिटेशन में ऑनलाइन हाउसहोल्ड सर्वे किया जा रहा है। इसके तहत हर ग्राम पंचायत में सक्षम युवाओं की टीम द्वारा सर्वे का कार्य किया जा रहा है। अभी तक राज्य की सभी ग्राम पंचायतों के 7519 हेबिटेशन में से 7019 हेबिटेशन का सर्वे जारी है जिनमें से 18.69 लाख घरों को ऑनलाइन किया जा चुका है। वर्ष 2011 की जनगणना के अनुसार राज्य में कुल ग्रामीण हाउसहोल्ड 30.47 लाख हैं जिनमें से लगभग 11.79 लाख घरों में ऑनलाइन हाउसहोल्ड सर्वे करना बाकी है।

जल जीवन मिशन के तहत 28 जनवरी, 2020 तक नियमित हाउसहोल्ड पेयजल कनेक्शनों का जिलावार विवरण इस प्रकार है-

जल जीवन मिशन

28 जनवरी, 2020 तक नियमित हाउसहोल्ड पेयजल कनेक्शनों का जिलावार विवरण

क्रमांक जिला उपलब्धि

1. पंचकूला 6411

2. अंबाला 14139

3. रोहतक 15367

4. महेंद्रगढ़ 12697

5. कैथल 10549

6. करनाल 15690

7. झज्जर 8593

8. सोनीपत 5088

9. रेवाड़ी 11911

10. यमुनानगर 7929

11. पानीपत 4422

12. कुरुक्षेत्र 4561

13. सिरसा 9543

14. जींद 6212

15. पलवल 1815

16. हिसार 2449

17. नूंह 1386

18. फतेहाबाद 2244

19. भिवानी 2696

20. गुरुग्राम 644

21. फरीदाबाद 31

22. चरखी दादरी 168

कुल : 144545Conclusion:वीओ -
राज्य में जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग के जल एवं स्वच्छता सहायक संगठन व सक्षम युवाओं द्वारा ऑनलाइन हाउसहोल्ड सर्वे करके हर घर का पेयजल डाटा ऑनलाइन किया जा रहा है । जिन घरों के पेयजल कनेक्शन नियमित नहीं है, उन्हें भी इस सर्वे के तहत नियमित करवाने का कार्य किया जा रहा है ।
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