चंडीगढ़: दिल्ली सरकार एक अक्टूबर से हरियाणा की बीएस-4 बसों की एंट्री राज्य में बंद कर रही है. दरअसल दिल्ली सरकार ने हरियाणा सरकार को पत्र लिखा है. इस पत्र में कहा गया है कि एक अक्टूबर से बीएस-4 की बसों को दिल्ली में एंट्री नहीं (BS4 Buses Not Allowed in Delhi) मिलेगी. हरियाणा से सैकड़ों बसें रोजाना दिल्ली जाती हैं. इनमें करीब 45 से 50 हजार यात्री प्रतिदिन सफर करते हैं.
इस पूरे मामले को लेकर हरियाणा के परिवहन मंत्री मूलचंद शर्मा (Haryana Transport Minister Moolchand Sharma) ने कहा कि ये बात बिल्कुल सही है कि, दिल्ली सरकार ने 1 अक्टूबर से दिल्ली में बीएस 4 बसों को बंद करने का फैसला किया है. हालांकि हमने उनसे मार्च तक बीएस 4 बसों को चलाने की इजाजत मांगी है. क्योंकि अभी हमारे पास करीब सवा सौ बसें बीएस 6 हैं.
मंत्री मूलचंद शर्मा ने कहा कि मार्च तक हम दिल्ली जाने वाली सभी बसों को बीएस 6 कर लेंगे. इन सभी बसों की बॉडी गुरुग्राम में बन रही है. मार्च के बाद हम बीएस 6 बसें ही दिल्ली भेजेंगे. उन्होंने कहा कि यह समस्या सिर्फ हरियाणा की ही नहीं है उत्तर प्रदेश, राजस्थान और पंजाब की भी है.
मंत्री मूल चंद शर्मा ने कहा कि दिल्ली में सभी बसें बीएस 6 कर ली गई हैं. इस मामले में दिल्ली सरकार को पड़ोसी राज्यों से भी बात करनी चाहिए कि कब तक वे अपनी बसों को बीएस 6 कर लेंगे. ना कि सिर्फ पत्र जारी कर रोक लगा देना चाहिए. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि हरियाणा कोशिश करेगा कि मात्र बीएस 6 बसें दिल्ली भेजें. हम मार्च तक यह काम पूरा कर लेंगे.
परिवहन मंत्री ने कहा कि अभी तक हमारी 809 बसों की चेसिस बीएस 6 की आ चुकी है. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि हमारी 600 से 650 बसें दिल्ली जाती हैं. वहीं उन्होंने यह भी कहा कि हमारी पूरी कोशिश रहेगी कि हम दिल्ली में बीएस6 बसें ही आने वाले समय में दिल्ली भेजें.
बता दें कि एक अप्रैल 2020 से बीएस-6 मानक लागू किया गया है. इससे पर्यावरण की शुद्धता पर पर भी काफी असर पड़ रहा है. इसी वजह से हरियाणा सरकार की बीएस-6 मानक वाली 809 नई बसें दिसंबर 2021 तक चलाने की योजना थी. इसके बाद मार्च 2022 फिर जुलाई और फिर अगस्त में बसें ऑन रूट किए जाने की बात कही. इसके बाद अब मार्च 2023 तक बीएस 6 बसें हरियाणा रोडवेज के बेड़े में शामिल किए जाने की बात कही जा रही है.