संभल/चंडीगढ़ : नए कृषि कानूनों के खिलाफ पिछले दो महीने से अधिक समय से प्रदर्शन कर किसानों ने 18 फरवरी को रेल रोको अभियान का ऐलान किया है. हालांकि भारतीय किसान यूनियन के अध्यक्ष नरेश टिकैत इसके पक्ष में नहीं हैं. शुक्रवार को उन्होंने कहा कि ऐसा काम होना चाहिए जिससे जनता को कम से कम असुविधा हो. बुधवार को संयुक्त किसान मोर्चा ने 18 फरवरी को देश में 4 घंटे के लिए रेल रोको अभियान चलाने की घोषणा की थी.
जनता को न हो तकलीफ
मुरादाबाद के बिलारी में हो रही किसान महापंचायत में हिस्सा लेने जा रहे नरेश टिकैत ने संभल के सिंहपुरसानी में किसान नेताओं से मुलाकात की. इसके बाद उन्होंने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि हम बस-रेल रोकने जैसे कदम उठाने के पक्ष में नहीं हैं. इसको लेकर किसान संगठनों से बातचीत जारी है. जनता को कम से कम असुविधा हो, हम लोगों को ऐसा काम करना चाहिए. भारतीय किसान यूनियन के अध्यक्ष ने कहा कि जनता का ध्यान रखना भी हमारा काम है.
किसानों के साथ केंद्र सरकार के व्यवहार से नरेश टिकैत नाराज दिखे. उन्होंने सरकार पर किसानों को अपमानित करने का आरोप लगाया. टिकैत ने कहा कि सरकार को अपने मन से इस भ्रम को निकाल देना चाहिए कि उनका सिक्का किसानों के सामने चल पाएगा.
संयुक्त किसान मोर्चा ने किसान आंदोलन को विस्तार और गति देने के लिए बुधवार को अपनी आगामी योजनाओं की घोषणा की थी. संयुक्त किसान मोर्चा ने कहा था कि 14 फरवरी को पुलवामा हमले में शहीद हुए जवानों के बलिदान को याद करते हुए देशभर में कैंडल मार्च और मशाल जुलूस निकाला जाएगा. 16 फरवरी को किसानों के मसीहा सर छोटूराम चौधरी की जयंती के दिन किसान एकजुटता दिखाएंगे. वहीं 18 फरवरी को दोपहर 12 से शाम 4 बजे तक देश भर में रेल रोको अभियान चलाया जाएगा.
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