चंडीगढ़: हरियाणा विधानसभा में बजट सत्र की कार्रवाई के चौथे दिन कई अहम मुद्दे उठाए गए. वहीं कई मुद्दों को लेकर सत्ता पक्ष और विपक्ष आमने-सामने भी नजर आए. इसी बीच हरियाणा विधानसभा में निर्दलीय विधायक बलराज कुंडू ने जाट आरक्षण आंदोलन के दौरान गिरफ्तार निर्दोष युवाओं की रिहाई की मांग सदन में जोर-शोर से उठाई.
एक बार फिर बलराज कुंडू रोहतक से पूर्व विधायक एवं हरियाणा के मंत्री मनीष ग्रोवर पर आरक्षण आंदोलन की आग भड़काने का आरोप लगाते नजर आए.
अगर आरोप गलत निकले तो दे दूंगा इस्तीफा- कुंडू
वहीं बलराज कुंडू ने विधानसभा में एक बार फिर उनकी तरफ से उठाए गए शुगर मीलों में भ्रष्टाचार पर अपनी बात रखी. उन्होंने सदन में कहा कि उनके आरोप अगर जांच में गलत साबित होते हैं तो विधायक पद से इस्तीफा दे देंगे. इस मामले में ईमानदार अधिकारियों की कमेटी के माध्यम से जांच की मांग की.
विधानसभा में गूंजा आरक्षण आंदोलन का मुद्दा
हरियाणा विधानसभा में जाट आरक्षण आंदोलन के दौरान गिरफ्तार हुए जेलों में बंद युवाओं को छोड़ने की मांग जोरदार तरीके से विधायक कुलदीप वत्स, निर्दलीय विधायक बलराज कुंडू समेत कई अन्य विधायकों ने उठाई. सदन की कार्यवाही के उपरांत निर्दलीय विधायक बलराज कुंडू ने आरक्षण आंदोलन की आग रोहतक से पूर्व मंत्री मनीष ग्रोवर पर भड़काने का आरोप लगाया.
बलराज कुंडू ने कहा कि आरक्षण आंदोलन की आग राजनीतिक फायदा लेने के लिए भड़काई गई थी. इसका खामियाजा कई निर्दोषों को भुगतना पड़ा जो आज भी जेल में हैं.
उन्होंने कहा कि सदन में भी उन्होंने मुख्यमंत्री से सभी केस वापस लेकर रिहा करने की मांग की है. उन्होंने कहा कि अलग-अलग प्रदेशों में इस तरह की घटनाएं घटित हुई है. राजस्थान में गुज्जरों का मामला, महाराष्ट में मराठों के आंदोलन के बाद भी सरकारों ने केस वापस लेने का काम किया था.
फिलहाल आने वाले समय में भी हरियाणा विधानसभा में जाट आरक्षण आंदोलन के समय से गिरफ्तार युवाओं की रिहाई की मांग उठ सकती है. सदन की कार्यवाही के दौरान कई विधायकों ने गिरफ्तार किए गए निर्दोष युवाओं को रिहा करने की जोरदार तरीके से मांग उठाई.
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