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चंडीगढ़ में मेयर ने किया गौशाला का दौरा, 10 दिनों के अंदर व्यवस्था ठीक करने के आदेश

चंडीगढ़ नगर निगम के मेयर राजेश कालिया ने गौशाला का दौरा किया और गौशाला की हालत ठीक करने के लिए 10 दिन का समय दिया. इस दौरान कांग्रेसी पार्षद भी मौजूद रहे.

Mayor visits Gaushal in chandigarh
गौशला में गाये
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Published : Dec 27, 2019, 8:33 PM IST

चंडीगढ़: नगर निगम की लापरवाही के कारण एमसी के तहत आने वाली गौशाला की हालत बेहद खराब हो गई है. एमसी की ओर से न तो गायों के लिए पर्याप्त चारा है और न ही गायों के लिए उठने बैठने के लिए साफ-सुथरी जगह ही उपलब्ध है. जिस कारण गायों को बीमारियां हो रही हैं और कई मौतें भी हो चुकी हैं.

मेयर ने किया दौरा

इसकी शिकायत सुन शुक्रवार को नगर निगम के मेयर राजेश कालिया ने दौरा किया और गौशाला की हालत ठीक करने के लिए 10 दिन का समय दिया है. इस दौरान कांग्रेसी पार्षद भी मौजूद रहे. इंडस्ट्रीयल ऐरिया स्तिथ गौशाला के लिए मेयर ने अपने फंड से उक्त गौशाला को सुधारने के लिए 35 लाख रुपये का बजट दिया. इसके बाद भी एमसी के आला अधिकारियों ने गौशाला को ठीक कराना सही नहीं समझा.

गौशाल का मेयर ने किया दौरा, देखें वीडियो

अव्यवस्था से मर रही गायें

बताया जाता है गायें यहां फंसकर मर रही हैं. घायल पशुओं का समय पर इलाज नहीं हो पा रहा है. उनके लिए खाने की भी पर्याप्त व्यवस्था नहीं है और पीने का पानी भी साफ नहीं है. गौशाला में जगह-जगह बरसात का पानी और गौमूत्र गोबर है. जिस कारण कड़ाके की शीतलहर के बीच ये पशु वहां बैठ नहीं पा रहे हैं और ठंड में चौबीसों घंटे खड़े रहते हैं. बैठने के स्थान पर पांच-पांच फुट गोबर जमा हुआ है. इसके बाद भी यहां की सफाई, पर्याप्त चारा, साफ पानी, डाक्टरों की व्यवस्था तक नहीं हो पाई है.

कांग्रेस ने साधा निशाना

कांग्रेस की पार्षद गुरबक्श रावत ने बताया कि एमसी प्रशासन को अल्टिमेटम दिया गया है. यदि गौशाला की हालत में सुधार नहीं हुई तो आंदोलन शुरू करेंगे. उन्होंने ये भी कहा कि गौशाला की हालात बेहद ही खराब है ठंड के मौसम में गायों के लिए टेंट नहीं है. यहां गोबर इक्कठा हुआ पड़ा था और पानी की निकासी की समस्या है, लेकिन कोई ध्यान नहीं दे रहा है. मेयर फण्ड का कोई इस्तेमाल यहां नहीं हुआ है. लेकिन जो बेजुबान जानवर है उनके लिए भी मानवता के तौर सोचना चाहिए.

मेयर ने व्यवस्था ठीक करने के आदेश दिए

मेयर राजेश कालिया ने कहा कि गौशाला को ठीक कराने के लिए पहले ही 35 लाख रुपए मेयर फंड से जारी किया है. इसके बाद भी गौशाला को ठीक नहीं किया गया है तो गंभीर बात है. मेयर कालिया ने कहा कि आज गोशाला का दौरा कर और स्थिति देखकर साफ लग रहा है कि अधिकारियों ने अनदेखी की है और उनपर कार्रवाई होगी क्योंकि पार्षद भी वहां बीजेपी के ही हैं इसलिए अब चीजों पर चर्चा कर जल्द से जल्द गौशाला की हालत सुधारने के लिए आदेश दिए गए हैं.

ये भी पढ़ें- दुष्यंत पर आरोप लगाने वाले को हम नेता नहीं मानते- JJP राष्ट्रीय सचिव

चंडीगढ़: नगर निगम की लापरवाही के कारण एमसी के तहत आने वाली गौशाला की हालत बेहद खराब हो गई है. एमसी की ओर से न तो गायों के लिए पर्याप्त चारा है और न ही गायों के लिए उठने बैठने के लिए साफ-सुथरी जगह ही उपलब्ध है. जिस कारण गायों को बीमारियां हो रही हैं और कई मौतें भी हो चुकी हैं.

मेयर ने किया दौरा

इसकी शिकायत सुन शुक्रवार को नगर निगम के मेयर राजेश कालिया ने दौरा किया और गौशाला की हालत ठीक करने के लिए 10 दिन का समय दिया है. इस दौरान कांग्रेसी पार्षद भी मौजूद रहे. इंडस्ट्रीयल ऐरिया स्तिथ गौशाला के लिए मेयर ने अपने फंड से उक्त गौशाला को सुधारने के लिए 35 लाख रुपये का बजट दिया. इसके बाद भी एमसी के आला अधिकारियों ने गौशाला को ठीक कराना सही नहीं समझा.

गौशाल का मेयर ने किया दौरा, देखें वीडियो

अव्यवस्था से मर रही गायें

बताया जाता है गायें यहां फंसकर मर रही हैं. घायल पशुओं का समय पर इलाज नहीं हो पा रहा है. उनके लिए खाने की भी पर्याप्त व्यवस्था नहीं है और पीने का पानी भी साफ नहीं है. गौशाला में जगह-जगह बरसात का पानी और गौमूत्र गोबर है. जिस कारण कड़ाके की शीतलहर के बीच ये पशु वहां बैठ नहीं पा रहे हैं और ठंड में चौबीसों घंटे खड़े रहते हैं. बैठने के स्थान पर पांच-पांच फुट गोबर जमा हुआ है. इसके बाद भी यहां की सफाई, पर्याप्त चारा, साफ पानी, डाक्टरों की व्यवस्था तक नहीं हो पाई है.

कांग्रेस ने साधा निशाना

कांग्रेस की पार्षद गुरबक्श रावत ने बताया कि एमसी प्रशासन को अल्टिमेटम दिया गया है. यदि गौशाला की हालत में सुधार नहीं हुई तो आंदोलन शुरू करेंगे. उन्होंने ये भी कहा कि गौशाला की हालात बेहद ही खराब है ठंड के मौसम में गायों के लिए टेंट नहीं है. यहां गोबर इक्कठा हुआ पड़ा था और पानी की निकासी की समस्या है, लेकिन कोई ध्यान नहीं दे रहा है. मेयर फण्ड का कोई इस्तेमाल यहां नहीं हुआ है. लेकिन जो बेजुबान जानवर है उनके लिए भी मानवता के तौर सोचना चाहिए.

मेयर ने व्यवस्था ठीक करने के आदेश दिए

मेयर राजेश कालिया ने कहा कि गौशाला को ठीक कराने के लिए पहले ही 35 लाख रुपए मेयर फंड से जारी किया है. इसके बाद भी गौशाला को ठीक नहीं किया गया है तो गंभीर बात है. मेयर कालिया ने कहा कि आज गोशाला का दौरा कर और स्थिति देखकर साफ लग रहा है कि अधिकारियों ने अनदेखी की है और उनपर कार्रवाई होगी क्योंकि पार्षद भी वहां बीजेपी के ही हैं इसलिए अब चीजों पर चर्चा कर जल्द से जल्द गौशाला की हालत सुधारने के लिए आदेश दिए गए हैं.

ये भी पढ़ें- दुष्यंत पर आरोप लगाने वाले को हम नेता नहीं मानते- JJP राष्ट्रीय सचिव

Intro:चंडीगढ़ नगर निगम की लापरवाही के कारण एमसी के तहत आने वाली गौशाला की हालत बेहद खराब हो गई है। एमसी की ओर से न तो गायों के लिए पर्याप्त चारा है और न ही गायों के लिए उठने बैठने के लिए साफ-सुथरी जगह ही उपलब्ध है।जिस कारण गायों को बीमारियाँ हो रही है और कई मौतें भी हो चुकी है ।इसकी शिकायत सुन आज नगर निगम के मेयर राजेश क़ालिया ने दौरा किया और गौशाला की हालत ठीक करने के लिए 10 दिन का समय दिया है... इस दौरान कांग्रेसी पार्षद भी मौजूद रहे ।

Body:इंडस्ट्रीयल ऐरिया स्तिथ गौशाला के लिए मेयर ने अपने फंड से उक्त गौशाला को सुधारने के लिए 35 लाख रुपए का बजट दिया गया है। इसके बाद भी एमसी के आला अधिकारियों ने गौशाला को ठीक कराना सही नहीं समझा। बताया जाता है गायें यहाँ फंसकर मर रही हैं। घायल पशुओं का समय पर इलाज नहीं हो पा रहा है। उनके लिए खाने की भी पर्याप्त व्यवस्था नहीं है व पीने का पानी भी साफ नहीं है। गौशाला में जगह जगह बरसात का पानी व गौमूत्र गोबर है। जिस कारण कड़ाके की शीतलहर के बीच यह पशु वहां बैठ नहीं पा रहे हैं व ठंड में चौबीसों घंटे खड़े रहते हैं। बैठने के स्थान पर पांच-पांच फुट गोबर जमा हुआ है। इसके बाद भी यहां की सफाई, पर्याप्त चारा, साफ पानी, डाक्टरों की व्यवस्था तक नहीं हो पाई है।

कांग्रेस की पार्षद गुरबक्श रावत ने बताया कि एमसी प्रशासन को अल्टिमेटम दिया गया है। यदि इस दिन तक गौशाला की हालत में सुधार नहीं हुई तो आंदोलन शुरू करेंगे। उन्होंने यह भी कहा कि गौशाला की हालात बेहद ही खराब थी ठंड के मौसम में गायों के लिए टेंट नहीं है यहां गोबर इक्कठा हुआ पड़ा था और पानी की निकासी की समस्या है लेकिन कोई ध्यान नहीं दे रहा है ।मेयर फण्ड का कोई इस्तेमाल यहां नहीं हुआ है लेकिन जो बेजुबान जानवर है उनके लिए भी मानवता के तौर सोचना चाहिए...

Byte गुरबक्श रावत ,कांग्रेसी पार्षद

मेयर राजेश कालिया ने कहा कि गौशाला को ठीक कराने के लिए पहले ही 35 लाख रुपए मेयर फंड से जारी किया है। इसके बाद भी गौशाला को ठीक नहीं किया गया है तो गंभीर बात है। मेयर कालिया ने कहा कि आज गोशाला का दौरा कर और स्थिति देखकर साफ़ लग रहा है कि अधिकारियों ने अनदेखी की है और उनपर कार्यवाही होगी क्यूँकि पार्षद भी वहाँ बीजेपी के ही है इसलिए अब चीजों पर चर्चा कर जल्द से जल्द गौशाला की हालत सुधारने के लिए आदेश दिए गए है ।

बाइट : राजेश क़ालिया, मेयर Conclusion:
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